पंचांग, 27 दिसम्बर 2021
27 दिसंबर 2021, दिन सोमवार, पौष मास, कृष्ण पक्ष, अष्ठमी तिथि 19.28 बजे तक फिर नवमी तिथि लग जाएगी। हस्त नक्षत्र रहेगा। चंद्रमा कन्या राशि में रहेंगे और भगवान सूर्य धनु राशि में विराजमान हैं। अभिजित मुहूर्त का समय होगा 12.02 से 12.43 बजे तक बजे तक।
नोटः आज रूक्मिणी अष्टमी तथा अष्ट का श्राद्ध है।
इस बार रुक्मिणी अष्टमी 27 दिसंबर को मनाई जाएगी. शास्त्रों में रुक्मिणी जी को मां लक्ष्मी का अवतार माना गया है। इसके अलावा रुक्मिणी देवी श्रीकृष्ण की पटरानियों में से एक थीं। कहते हैं कि रुक्मिणी, राधा और भगवान कृष्ण का जन्म भी अष्टमी के दिन भी हुआ था।
आज अष्ट का श्राद्ध यह एक पारंपरिक विश्वास है, कि हर पीढ़ी के भीतर मातृकुल तथा पितृकुल दोनों में पहले की पीढ़ियों के समन्वित ‘गुणसूत्र’ उपस्थित होते हैं। यह प्रतीकात्मक अनुष्ठान जिन जिन लोगों के गुणसूत्र (जीन्स) श्राद्ध करने वाले की अपनी देह में हैं, उनकी तृप्ति के लिए होता है।
विक्रमी संवत्ः 2078,
शक संवत्ः 1943,
मासः पौष़, पक्षः कृष्ण पक्ष,
तिथिः अष्टमी सांयः 07.29, तक है,
वारः सोमवार।
विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही,शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।
नक्षत्रः हस्त अरूणोदय काल 05.07 तक है,
योगः सौभाग्य प्रातः काल 08.52 तक,
करणः बालव,
सूर्य राशिः धनु, चंद्र राशिः कन्या,
राहु काल: प्रातः 07.30 बजे से प्रातः 09.00 बजे तक
सूर्योदयः 07.16, सूर्यास्तः 05.28 बजे।