पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए मतदान कुछ दिन में ही शुरू होने वाले हैं। इस बीच राजनीतिक दलों ने अपने उम्मीदवारों के लिए सीटों का ऐलान करना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने बिक्रम सिंह मजीठिया को भी टिकट दे दिया है। आपको बता दें कि इस विधानसभा चुनाव में मजीठिया कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस नेता सिद्धू को अमृतसर (ईस्ट) से चुनाव मैदान में उतारा गया है।
संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट – चंडीगढ़ :
पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने अपने-अपने उम्मीदवारों का नाम लगभग फाइनल कर दिया है। शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल की ओर से जानकारी दी गई है कि शिअद के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया राज्य कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। बता दें कि पंजाब कांग्रेस ने नवजोत सिंह सिद्धू को अमृतसर पूर्व से चुनाव मैदान में उतारा है।
बता दें कि पिछला विधानसभा चुनाव भी नवजोत सिंह सिद्धू ने अमृतसर (ईस्ट) सीट से लड़ा था और उन्होंने 42000 हजार वोट के बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी। सिद्धू ने पिछले विधानसभा चुनाव में करीब 60 फीसदी वोट हासिल किए थे। उधर, चुनाव प्रचार के दौरान विपक्षी दल लगातार ड्रग्स मामले में शिरोमणि अकाली दल पर हमलावर है। पंजाब में ड्रग्स का मुद्दा चुनावी मुद्दा प्रमुख चुनावी मुद्दे में से एक है। यही वजह है कि बिक्रम सिंह मजीठिया के ड्रग्म केस में फंसने के बाद विपक्षी दलों ने शिअद के खिलाफ इसे चुनावी हथियार बना लिया है।
मजीठिया, एसएडी प्रमुख सुखबीर सिंह बादल के साले और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल के भाई हैं। मजीठिया ने अपने खिलाफ लगाए गए गए आरोपों से पूर्व में इनकार किया है। एसएडी ने मजीठिया के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने को राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया।
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा था कि उनकी सरकार किसी भी मादक पदार्थ तस्कर को बचकर जाने नहीं देगी और बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ मामले में कानून अपना काम करेगा। जहां तक मजीठिया के खिलाफ मामले का संबंध है तो इसमें कोई राजनीतिक प्रतिशोध नहीं है।