पंचांग 12 फरवरी 2022
पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं: तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।
नोटः आज जया एकादशी व्रत है। जया एकादशी का व्रत 12 फरवरी, 2022 दिन शनिवार को रखा जाएगा। व्रत का पारण अगले दिन 13 फरवरी को होगा। इस दिन जातक सुबह 07 बजकर 01 मिनट से 09 बजकर 15 मिनट यानि 2 घंटे 13 मिनट की अवधि में जया एकादशी के व्रत का पारण कर सकते हैं। जया एकादशी व्रत के लिए एक दिन पहले नियम शुरू हो जाते हैं।
विक्रमी संवत्ः 2078,
शक संवत्ः 1943,
मासः माघ़,
पक्षः शुक्ल पक्ष,
तिथिः एकादशी सांय 04.28 तक है,
वारः शनिवार,
नक्षत्रः आद्र्रा(की वृद्धि है जो कि रविवार को प्रातः 09.27 तक है)।
विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। शनिवार को देशी घी, गुड़, सरसों का तेल का दानदेकर यात्रा करें।
योगः विष्कुम्भक रात्रि काल 08.40 तक,
करणः विष्टि
सूर्य राशिः कुम्भ चंद्र राशिः मिथुन,
राहु कालः प्रातः 9.00 बजे से प्रातः 10.30 तक,
सूर्योदयः 07.06, सूर्यास्तः 06.05 बजे।