पंचांग 07 फरवरी 2022
पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं: तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।
नोटः आज रथ आरोग्य सप्तमी तथा पुत्र सप्तमी और माधवाचार्य जयंती है। सोमवार की सप्तमी तिथि किसी भी शुभ कार्य ही नहीं, अपितु वाहन, मशीनरी, भूमि, भवन, खदान और अचल संपत्ति से जुड़े कार्यों के लिए श्रेष्ठ है। इस तिथि को लेकर पौराणिक मान्यताएँ विशेष है। रवि योग में नर्मदा जयंती रथ आरोग्य सप्तमी पर्व के महत्व का भविष्य पुराण स्कंद पुराण में उल्लेख मिलता है।
विक्रमी संवत्ः 2078,
शक संवत्ः 1943,
मासः माघ़,
पक्षः शुक्ल पक्ष,
तिथिः सप्तमी प्रातः 06.17 तक,
वारः सोमवार
नक्षत्रः अश्विनी सांय 06.59 तक है।
विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही,शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।
योगः शुभ सांय काल 04.43 तक,
करणः गर,
सूर्य राशिः मकर, चंद्र राशिः मेष,
राहु कालः प्रातः 7.30 से प्रातः 9.00 बजे तक,
सूर्योदयः 07.10, सूर्यास्तः 06.01 बजे।