दिव्येश सिंह सर्वोच्च न्यायालयके लगभग 35 वकीलों को खालिस्तान समर्थकों की ओर से धमकी मिली है। सिख फॉर जस्टिस की ओर से इंग्लैंड के नंबर से आए ऑटोमेटेड फोन कॉल के जरिए ये धमकी दी गई है। सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड एसोसिएशन ने इस बाबत सुप्रीम कोर्ट के सेक्रेटरी जनरल को सिख फॉर जस्टिस की ओर से मिली इस धमकी की सूचना दी है।
नयी दिल्ली( ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट :
प्रतिबंधित खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस ने फिरोजपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला रोकने की जिम्मेदारी ली है। सुप्रीम कोर्ट के लगभग 35 वकीलों को खालिस्तान समर्थकों की ओर से धमकी मिली है। सिख फॉर जस्टिस की ओर से इंग्लैंड के नंबर से आए ऑटोमेटेड फोन कॉल के जरिए ये धमकी दी गई है। कॉल की ऑडियो रिकॉर्डिंग से ये खुलासा हुआ कि कॉल करने वाले ने कहा है कि किसानों और पंजाब के सिखों के खिलाफ दर्ज मुकदमों में सुप्रीम कोर्ट, पीएम मोदी की मदद न करे। आपको याद रहना चाहिए कि सिख दंगों और नरसंहार में अब तक भी एक दोषी को भी सजा नहीं मिली।
धमकी भरी क्लिप मिलने की बात
करीब दर्जन भर वकीलों ने दावा किया है कि उनको धमकी भरी क्लिप मिली है। सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड एसोसिएशन ने इस बाबत सुप्रीम कोर्ट के सेक्रेटरी जनरल को सिख फॉर जस्टिस की ओर से मिली इस धमकी की सूचना दी है।
26 जनवरी को इंडिया गेट और लाल किले पर नाकेबंदी करने के बारे में भी ट्वीट
इधर, आज ही सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) संगठन से जुड़े कुछ ट्विटर हैंडल 26 जनवरी को इंडिया गेट और लाल किले पर नाकेबंदी करने के बारे में ट्वीट कर रहे हैं। वे भारतीय संविधान और पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ नाकेबंदी के आयोजन के लिए 10 लाख डॉलर के फंड की घोषणा कर रहे हैं।
26 जनवरी को खालिस्तानी झंडा लहराने को लेकर बजट का ऐलान
देशभर में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा और उससे पहले एक बार फिर भारत विरोधी ताकतों ने साजिश शुरू कर दी है। खालिस्तान समर्थक ग्रुप सिख फॉर जस्टिस की ओर से नई धमकी दी गई है जिसमें भारत में तिरंगे झंडे की जगह खालिस्तानी झंडे को लहराने को लेकर 1 मिलियन डॉलर का बजट बनाने का दावा किया गया है ।
तिरंगे के खिलाफ रची साजिश
सिख फॉर जस्टिस के चीफ गुरपतवंत सिंह पन्नू ने 26 जनवरी को लेकर इस बात का ऐलान किया है। साथ ही वीडियो समेत सोशल मीडिया पर प्रो खालिस्तानी ग्रुप पोस्टर कैंपेन चला रहा है। दिल्ली के लोगों को 26 जनवरी को घरों में रहने, खालिस्तानी झंडे को फहराने और तिरंगे झंडे को रोकने को लेकर 1 मिलियन डॉलर के बजट का ऐलान किया गया है।
गिरफ्तारी की कोशिश में एजेंसियां
आंदोलन के समय जान गंवाने वाले किसानों की दलील देकर यह धमकी दी गई है. गुरपतवंत सिंह पन्नू विदेश में बैठकर आए दिन वीडियो के जरिए धमकी देता रहता है। फिलहाल सुरक्षा एजेंसियां इसकी गिरफ्तारी के लिए भी कोशिश कर रही हैं। वह सोशल मीडिया के जरिए भारत के खिलाफ नफरत फैलाने की साजिश भी करता है। पन्नू की ताजा धमकी के बाद तमाम सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड में हैं। साथ ही 26 जनवरी की वजह से राजधानी दिल्ली में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।