उपायुक्त महावीर कौशिक ने जिला में अवैध माईनिंग के मामलों को लेकर आयोजित बैठक की करी अध्यक्षता
- अवैध माईनिंग को रोकने के लिए एसडीएम कालका और तहसीलदार रायपुररानी व पिंजौर की देखरेख में चार टीमें बनाने के दिये निर्देश
- खनन सरकार के प्राथमिक क्षेत्रो ंमें से एक है और इसमें किसी भी प्रकार की अनियमिततायें बर्दाश्त नहीं की जायेगी-उपायुक्त
पंचकूला, 16 दिसंबर:
उपायुक्त महावीर कौशिक ने जिला में अवैध माईनिंग के मामलों को लेकर जिला सचिवालय के सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने अवैध माईनिंग को रोकने के लिए एसडीएम कालका और तहसीलदार रायपुररानी व पिंजौर की देखरेख में चार टीमें बनाने के निर्देश दिये जो माईनिंग विभाग के अधिकारियों के साथ ताल-मेल स्थापित कर अवैध माईनिंग को रोकने का कार्य करेंगी।
उपायुक्त ने जिला के ग्रामीण क्षेत्र के लोगों व अधिकारियों/कर्मचारियों से अपील की कि किसी भी ग्रामीण को अवैध माईनिंग के वाहन देखने को मिलते हैं तो वे जिला माईनिंग अधिकारी गुरजीत सिंह के मोबाइल नंबर 9351400007, माईनिंग इंस्पेक्टर सुनील कुमार के मोबाइल नंबर 9416277087, खनन इंस्पेक्टर अतुल गटानिया के मोबाइल नंबर 824588122 तथा माईनिंग इंसपेक्टर सांची के मोबाइल नंबर 7009345273 पर संपर्क करके इसकी शिकायत कर सकते हैं। सूचना मिलते ही खनन अधिकारियों द्वारा तुरंत प्रभाव से अवैध माईनिंग के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।
उन्होंने खनन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि अवैध खनन को रोकने के लिए एसडीएम कालका, पुलिस, बीडीपीओ, तहसीलदार की ई-रवानगी वाहन को रुकवा कर अवैध खनन में प्रयोग की जाने वाली गाड़ियों की रसीद चैक करें। रसीद न पाए जाने पर तुरंत पुलिस और खनन अधिकारियों की मदद लेकर उनकी एफआईआर और वाहन को पकड़ कर उनके ज्यादा से ज्यादा चालान करें।
उन्होंने कहा कि खनन सरकार के प्राथमिक क्षेत्रो ंमें से एक है और इसमें किसी भी प्रकार की अनियमिततायें बर्दाश्त नहीं की जायेंगी। उपायुक्त ने निर्देश दिये कि अधिकारी अवैध खनन के साथ साथ ऐसे खनन स्थलोें का भी दौरा करें जहां खनन के लिये लाईसेंस जारी किये गये हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वहां नियमों के दायरे में रहकर खनन गतिविधियां की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि नियमों के विरूद्ध खनन गतिविधि करते पाये जाने पर दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्रवही की जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि वन विभाग की जमीन पर खनन गतिविधियों के लिये लाईसेंस जारी करने से पहले वन विभाग से एनओसी ली जाये।
उन्होंने कहा कि खनन विभाग के अधिकारी ऐसे स्थानों की पहचान करें जहां अवैध माईनिंग होने की संभावना हो तथा वहां पुलिस विभाग के साथ मिलकर नाके लगाये ताकि अवैध खनन को रोका जा सके। उन्होंने जिला परिवहन अधिकारी को निर्देश दिये कि वे माईनिंग के ओवर लोडिंग वाहनों के अधिक से अधिक चालान करें। उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि अवैधा माईनिंग की शिकायतों पर जल्द से जल्द एफआईआर दर्ज की जाये।
इस अवसर पर एसडीएम कालका ममता शर्मा, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी विरेन्द्र पुनिया, तहसीलदार विरेन्द्र गिल, एसीपी मुकेश कुमार, जिला माईनिंग अधिकारी गुरजीत सिंह, माईनिंग इंस्पेक्टर सुनील कुमार, एचएसवीपी और नगर निगम के अधिकारी उपस्थित थे।