टीएमसी और प्रशांत किशोर अलग हुए
दो दिन पहले, प्रशांत किशोर ने ममता बनर्जी को यह कहते हुए टेक्स्ट किया कि I-PAC पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, मेघालय में TMC के साथ काम नहीं करना चाहता। इसके जवाब में बनर्जी ने लिखा, ‘थैंक यू’। आनंदबाजार पत्रिका की रिपोर्ट के अनुसार, बंगाल में टीएमसी के नेता, कार्यकर्ता, अन्य लोगों के अलावा, राज्य के मंत्री सरकारी विभागों पर I-PAC के हस्तक्षेप से खुश नहीं थे। मदन मित्रा ने कहा, “आधिकारिक तौर पर, हमें यह कहते हुए कोई परिपत्र नहीं मिला है कि I-PAC काम नहीं करेगा, लेकिन हमें बताया गया है कि पार्थ चटर्जी और सुब्रत बख्शी सभी चुनावों की देखरेख करेंगे। “ इस वक्त टीएमसी वर्तमान में चल रहे गोवा विधानसभा चुनाव और अगले साल होने वाले त्रिपुरा विधानसभा चुनाव पर अपना सारा ध्यान केंद्रित कर रही है।
डेमोरेटिक फ्रंट, कोलकतता(ब्यूरो) :
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। अफवाहों के मुताबिक, टीएमसी ने प्रशांत किशोर की टीम आई-पीएसी के साथ अपना पांच साल का करार रद्द कर दिया है। अटकलों को लेकर टीएमसी नेता मदन मित्रा ने बताया कि ममता बनर्जी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को सूचित किया है कि टीएमसी महासचिव पार्थ चटर्जी और सुब्रत बख्शी चुनावों की देखरेख करेंगे।
पश्चिम बंगाल निकाय चुनाव के लिए तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार सूची को लेकर राज्य के कई जिलो में शनिवार को छिटपुट विरोध प्रदर्शन किए गए। राज्य की 108 नगरपालिकाओं के लिए उम्मीदवारों के चयन से असंतुष्ट कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। इन कार्यकर्ताओं ने विरोध में नारेबाजी की और टायर जलाए। सूची और विरोध प्रदर्शन को लेकर प्रशांत किशोर के संगठन I-PAC पर आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं। वहीं सीधे ममता बनर्जी और प्रशांत किशोर के बीच विवाद की बात सामने आई है।
कहा जा रहा है कि तृणमूल कांग्रेस आई-पैक के साथ अपने संबंधों को तोड़ने के लिए आगे बढ़ रही है। ममता बनर्जी ने खुद पश्चिम बंगाल में निकाय चुनावों के लिए उम्मीदवारों की सूची को लेकर व्यापक विरोध के बीच यह मामला उठाया है।
दो दिन पहले, प्रशांत किशोर ने ममता बनर्जी को यह कहते हुए टेक्स्ट किया कि I-PAC पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, मेघालय में TMC के साथ काम नहीं करना चाहता। इसके जवाब में बनर्जी ने लिखा, ‘थैंक यू’। आनंदबाजार पत्रिका की रिपोर्ट के अनुसार, बंगाल में टीएमसी के नेता, कार्यकर्ता, अन्य लोगों के अलावा, राज्य के मंत्री सरकारी विभागों पर I-PAC के हस्तक्षेप से खुश नहीं थे।
आपको बता दें कि विरोध के बीच राज्य के मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता फिरहाद हकीम ने कहा कि यह पार्टी का ‘आंतरिक मामला’ है और सभी मतभेद जल्द सुलझा लिए जाएंगे। उत्तर चौबीस परगना के कमरहाटी में भारतीय राष्ट्रीय तृणमूल ट्रेड यूनियन कांग्रेस के कुछ सदस्यों ने दिन के दौरान कई ऑटो और बसों को चलने से रोक दिया। कार्यकर्ताओं ने लोगों को भी उम्मीदवारों की सूची के विरोध में प्रदर्शन करने के लिए मजबूर किया।
पुरबा मेदिनीपुर जिले के एगरा नगर पालिका में तृणमूल कार्यकर्ताओं ने राज्य मंत्री अखिल गिरी के आवास के बाहर प्रदर्शन किया। इसी तरह के विरोध प्रदर्शन राज्य के अन्य जिलों से भी किए गए। पार्टी महासचिव पार्थ चटर्जी ने शुक्रवार शाम को कहा था कि ‘‘एक कक्षा में सिर्फ एक ही लड़का प्रथम हो सकता है।’
आई-पैक ने सूची से झाड़ा पल्ला
पार्टी नेतृत्व के एक धड़े ने इस परेशानी के लिए तृणमूल कांग्रेस के चुनाव सलाहकार प्रशांत किशोर को जिम्मेदार ठहराया था। लेकिन प्रशांत के संगठन आई-पैक के सूत्रों ने कहा कि निकाय चुनाव के उम्मीदवारों के चयन में उनकी कोई भूमिका नहीं थी। इस मुद्दे पर अपने निर्वाचन क्षेत्र में विरोध का सामना करने वाले कमरहाटी विधायक मदन मित्रा ने कहा कि वह पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी के समक्ष इस मामले को उठाएंगे।
बीजेपी ने लगाए आरोप
भाजपा ने आरोप लगाया कि तृणमूल की कोई विचारधारा नहीं है और उसके सदस्यों में एकता नहीं है। भगवा पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ‘तृणमूल कांग्रेस जैसी पार्टी में, यह लूट की लड़ाई है। भाजपा के विपरीत तृणमूल कांग्रेस की कोई विचारधारा नहीं है।’ हाकिम ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा को परेशान होने की जरूरत नहीं है और उसे इस पर ध्यान देना चाहिए कि उसके खेमे में क्या चल रहा है।