Thursday, August 21

धर्म/संस्कृति देस, चंडीगढ़ :

संत महात्माओं ने हमेशा ही इंसान को एक अलार्म की तरह हर समय बुराइयों से बचकर अच्छाइयों को अपनाने को कहा है। इंसान संतों महात्माओं की बातों व संदेशों को अनदेखा करके बुराइयों में फंस रहा है। जिसमें इंसान का अपना ही कसूर है। उक्त विचार निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने दिल्ली में आयोजित एक संत समागम के दौरान कहे। सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने कहा कि परमात्मा ने संसार की रचना की और सबसे उत्तम रचना के रूप में इंसान बनाया। हर चीज को मर्यादित रूप दिया। इंसान को संतों महापुरुषों ने हमेशा ही जागने का संदेश दिया, उसे सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी व मानवता के गुणों को जीवन में अपनाने के लिए प्रेरित किया। इंसान इस बात को जानता है कि वैर, विरोध, नफरत व अन्य सामाजिक बुराइयों से नुकसान ही होना है लेकिन फिर भी प्यार, विनम्रता, सहनशीलता व अन्य दैवी गुणों को छोड़ कर इन बुराइयों के माया जाल फस कर इंसान नुकसान ही उठाता है। किसी भी पशु या पक्षी को यह नहीं कहना पड़ता कि वह पशु या पक्षी बने क्योंकि जो उसका कार्य है, वह कर रहे हैं जबकि इंसान को सचेत करना पड़ता है कि वह इंसानियत वाले कर्म करे। उन्होंने आज संसार में इंसानियत व मानवीय गुणों को अपनाकर संसार में सुंदरता प्रदान करने के लिए प्रेरित किया।