बीते 13 जनवरी को देर शाम समाजवादी पार्टी की ओर से सपा-आरएलडी के गठबंधन वाले प्रत्याशियों की ओनली सूची जारी की गई। इस सूची में समाजवादी पार्टी द्वारा शामली जिले की कैराना सीट के लिए नाहिद हसन का नाम घोषित किया गया है। आपको बता दें कि नाहिद हसन के खिलाफ पुलिस में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसी के साथ उन्हें कैराना से हिन्दुओं के अतिचर्चित पलायन का मास्टरमाइंड भी कहा जाता है। कई भाजपा नेताओं ने नाहिद हसन को दोबारा टिकट दिए जाने पर सवाल खड़े किए हैं। इसके साथ ही आपको बता दें कि नाहिद हसन पर जमीन खरीदने के मामले में धोखाधड़ी का भी केस दर्ज है। वह शामली जिले की विशेष अदालत से भगोड़ा भी घोषित किया जा चुका है। नाहिद हसन कैराना से सपा के वर्तमान विधायक भी हैं। उनकी माँ तबस्सुम इसी क्षेत्र से पूर्व सांसद रहीं हैं। लम्बे समय तक फरार रहने वाले नाहिद हसन ने जनवरी 2020 में अदालत में सरेंडर किया था। लगभग 1 माह से अधिक समय तक जेल में रहने के बाद उन्हें जमानत मिली थी। फरवरी 2021 में उत्तर प्रदेश पुलिस ने नाहिद हसन, उनकी माँ तबस्सुम और 38 अन्य लोगों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की थी।
सरिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट – लखनऊ :
शामली में सपा प्रत्याशी नाहिद हसन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी गैंगस्टर एक्ट मामले में की गई है। बताया जा रहा है कि नाहिद हुसैन नॉमिननेशन फाइल करने जा रहा था तभी पुलिस ने उसे दबोच लिया। पुलिस ने उसे फास्ट ट्रैक कोर्ट में पेश किया। यहां से उसे जेल भेज दिया गया है। सोमवार को सरकारी वकील और नाहिद के वकील इस मामले में कोर्ट में अपना पक्ष रखेंगे। सुनवाई के दौरान पुलिस फोर्स और पीएसी मौजूद रही। सपा प्रत्याशी पर करीब 17 मुकदमे दर्ज हैं। बता दें, 2019 में शामली की विशेष अदालत ने नाहिद को भगोड़ा घोषित किया था और पूरे एरिया में मुनादी करवाई थी। सितंबर 21 में उन्होंने कोर्ट में सरेंडर किया था, कुछ घंटों के बाद उन्हें जमानत मिल गई थी। पुलिस ने उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट भी लगा दिया था।
समाजवादी पार्टी द्वारा गुरुवार (13 जनवरी 2022) को शामली जिले की कैराना सीट के लिए नाहिद हसन का नाम घोषित किया गया था। उनके खिलाफ पुलिस में दो दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। लम्बे समय तक फरार रहने वाले नाहिद हसन ने जनवरी 2020 में अदालत में सरेंडर किया था। लगभग 1 माह से अधिक समय तक जेल में रहने के बाद उन्हें जमानत मिली थी। फरवरी 2021 में उत्तर प्रदेश पुलिस ने नाहिद हसन, उनकी माँ पूर्व सांसद तबस्सुम और 38 अन्य लोगों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की थी।
नाहिद को कैराना से हिन्दुओं के अतिचर्चित पलायन का मास्टरमाइंड भी कहा जाता है। भाजपा ने रालोद-सपा गठबंधन में नाहिद हसन को दोबारा टिकट दिए जाने को समाजवादी पार्टी का ‘जिन्नावाद’ बताया है। साथ ही सपा के इस फैसले पर बीजेपी नेताओं ने सवाल खड़े किए हैं, क्योंकि हसन पर जमीन खरीदने के मामले में धोखाधड़ी का भी केस दर्ज है। इसके अलावा शामली जिले की विशेष अदालत से उसे भगोड़ा भी घोषित किया जा चुका है।
बता दें कि बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने सपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए शुक्रवार को ट्वीट किया था। उन्होंने कहा था, “अखिलेश यादव ने अपनी सरकार में जिस कैराना से हिन्दुओं को पलायन करने पर मजबूर किया था आज उसी विधानसभा क्षेत्र से कुख्यात गैंगस्टर को प्रत्याशी बनाकर समाजवादी पार्टी कैराना को फिर से उसी कालखंड में ले जाना चाहती है!”