डेढ़ साल बाद अब 11 राज्यों में विद्यालय खोलने की गाइड लाइन दी गयी
कोरोना महामारी की शुरुआत से ही स्कूल, कॉलेज समेत सभी शैक्षाणिक संस्थान सबसे ज्यादा प्रभावित रहे हैं। यूनेस्को के अनुसार, दुनियाभर में भारत में सबसे ज्यादा दिन स्कूल बंद रहे हैं। यहां 82 सप्ताह या डेढ़ साल तक स्कूल बंद रहे। यह अवधि मार्च 2020 से अक्टूबर 2021 के बीच की रही। वहीं इस मामले में युगांडा पहले नंबर पर रहा। यहां स्कूल 83 सप्ताह तक बंद रहे। अब इन 11 राज्यों के विद्यालय खोए जाएँगे। अरुणाचल प्रदेश, लक्षद्वीप, मध्य प्रदेश, सिक्किम, कर्नाटक, तेलंगाना, त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, गोवा, मणिपुर तथा असम में पूरी तरह से स्कूलों को खोल दिया गया है। पहले इन 16 राज्यों में विद्यालय खोले जाने की अनुमति दी गयी थी। असम, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, मिजोरम, राजस्थान, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, मेघालय, केरल, नगालैंड, गुजरात, अंडमान निकोबार, दमन दीव तथा पश्चिम बंगाल में स्कूलों को आंशिक रूप से खोला गया है। 9 राज्यों में स्कूल अब भी बंद हैं, उत्तर प्रदेश, पंजाब, पुडुचेरी, झारखंड, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, ओडिशा, बिहार तथा दिल्ली में स्कूल बंद हैं।
डेमोक्रेटिक फ्रंट, नयी दिल्ली(ब्यूरो) :
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि 11 राज्यों में स्कूल पूरी तरह से खुले हैं। वहीं, 16 राज्यों में उच्च कक्षाओं के लिए आंशिक रूप से स्कूल खुले हुए हैं और नौ राज्यों में अभी भी बंद हैं। देश भर के स्कूलों की स्थिति साझा करते हुए अधिकारियों ने कहा कि सभी राज्यों में कम से कम 95 प्रतिशत शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों का टीकाकरण किया जा चुका है। जबकि कुछ राज्यों ने स्कूलों में सभी कर्मचारियों का टीकाकरण पूरा हो चुका है। शिक्षा मंत्रालय ने स्कूलों को फिर से खोलने के लिए संशोधित दिशानिर्देश भी जारी किया है।
शिक्षा मंत्रालय की संयुक्त सचिव स्वीटी चांगसन ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, ”व्यापक टीकाकरण को ध्यान में रखते हुए, शिक्षा मंत्रालय ने पिछले साल दिसंबर में राज्यों को संशोधित दिशानिर्देश जारी किए थे और माता-पिता की सहमति मांगने का निर्णय राज्यों पर छोड़ दिया गया था।”
विस्तृत चर्चा के बाद केंद्र ने स्कूलों के लिए ये दिशा-निर्देश दिए हैं। दिशा-निर्देशों में स्कूलों को फिर से खोलने और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सीखने की व्यवस्था को डेवलप करने पर जोर दिया गया है। केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह देते हुए कहा कि इन COVID SOP और दिशा-निर्देशों को पालन करने के साथ ही स्वयं के दिशा-निर्देश तैयार करें, जो इन नियमों के अनुकूल हों।
स्कूलों के लिए गाइडलाइंस
- स्कूल में उचित सफाई और स्वच्छता सुविधाओं को सुनिश्चित करना और निगरानी
- छात्रों के बीच कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखना
- स्टाफ रूम, ऑफिस एरिया, असेंबली हॉल और अन्य कॉमन एरिया में हर समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
- स्कूलों को सलाह दी जाती है कि वे कोई भी स्कूल कार्यक्रम न करें जहां सोशल डिस्टेंसिंग संभव न हो
- सभी छात्रों और कर्मचारियों को फेस कवर/मास्क पहनकर स्कूल आना चाहिए और इसे पूरे दिन पहनना चाहिए
- मिड-डे मील के वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखा जाना चाहिए, क्योंकि छात्रों को अपना मास्क उतारना होगा
वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश में कोरोना के मामलों में कमी आई है और एक्टिव केस भी कम हुए हैं। इसके साथ ही पॉजिटिविटी रेट भी घटा है. पिछले 14 दिनों में केस में लगातार कमी आई है। जिसके चलते एक्टिव केस कम हुए हैं. डेली पॉजिटिविटी रेट 21 जनवरी को 17.94% दर्ज किया गया था वो घटकर 10.99% हो गया है।