जीतेन्द्र नारायण उर्फ रिज़वी का सिर काटने वाले को पचास लाख का इनाम : फ़िरोज़

यह पहली बार नहीं है, जब यूपी शिया बोर्ड के पूर्व प्रमुख वसीम रिजवी का सिर काटने के लिए इनाम की घोषणा की गई है। इस साल मार्च में, शिया वकील और ‘कार्यकर्ता’ अमीर-उल-हसन जाफरी ने कुरान से 26 छंदों को हटाने के लिए अपनी याचिका के लिए यूपी शिया बोर्ड के पूर्व प्रमुख वसीम रिजवी का सिर कलम करने वाले को 11 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। रिजवी ने अपनी याचिका में आरोप लगाया कि ये आयतें आतंकवाद और जिहाद को बढ़ावा देती हैं। जब से उनकी याचिका के बारे में रिपोर्ट सामने आई है, रिजवी को मुस्लिम समुदाय के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि जब से वसीम रिजवी ने हिंदू धर्म में वापसी की और गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर में महंत यति नरसिंहानंद गिरी के मार्गदर्शन में जितेंद्र नारायण स्वामी बने, इस्लामवादी भी सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा जाहिर करते रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि जितेंद्र नारायण स्वामी को इस्लाम से बाहर निकाल दिया गया था और यहां तक ​​कि उन्हें ‘काफिर’ भी कहा था। क्या कॉंग्रेस शुरू ही से हिन्दू समाप्ती की ईछुक रही है ???

सारिका तिवारी, नयी दिल्ली/हैदराबाद :

हिंदू धर्म अपनाने के बाद रिजवी ने कहा, ‘मुगलों ने हिंदुओं को हराने की परंपरा दी है। हिंदुओं को हराने वाली पार्टी को मुसलमान सर्वसम्मति से वोट करते हैं। मुस्लिम वोटर सिर्फ हिंदुओं को हराने के लिए हैं। उन्होंने आगे कहा, “मुझे इस्लाम से निकाल दिया गया। हर शुक्रवार, वे मेरे सिर के लिए और अधिक पुरस्कारों की घोषणा करते हैं। आज मैं सनातन धर्म स्वीकार कर रहा हूं।”

हैदराबाद के कॉन्ग्रेस नेता मोहम्मद फिरोज खान ने ‘शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड’ के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी (अब जितेंद्र नारायण स्वामी) के सिर पर 50 लाख रुपए का इनाम रखा है। ये वीडियो 10 दिन पुराना है, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बता दें कि वसीम रिजवी ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के डासना स्थित शिव-शक्ति धाम में महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती के मार्गनिर्देशन में न सिर्फ हिन्दू धर्म अपना लिया, बल्कि जीते-जी अपना अंतिम संस्कार की प्रक्रिया भी पूरी कर ली।

बता दें कि मोहम्मद फिरोज खान हैदराबाद से कौन्ग्रे के टिकट पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं। जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, उसमें वो ऐलान करते दिख रहे हैं कि जो भी सैयद वसीम रिजवी का सिर कलम करेगा, उसे 50 लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा। इस वीडियो को सबसे पहले 25 नवंबर, 2021 को ‘Voiceup Media’ नामक यूट्यूब चैनल ने शेयर किया था। इस वीडियो में मोहम्मद फिरोज खान वसीम रिजवी को लेकर अभद्र और गाली वाली भाषा का भी इस्तेमाल कर रहे हैं।

वीडियो में कॉन्ग्रेस नेता कहते हैं, “वसीम रिजवी, 4 महीने से सुन रहा हूँ तेरे को मैं। बर्दाश्त जो है ना, तू ख़त्म कर देगा। ये जहाँ भी दिखे, इसकी हत्या कर दो और इसका गला लेकर मेरे पास आ जाओ। 50 लाख रुपए मेरे से ले लेना। सेशन कोर्ट से लेकर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक, इसका मर्डर करने वाले के लिए हर जगह वकील मैं रखूँगा। साथ खड़ा रहूँगा। ऐसे ‘ह%म के %ल्ले’ को और ‘सू&र की औलाद’ को जीने का कोई हक़ नहीं है। जो भी मेरे को सुन रहे, मैं अल्लाह की कसम खा रहा कि मैं तेरा साथ दूँगा।”

हालाँकि, ये पहली बार नहीं है जब वसीम रिजवी का नाम लेकर इस तरह का ऐलान किया गया हो। मार्च 2021 में उनका सिर काट कर लाने पर मुरादाबाद बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता अमीरुल हसन जाफरी ने 11 लाख रुपए के इनाम की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि घोषित इनाम की व्यवस्था वह अपने पास से और बार एसोसिएशन के लोगों के माध्यम से एकत्र करेंगे और अगर इसके बाद भी रकम कम पड़ जाती है तो वो अपनी औलाद को बेच देंगे, लेकिन ‘कुरान से छेड़छाड़ करने वाले’ वसीम रिजवी का सिर क़लम करने वाले को पूरा इनाम देकर रहेंगे।

बताते चलें कि :

उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष ‘वसीम रिजवी’ ने आज (6 दिसंबर 2021) डासना देवी मंदिर में हिंदू धर्म स्वीकार कर लिया। अब उनका नाम जितेंद्र नारायण स्वामी/ त्यागी किया गया है। इस धर्म परिवर्तन की प्रक्रिया के दौरान मंदिर में हवन पूजा और अनुष्ठान हुए और ‘रिजवी’ से जलाभिषेक करवाया गया। मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद ने बताया कि उन्होंने वसीम को त्यागी उपजाति इसलिए दी क्योंकि वह बताना चाहते हैं कि हिंदू धर्म में जाति व्यवस्था कमजोरी नहीं है। वहीं ‘रिजवी’ ने कहा, “मैं अब यति का सिपाही हूँ, सनातन के दुश्मनों से मिल कर लड़ेंगे।”