Saturday, December 28

हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज शुक्रवार को सिरसा में आक्रामक तेवर में दिखे। उन्होंने विभिन्न मामलों में पुलिस और सिविल डिपार्टमेंट से जुड़े 5 अधिकारियों सस्पेंड करने के आदेश दिए। चोपटा थाने के अंतर्गत एक नाबालिग लड़की की मौत की 10 साल से लटकी जांच पर वे गुस्सा हो गए। उन्होंने एसपी को कह दिया कि उनके अंबाला पहुंचने तक केस से जुड़े सभी अधिकारियों के निलंबन की सूचना पहुंच जानी चाहिए। एक अन्य मामले में कहा कि शाम तक SP की रिपोर्ट नहीं आयी तो तू तो गया। अनिल विज से आज तक कोई नहीं बचा।

डेमोक्रेटिकफ्रंट॰कॉम। सिरसा(हरियाणा) :

गृहमंत्री ने कहा कि लोगों को तारीख पर तारीख मिलती है, पर इंसाफ नपहीं मिलता। पहले मामले में कहा कि 11 साल में आप इस निष्कर्ष तक नहीं पहुंच सके कि करना क्या है। इस मामले में जांच अधिकारी सूबे सिंह को सस्पेंड करने और उसके खिलाफ एविडेंस खत्म करने का मुकद्दमा दर्ज करने के निर्देश दिये। गृहमंत्री ने कहा कि पांच सालों में सरकारें बदल गई लकिन यहां 11 सालों से इंक्वायरी चल रही है।

जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में 17 शिकायतें रखी गई, जिनमें से आठ पुरानी थी जबकि नौ इस बैठक में नई शिकायतें रखी गई। पुलिस विभाग के खिलाफ दी गई शिकायतों में अधिकतर में जांच में लापरवाही मिलने पर अनिल विज ने एएसआइ सूबे सिंह, सोमित कुमार, एएसआइ जगजीत सिंह, एएसआइ तारा चंद को सस्पेंड करने के आदेश दिये।

गृहमंत्री ने कहा कि लोगों को तारीख पर तारीख मिलती है, पर इंसाफ नपहीं मिलता। पहले मामले में कहा कि 11 साल में आप इस निष्कर्ष तक नहीं पहुंच सके कि करना क्या है। इस मामले में जांच अधिकारी सूबे सिंह को सस्पेंड करने और उसके खिलाफ एविडेंस खत्म करने का मुकद्दमा दर्ज करने के निर्देश दिये। गृहमंत्री ने कहा कि पांच सालों में सरकारें बदल गई लकिन यहां 11 सालों से इंक्वायरी चल रही है।