पंचकुला निगम में निकाय मंत्री को 80% कर्मचारी अनुपस्थित मिले
शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कमल गुप्ता का बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि, पंचकूला निगम में आकर मुझे काफ़ी निराशा हुई है जो चिंता का विषय है। निगम कार्यालय में करीब 80 फ़ीसदी अधिकारी-कर्मचारी गैर हाजिर मिले हैं। इस तरह की स्थिति के लिए जो अधिकारी जिम्मेदार है उन्हें भी जवाब तलब किया जाएगा। आगे कहा कि,कोई भी भी लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी।
सारिका तिवारी, पंचकुला :
नवनिर्वाचित शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ कमल गुप्ता अपने पद को संभालते ही एक्शन मोड में दिखे। मंत्री कमल गुप्ता 31 दिसंबर की सुबह पंचकूला के निगम कार्यालय का औचक निरीक्षण करने पहुँच गए। उन्हें निगम कार्यालय में छापेमारी के दौरान अनियमितताएं पायीं। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि पंचकूला नगर निगम में आकर मुझे काफ़ी निराशा हुई है और यह चिंता का विषय है। निगम कार्यालय में करीब 80 फ़ीसदी अधिकारी-कर्मचारी अनुपस्थित मिले। मंत्री ने इसपर संज्ञान लेते हुए कहा कि इस तरह की स्थिति के लिए जो अधिकारी जिम्मेदार है उनसे भी जवाब तलब किया जाएगा और कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी।
हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय मंत्री बनाए जाने के बाद डॉ कमल गुप्ता शुक्रवार को एक्शन मोड में नजर आए। शुक्रवार को तड़के सुबह लगभग 9 बजे कैबिनेट मंत्री डॉ. कमल गुप्ता पंचकूला के सेक्टर 14 स्थित नगर निगम कार्यालय में पहुंचे जहां उन्होंने नगर निगम कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। कैबिनेट मंत्री डॉक्टर कमल गुप्ता के नगर निगम कार्यालय में पहुंच कर औचक निरीक्षण करने से कर्मचारियों में अफरा तफरी मच गई। नगर निगम कार्यालय में पहुंचते ही सबसे पहले कैबिनेट मंत्री डॉक्टर कमल गुप्ता नगर निगम की स्थापना शाखा में पहुंचे जहां उन्होंने अटेंडेंस रजिस्टर को चेक किया, रजिस्टर में अधिकतर कर्मचारियों ने हाजरी नहीं भरी थी जोकि गैर हाजिर पाए गए। इस दौरान गैरहाजिर पाए गए कर्मचारियों को शो कास नोटिस देने के लिए मंत्री ने निगम आयुक्त से कहा। इसी दौरान मंत्री ने नगर निगम कार्यालय के द्वार को भी औचक निरीक्षण खत्म होने तक बंद करवा दिया ताकि 9 बजे से लेट आने वाले कर्मचारी कार्यालय में दाखिल ना हो सके। स्थापना शाखा में निरीक्षण करने के बाद मंत्री डॉक्टर कमल गुप्ता सीएसआई ब्रांच में पहुंचे और फिर डीएमसी और संयुक्त आयुक्त के कार्यालय का निरीक्षण करते हुए दूसरी मंजिल पर अकाउंट ब्रांच और ऑडिट ब्रांच में पहुंचे। अकाउंट ब्रांच में एक भी कर्मचारी ना मिलने पर मंत्री डॉक्टर कमल गुप्ता काफी नाराज़ नजर आए और उन्होंने आयुक्त धर्मवीर सिंह से करवाई करने को कहा। कैबिनेट मंत्री डॉक्टर कमल गुप्ता ने नगर निगम के आयुक्त धर्मवीर सिंह और मेयर कुलभूषण गोयल से कहा कि वह नगर निगम में 1 महीने में कम से कम सात से आठ बार सुबह शाम औचक निरीक्षण करें और महीने के आखिर में इसकी रिपोर्ट तैयार करके उन्हें दें। वही इस दौरान मेयर के कार्यालय में उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों के साथ बातचीत की और अधिकारियों से पूछा कि क्या उनके पास जनप्रतिनिधियों के मोबाइल नंबर मोबाइल में सेव है या नहीं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोई भी ऑफिसर यदि किसी जनप्रतिनिधि की कॉल को नहीं उठाता तो ऐसे में जनप्रतिनिधि कॉल का स्क्रीनशॉट लेकर उन्हें भेजें ताकि अधिकारी से जवाब मांगा जा सके।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए कैबिनेट मंत्री डॉ कमल गुप्ता ने कहा कि तड़के सुबह 8 बजकर 15 मिनट में उनके दिमाग में आया कि क्यों ना पंचकूला के नगर निगम में औचक निरीक्षण किया जाए। जिसके बाद लगभग 9 बजे वह नगर निगम कार्यालय में पहुंच गए। उन्होंने कहा कि उन्हें शहरी स्थानीय निकाय विभाग की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री द्वारा दी गई जिसके लिए वे हरियाणा की जनता और मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि पंचकूला नगर निगम में आकर उन्हें काफी निराशा हुई। उन्होंने कहा कि उन्हें बहुत दुख है और चिंता का विषय है कि अधिकतर कर्मचारी गैरहाजिर पाए गए। उन्होंने बताया कि करीब 80 प्रतिशत कर्मचारी गैर हाजिर पाए गए थे। उन्होंने कहा कि हमारे ऑफिसर्स का ही गैर जिम्मेदाराना रवैया है जिसके चलते 80 प्रतिशत कर्मचारी गैर हाजिर पाए गए और इसके लिए ऑफिसर्स से भी जवाब मांगा जायेगा। उन्होंने कहा कि जो भी कर्मचारी गैरहाजिर पाए गए उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि आज के औचक निरीक्षण का अभिप्राय यह है कि जनता जनार्दन को उसकी सेवाएं और योजनाओं को लेकर कोई दिक्कत ना आए। कैबिनेट मंत्री डॉ कमल गुप्ता ने कहा कि जिस प्रकार से पंचकूला नगर निगम में कर्मचारियों द्वारा कोताही बरती जा रही है इस प्रकार की कोताही हरियाणा में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि जो भी कर्मचारी गैरहाजिर पाए गए हैं उन्हें आज के दिन की तनख्वाह नहीं दी जाएगी।
इस मौके पर मेयर कुलभूषण गोयल, पंचकूला के उपायुक्त महावीर कौशिक, नगर निगम कमिश्नर धर्मवीर सिंह, संयुक्त आयुक्त संयम गर्ग, डिप्टी म्युनिसिपल कमिश्नर दीपक सुरा, अकाउंट्स ऑफिसर विकास कौशिक, बीजेपी के जिला अध्यक्ष अजय शर्मा, बीजेपी के जिला महामंत्री वीरेंद्र राणा, महामंत्री परमजीत कौर, एमिनेंट पर्सन एसपी गुप्ता, राजेंद्र नोनीवाल जी, पार्षद सुरेश वर्मा, पार्षद हरेंद्र मलिक, पार्षद जय कौशिक, पार्षद सुनीत सिंगला, माता मनसा देवी मंडल अध्यक्ष युवराज कौशिक मोजूद रहे।