Thursday, December 26

प्रियंका के शुक्रवार के बयान के बाद देश में पहली बार कांग्रेस-नेहरू परिवार का कोई सदस्य सीएम पद का उम्मीदवार होने वाला था। पार्टी की यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने सीएम पद के चेहरे से संबंधित सवाल पर कहा कि प्रदेश में पार्टी का उनके अलावा कोई और चेहरा नहीं है। राजनीतिक हलकों में इसके गहरे निहितार्थ माने जा रहे थे। विश्लेषकों की नजर में भी इस फैसले से यूपी में कांग्रेस काफी सीटों पर मुकाबले में जरूर दिखती। लेकिन अब प्रियंका के यूटर्न से वह सब धरा का धरा रह गया।

डेमोरेटिक फ्रंट नयी दिल्ली (ब्यूरो) :

शुक्रवार को उत्तर प्रदेश की पार्टी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा था कि वह ही उत्तर प्रदेश चुनाव में पार्टी का चेहरा हैं।  मीडिया पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे कई राज्य हैं और कई प्रभारी भी हैं, चाहे वह कांग्रेस के हों या भाजपा के।  क्या आप पूछते हैं कि क्या आप मुख्यमंत्री का चेहरा हैं या नहीं?  आप उनसे क्यों नहीं पूछते, क्यों केवल मुझसे ही यह प्रश्न किया जाता है।

कांग्रेस के युवा घोषणापत्र के एलान के दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को साफ संकेत दिया था कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा वही हैं। उनके इस बयान के बाद से न सिर्फ उनकी पार्टी बल्कि विपक्षी पार्टियों के बीच भी यह बात चर्चा का मुद्दा बन गई थी। हालांकि इसके कुछ ही घंटों बाद न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में प्रियंका गांधी ने अपने इस बयान को वापस ले लिया और कहा कि यूपी में सिर्फ वह ही पार्टी का चेहरा नहीं हैं उन्होंने वो बात चिढ़ कर कह दी थी।

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नई दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय पर यूपी चुनाव के लिए युवा घोषणापत्र जारी करने के दौरान जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि यूपी में कांग्रेस की ओर से सीएम का चेहरा कौन होगा तो उन्होंने कहा, क्या आपको उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की तरफ से कोई और चेहरा दिख रहा है? 

“मैं लड़की हूं और लड़ सकती हूं “ #PriyankaVadra का यह नारा जो खोखला निकला है। खुद को कांग्रेस का सीएम चेहरा घोषित किया और फिर अगली सुबह खुद ही पीछे हट गईं। प्रियंका जी कृपया अपना नारा सही साबित करें। सिद्धार्थ नाथ सिंह।

प्रियंका ने एएनआई को ये भी बताया कि पार्टी ही फैसला करती है कि राज्य में मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन होगा और कुछ राज्यों में अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। मैं ये नहीं कह रही हूं कि मैं ही चेहरा हूं। वो तो मैंने थोड़ा बढ़ के कह दिया क्योंकि बार-बार आप लोग यही सवाल कर रहे हैं। 

प्रियंका ने पत्रकार से सवाल करते हुए कहा कि, बहुत से राज्य हैं जिनके प्रभारी होते हैं चाहे वो कांग्रेस पार्टी के हों या भाजपा के। क्या आप उनसे पूछते हैं कि वो मुख्यमंत्री पद का चेहरा हैं या नहीं? आप उनसे क्यों नहीं पूछते? यह सवाल सिर्फ मुझसे ही क्यों पूछा जाता है?

प्रियंका के शुक्रवार के बयान के बाद देश में पहली बार कांग्रेस-नेहरू परिवार का कोई सदस्य सीएम पद का उम्मीदवार होने वाला था। पार्टी की यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने सीएम पद के चेहरे से संबंधित सवाल पर कहा कि प्रदेश में पार्टी का उनके अलावा कोई और चेहरा नहीं है। राजनीतिक हलकों में इसके गहरे निहितार्थ माने जा रहे थे। विश्लेषकों की नजर में भी इस फैसले से यूपी में कांग्रेस काफी सीटों पर मुकाबले में जरूर दिखती। लेकिन अब प्रियंका के यूटर्न से वह सब धरा का धरा रह गया।

प्रियंका से पूछा गया कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के चेहरे को लेकर सवाल उठते रहे हैं। लेकिन, पार्टी की ओर से कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिल रहा है। क्या पार्टी बिना चेहरे के यूपी में चुनाव लड़ेगी? प्रियंका ने जवाब में सवाल किया कि क्या आपको (मीडिया को) यूपी में कांग्रेस पार्टी की तरफ से किसी और का चेहरा दिख रहा है? इस पर पुन: पूछा गया कि क्या आप ही चेहरा होंगी? प्रियंका ने कहा कि प्रदेश में हर जगह पर उन्हीं का चेहरा दिख रहा है।