आखिर क्या वजह है कि शांत रहकर हमेशा ही पार्टी के हक में चलने वाले जाखड़ इतने नाराज हो गए कि राहुल द्वारा बार-बार मनाने के प्रयास करने के बावजूद उनकी नाराजगी दूर नहीं हो रही है? 2017 में कैप्टन अमरिंदर द्वारा मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभालने के बाद पार्टी ने जाखड़ को प्रदेश प्रधान बनाया था। जब नवजोत सिंह सिद्धू ने तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ बगावत शुरू की तो पार्टी ने जाखड़ का इस्तीफा लेकर सिद्धू को प्रदेश प्रधान की जिम्मेदारी दी। जाखड़ के करीबी सूत्र बताते हैं कि पूर्व प्रदेश प्रधान ने पार्टी द्वारा बार-बार नजरंदाज किए जाने का तो बुरा नहीं माना, लेकिन जब मुख्यमंत्री पद के लिए उनका नाम केवल इसलिए कट गया, क्योंकि वह पगड़ीधारी नहीं है। इसके बाद उनका गुस्सा गहरी नाराजगी में बदल गया।
सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिकफ्रंट॰कॉम, चंडीगढ़ :
जाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि आज जो हुआ वह स्वीकार्य नहीं है। यह पंजाब के खिलाफ है। फिरोजपुर में भाजपा की रैली को संबोधित करने के लिए भारत के प्रधानमंत्री के लिए एक सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित किया जाना चाहिए था। इस तरह लोकतंत्र काम करता है।
पंजाब में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक का बड़ा मामला सामने आया। जिसको लेकर पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री को एक सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित किया जाना चाहिए था। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा कि, “आज जो हुआ वह स्वीकार्य नहीं है,आज जो हुआ वो स्वीकार्य नहीं है, आज की घटना पंजाब और पंजाबियत के खिलाफ है। फिरोजपुर में भाजपा की रैली को संबोधित करने के लिए भारत के प्रधानमंत्री के लिए एक सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित किया जाना चाहिए था। इस तरह लोकतंत्र काम करता है।”
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी सड़क मार्ग से जाते समय एक फ्लाईओवर पर 15 से 20 मिनट के लिए उस वक्त फंस गए थे जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने रास्ते को अवरुद्ध कर दिया। इस चूक की वजह से पीएम मोदी फिरोजपुर में बिना कार्यक्रम में हिस्सा लिए ही बठिंडा एयरपोर्ट पर वापस लौट गए। इसके बाद उन्होंने चुनाव वाले राज्य पंजाब में अपने कार्यक्रम रद्द कर दिए।
इस चूक के लिए केंद्र सरकार ने पंजाब की कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। गृह मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, “प्रधानमंत्री के कार्यक्रम और ट्रेवल प्लान के बारे में पंजाब सरकार को पहले ही बता दिया गया था। प्रक्रिया के अनुसार, उन्हें लॉजिस्टिक्स, सुरक्षा के साथ-साथ आकस्मिक योजना तैयार रखने के लिए आवश्यक व्यवस्था करनी होती है।” आकस्मिक योजना के मद्देनजर पंजाब सरकार को सड़क मार्ग को किसी भी आंदोलन से सुरक्षित रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था करनी चाहिए थी, जो स्पष्ट रूप से तैनात नहीं थी। गृह मंत्रालय ने PM की सुरक्षा में गंभीर चूक पर संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। साथ ही राज्य सरकार को इस चूक के लिए जवाबदेही तय करने और सख्त कार्रवाई करने को कहा गया है।