चन्नी का चयन, सिद्धू को नसीहत और जाखड़ का छोडना
राहुल गांधी ने कहा कि, मैं 2004 से राजनीति में हूं लेकिन मैंने जितना 6-7 सालों में सीखा है उससे पहले इतना कुछ नहीं सीखा। जो लोग समझते हैं कि राजनीति बहुत आसान जॉब है तो वे लोग गलत हैं। यहां कई टिप्पणीकार हैं लेकिन ऐसा नहीं है कि एक नेता को तैयार करना आसान है। राहुल गांधी ने अपने संबोधन में सिद्धू और चन्नी को ध्यान में रखकर बातें की। और कहा कि चन्नी एक गरीब परिवार का बेटा है। वह जानता है कि गरीबी क्या होती है। क्या आपने इनमें अहंकार देखा है? ये लोगों के बीच जाते हैं। चरणजीत सिंह चन्नी गरीबों की आवाज है। उन्होंने कहा कि मोदी जी प्रधानमंत्री हैं और योगी जी मुख्यमंत्री हैं। क्या आपने पीएम को लोगों के बीच जाते हुए देखा? क्या आपने कभी देखा कि पीएम ने रोड पर किसी की मदद की। पीएम मोदी राजा हैं लेकिन वह किसी की मदद नहीं करना चाहते हैं।
चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट :
पंजाब विधानसभा चुनावों के लिए राहुल गांधी ने कांग्रेस की ओर से चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया है। राहुल गाँधी ने लोगों को संबोधित करते हुए दावा किया कि पंजाब का मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने से पहले उन्होंने कार्यकर्ताओं, वर्किंग कमेटी के लोगों और सदस्यों से बात की थी। सभी ने एक ‘गरीब व्यक्ति’ को सीएम पद पर बैठाने की माँग की। राहुल का कहना था कि चन्नी गरीब परिवार से आते हैं औऱ उन्होंने बहुत ही करीब से न केवल गरीबी देखी है, बल्कि उसे जिया भी है। उन्होंने कहा, सबसे बड़ी बात उनमें किसी भी तरह का अहंकार नहीं है और वो लोगों के बीच जाते हैं।” इससे पहले राहुल गाँधी को होटल में चन्नी और सिद्धू को मनाना पड़ा।
वहीं अपने नाम के ऐलान से पहले चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा था कि जिस किसी के भी नाम का ऐलान किया जाएगा, वो उसके साथ मिलकर पार्टी के लिए काम करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने अपनी पीठ थपथपाते हुए कहा कि मेरा 40 साल का राजनीतिक कैरियर बेदाग रहा और मुझपर किसी न उँगली तक नहीं उठाई। जबकि हकीकत ये है कि चन्नी महिला IAS अधिकारी को 2018 में अश्लील मैसेज भेजने का आरोप लगा था।
सिद्धू ने खुद को बताया अरबी घोड़ा
सीएम के तौर पर चन्नी के नाम का ऐलान होने पर सिद्धू ने इशारों में ही कॉन्ग्रेस को चेतावनी दे डाली है। उन्होंने खुद को अरबी घोड़ा करार देते हुए कहा कि मुझे पद की कोई लालसा नहीं है, लेकिन मुझे दर्शनी घोड़ा न बनने देना। फैसला लेने की ताकत देना। उल्लेखनीय है कि इससे पहले चन्नी को ही सीएम पद दिए जाने की खबरों के बीच सिद्धू ने बागी तेवर अपनाते हुए कहा था कि ऊपर वाले तो चाहते हैं कि कोई कमजोर मुख्यमंत्री हो, जिसे वो ता थैया, ता थैया नचा सकें और कहें कि नाच मेरी बुलबुल तुझे पैसा मिलेगा।
सुनील जाखड़ ने छोड़ी राजनीति
पंजाब में कॉन्ग्रेस के मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में से एक माने जा रहे सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) के सक्रिय राजनीति इस्तीफा देने की खबर है। रिपोर्ट के मुताबिक, जाखड़ ने कहा है वो सक्रिय राजनीति से संन्यास ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी के कुछ सहयोगियों के कारण काम करना मुश्किल हो गया है। हालाँकि, उन्होंने ये भी कहा कि वो कॉन्ग्रेस का हिस्सा बने रहेंगे।