Sunday, September 14

देवबंद क्षेत्र के मुस्लिम युवक एवं भाजपा कार्यकर्ता अहसान राव ने बड़े जोशो खरोश के साथ जय श्री राम और भारत माता की जय के नारे लगाए थे। इंटरनेट मीडिया पर इस मुस्लिम युवक की नारे लगाने का वीडियो जारी होने पर मौलाना ने सख्त एतराज जताया था। उलेमा की प्रतिक्रिया के बाद रविवार को अहसान राव ने मीडिया के सामने आते हुए कहा कि श्री राम हमारे पूर्वज है और हम श्रीराम के वंशज है। मुझे यह सब बोलने में कोई आपत्ति नही है। जिस मुल्क में हम रह रहें है हमे वहां की जय जयकार करनी चाहिए। मेरे नारे लगाने पर कौन क्या कह रहा है मुझे इससे कोई मतलब नही है। किसी मौलाना को हमको इस्लाम से खारिज करने का अधिकार नहीं है।  

सारिका तिवारी, चंडीगढ़/लखनऊ:

देवबंद के मौलाना मुफ़्ती असद कासमी ने इस पर कड़ा ऐतराज जताया और इस गलती के लिए अल्लाह से माफी मांगने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि अपने दुनियाबी आकाओं को खुश करने के लिए इस तरह के नारे नहीं लगाने चाहिए, क्योंकि इस तरह के नारे लगाने से इंसान इस्लाम से जाया हो जाता है। वहीं अहसान राव का कहना है कि उलेमाओं के कुछ कहने से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है। भगवान राम हमारे पूर्वज हैं और हम सभी श्रीराम के वंशज हैं।

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में आयोजित भाजपा की रैली में एक मुस्लिम युवक के ‘जय श्रीराम’ व ‘भारत माता की जय’ कहने पर देवबंद के उलेमा नाराज हो गए हैं। देवबंद के उलेमा मुफ़्ती असद कासमी का कहना है कि इस शख्स को मौलानाओं से मिलकर रुजू और अल्लाह से तौबा करना चाहिए। इस कट्टरपंथी सलाह से बेफिक्र युवक अहसान राव ने कहा कि श्रीराम उनके पूर्वज हैं और उन्हें ‘जय श्रीराम’ और ‘भारत माता की जय’ बोलने से कोई गुरेज नहीं है।

दरअसल, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शनिवार (4 दिसंबर) को सहारनपुर में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान एक मुस्लिम युवक जय श्रीराम और भारत माता की जय के नारे लगाने लगा। उसका यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।

इस वीडियो के सामने आने के बाद अहसान राव की खूब वाह-वाही हो रही है। दूसरी तरफ, देवबंद के उलेमा मुफ़्ती असद कासमी का कहना है कि इस्लाम के अंदर इस तरह के नारे लगाने की कोई गुंजाइश नहीं है। इस शख्स को मौलानाओं से मिलकर रुजू करना चाहिए और अल्लाह से तौबा करना चाहिए, क्योंकि इस तरह के नारे लगाने से इस्लाम से जाया हो जाता है। साथ ही उन्होंने कहा कि अपने दुनियावी आकाओं को खुश करने के लिए इस तरह के नारे नहीं लगाने चाहिए। उन्होंने अहसान को इस्लाम से खारिज करने की भी धमकी दी।

इस प्रतिक्रिया देते हुए राव का कहना है, “हम राम के वंशज हैं। राम हमारे पूर्वज हैं। जय श्रीराम बोलने में या भारत माता की जय बोलने में मुझे इसमें कोई आपत्ति नहीं है। जिस मुल्क में हम रह रहे हैं, उसकी जय-जयकार करनी चाहिए।”

वहीं, उलेमा द्वारा इस्लाम से खारिज किए जाने की बात पर उन्होंने कहा, “उनका अपना काम है, लेकिन मैं अपने काम को अंजाम दे रहा हूँ। मेरे अल्लाह भी जानते हैं और कौन क्या बोल रहा है। मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मेरी जानकारी के अनुसार अभी तक दारुल से इस तरह की बात सामने नहीं आई है। जब कोई आएगी, मैं बात करूँगा।”

सहारनपुर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उन्होंने स्टेट यूनिवर्सिटी का शिलान्यास किया था और जनसभा को संबोधित करते हुए योगी सरकार की तारीफ की थी। गौरतलब है कि अगले कुछ महीनों में ही उत्तर प्रदेश में विधनसभा के चुनाव होने हैं। भाजपा सत्ता में दोबारा लौटने के लिए ताबड़तोड़ रैलियाँ कर रही है। वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव और कॉन्ग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी भी जनता के बीच पहुँच रहे हैं और जनता को लुभाने की हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं।