पंचकूला, 19 जनवरी:
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि विज्ञान केंद्र पंचकूला द्वारा फल एवं सब्जी परिरक्षण विषय पर पिंजौर में केंद्र की इंचार्ज डाॅ श्रीदेवी के दिशा-निर्देशन में व्यवसायिक प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण में लगभग 25 महिलाओं ने भाग लिया। इस अवसर पर फल व सब्जी की कटाई उपरांत होने वाले नुकसान को कम करने और मूल्य संवर्धन करके अच्छा लाभ कमाने के सभी पहलूओं पर चर्चा की गई।
डाॅ श्रीदेवी ने ग्र्रामीण स्तर पर बेरोजगार युवतियों व युवकों को प्रशिक्षित करके लघु स्तर पर व्यवसाय शुरू करने के बारे में जानकारी देते हुये आज मर्किट की मांग के अनुरूप उत्पादन, प्रसंस्करण, डिब्बाबंदी करके अपना व्यवसाय शुरू करने की अपील की।
इस अवसर पर अर्थशास्त्री डाॅ गुरनाम सिंह ने बताया कि फल व सब्जी प्रसंस्करण व विपणन के क्षेत्र में अनेक अवसर हैं। उन्होनंे कहा कि ट्राईसिटी में मांग के अनुरूप प्रसंस्करण करके अपने आर्थिक स्तर को बढ़ाया जा सकता हैं। उन्होंने महिलाओं को समूह में काम करने की अपील की। उन्होंने बताया कि किसान उत्पादक समूह से जुड़कर इस तरह के काम को सरल किया जा सकता है।
बागवानी विशेषज्ञ डाॅ राजेश लाठर ने बताया कि फल व सब्जी का हमारे भोजन में बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान है। फल व सब्जी खनिज पदार्थों व विटामिन के प्राकृतिक स्त्रोत है। हमारे स्वास्थ्य को ठीक रखने में पानी, रेशा, खनिज, प्रोटीन, वसा का बहुत योगदान है जो हमें फल व सब्जी से सीधे तौर पर मिलते है।
डाॅ लाठर ने बताया कि फल व सब्जी हमारी थाली का हिस्सा होने चाहिये और जब बाजार में इनके दाम कम होते है तो इनका प्रसंस्करण करके न केवल लंबे समय तक रखा जा सकता है बल्कि मूल्य संवर्धन करके अच्छा लाभ भी कमाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि विपणन के लिये शुरू में ग्रामीण मार्केट को कवर करना चाहिये।