विरोध कर रहे छात्रों के समर्थन में उतरे राहुल-प्रियंका और अखिलेश
रेलवे भर्ती बोर्ड की गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों की परीक्षा 2021 परिणाम 14-15 जनवरी को जारी किये गए थे। इन परीक्षाओं में 1 करोड़ 40 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे और नतीजे आने के बाद से ही छात्रों के बीच असंतोष छाया हुआ है। इसके विरोध में छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। यह विरोध बिहार, उत्तर प्रदेश और देश के कई अन्य हिस्सों में छात्रों द्वारा किया जा रहा है। मंगलवार को प्रदर्शनकारी छात्रों ने कई स्थानों पर रेल पटरियों पर धरना दिया, कई घंटे तक रेलों को बाधित किया। बुधवार को बिहार के गया और आरा में छात्रों ने ट्रेन की बोगियों में आग भी लगा दी।
डेमोक्रेटिक फ्रंट(ब्यूरो) पटना :
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी बुधवार को रेलवे भर्ती बोर्ड की गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों की आरआरबी-एनटीपीसी परीक्षा 2021 के परिणाम के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों के समर्थन में सामने आए औक उन्होंने गिरफ्तार छात्रों की रिहाई की मांग की।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘छात्रों, आप देश की व अपने परिवार की उम्मीद हैं। भाजपा सरकार की नीतियों के ख़िलाफ़, सत्य के पक्ष में मैं आपके साथ हूं और रहूंगा, लेकिन हिंसा हमारा रास्ता नहीं है। अहिंसक विरोध से स्वतंत्रता ले सकते हैं तो अपना अधिकार क्यों नहीं?’’
राहुल गांधी ने बिहार में एक ट्रेन रोककर राष्ट्रगान गा रहे युवाओं का एक वीडियो साझा करते हुए कहा, ‘‘अधिकारों के लिए आवाज़ उठाने को हर नौजवान स्वतंत्र है, जो भूल गए हैं, उन्हें याद दिला दो कि भारत लोकतंत्र है, गणतंत्र था, गणतंत्र है!’’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने ट्वीट किया, ‘‘रेलवे, एनटीपीसी व ग्रुप डी परीक्षा से जुड़े युवाओं पर दमन की जितनी निंदा की जाए, कम है। सरकार दोनों परीक्षाओं से जुड़े युवाओं से तुरंत बात करके उनकी समस्याओं का हल निकाले। छात्रों के हॉस्टलों में घुसकर तोड़फोड़ और सर्च की कार्रवाई पर रोक लगाए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ गिरफ्तार किए गए छात्रों को रिहा किया जाए। विरोध- प्रदर्शन करने के चलते उनको नौकरी से प्रतिबंधित करने वाला आदेश वापस लिया जाए। प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं से मेरी अपील है कि सत्याग्रह में बहुत ताकत होती है। शांतिपूर्ण ढंग से सत्याग्रह के मार्ग पर चलते रहिए।’’
भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार रोजगार मांगने वाले युवाओं पर अत्याचार कर रही है।
उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘देश के संविधान ने हर नागरिक को विरोध करने का अधिकार दिया है, लेकिन उत्तर प्रदेश और बिहार में युवाओं के साथ जो बर्बरता की गई है, वो सिर्फ जंगलराज में संभव है। सरकार को यह समझ लेना चाहिए कि वह युवाओं की आवाज नहीं दबा सकती। उसे झुकना होगा।’’
रेलवे ने अपनी भर्ती परीक्षाओं की चयन प्रक्रिया को लेकर परीक्षार्थियों के हिंसक विरोध-प्रदर्शन के बाद गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणी (एनटीपीसी) और लेवल-1 की परीक्षाएं स्थगित करने का फैसला किया है। रेलवे के एक प्रवक्ता ने बुधवार को यह जानकारी दी।
प्रवक्ता ने बताया कि रेलवे ने एक उच्च स्तरीय समिति भी बनाई है, जो विभिन्न रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की ओर से आयोजित परीक्षाओं में सफल और असफल होने वाले परीक्षार्थियों की शिकायतों की जांच करेगी।
चयन प्रक्रिया को लेकर बिहार के कई स्थानों पर युवाओं ने विरोध- प्रदर्शन किया और कई ट्रेनों को रोका। इस दौरान पुलिस ने भी बल प्रयोग किया।
वहीं इस मामले पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव भी छात्रों के समर्थन में आए हैं। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद में अपने रोजगार के लिए हक की आवाज बुलंद करने वाले बेगुनाह छात्रों पर पुलिस द्वारा हिंसक प्रहार शर्मनाक और घोर निंदनीय है। बीजेपी सरकार में छात्रों के साथ जो दुर्व्यवहार हुआ है, वो बीजेपी के ऐतिहासिक पतन का कारण बनेगा। सपा संघर्षशील छात्रों के साथ है।
दरअसल रेलवे भर्ती बोर्ड की गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों की परीक्षा 2021 परिणाम 14-15 जनवरी को जारी किये गए थे। इन परीक्षाओं में 1 करोड़ 40 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे और नतीजे आने के बाद से ही छात्रों के बीच असंतोष छाया हुआ है। इसके विरोध में छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। यह विरोध बिहार, उत्तर प्रदेश और देश के कई अन्य हिस्सों में छात्रों द्वारा किया जा रहा है। मंगलवार को प्रदर्शनकारी छात्रों ने कई स्थानों पर रेल पटरियों पर धरना दिया, कई घंटे तक रेलों को बाधित किया। बुधवार को बिहार के गया और आरा में छात्रों ने ट्रेन की बोगियों में आग भी लगा दी।
फिलहाल इस पूरे मामले को सुलझाने के लिए रेल मंत्रालय ने एक समिति गठित की है जो परीक्षा में पास हुए और फेल किए गए छात्रों की बातों को सुनेगी और इसकी रिपोर्ट तीन सप्ताह में रेल मंत्रालय को सौंपेगी। उसके बाद रेल मंत्रालय आगे का निर्णय लेगा। छात्रों के विरोध के मद्देनजर फिलहाल रेलवे की आगामी परीक्षाओं पर रेल मंत्रालय ने रोक लगा दी है।