दशकों से कांग्रेस से जुड़े नेताओं ने पार्टी छोड़ी
टिकट वितरण में सीनियर कांग्रेस नेताओं की उपेक्षा का आरोप लगाया
चण्डीगढ़ :
चण्डीगढ़ कांग्रेस के कई सीनियर नेताओं ने आज बाकायदा अपना इस्तीफ़ा पार्टी प्रधान सुभाष चावला को सौंप दिया। गत रोज कांग्रेस के स्थानीय संगठन सचिव नवीन गुप्ता, जो सेक्टर 21 की मार्किट एसोसिएशन के अध्यक्ष व चण्डीगढ़ व्यापार मंडल के सदस्य भी हैं, ने तथा रामचरण गुप्ता ने इस्तीफे की घोषणा की थी। नवीन गुप्ता ने अपने पद व पार्टी की प्राथमिक सदस्यता एवं पार्टी के संगठन सचिव पद, रामचरण गुप्ता ने चण्डीगढ़ कांग्रेस कमेटी की प्राइमरी मेंबरशिप, सचिव पद एवं कार्यकारिणी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उनके साथ-साथ राजविंदर कौर पनाग ने वाईस प्रेजिडेंट ( जिला एक ) के पद से व सुनीता सरीन ने भी संगठन सचिव के पद से विधिवत त्यागपत्र पार्टी कार्यालय में जाकर सौंप दिया।
इससे पहले इन सभी ने प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता को भी सम्बोधित किया जिसमें नवीन गुप्ता ने खुद के लिए व रामचरण गुप्ता ने अपनी पत्नी को टिकट देने में उनकी वरिष्ठता को नज़रअंदाज़ करने का आरोप लगाया। रामचरण गुप्ता ने सुभाष चावला को पत्र भी लिखा है जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि उनके पिता शाम लाल गुप्ता, पूर्व अध्यक्ष, चंडीगढ़ टेरिटोरियल कांग्रेस कमेटी, ने आजादी से पहले 1942 ( भारत छोडो आंदोलन अंग्रेजों के खिलाफ) से कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की थी, और 1967 से चण्डीगढ़ कांग्रेस में प्रधान पद से लेकर कई महत्वपूर्ण कार्यों को करते हुए अपना सारा जीवन पार्टी की सेवा में लगा दिया, और वे खुद पिछले 50 वर्षों से कांग्रेस पार्टी की सेवा करता आ रहें है और कई पदों पर कार्य भी किया है। लेकिन पिछले 25 साल से पार्टी ने उन्हें ना ही कोई महत्वपूर्ण पद दिया और ना ही कोई नगर निगम पार्टी का कोई टिकट दिया। इस कारण वे पार्टी नेतृत्व से निराश होकर पार्टी छोड़ रहें हैं। हालाँकि उन्होंने डी.डी. जिन्दल, पवन शर्मा, भूपेन्द्र सिंह बढेहेरी व एचएस लक्की का उनका साथ देने के लिए धन्यवाद किया।
उधर सुश्री पनाग ने पत्रकारों को बताया कि उनकी माता कई वर्षों तक महिला कांग्रेस की प्रधान रहीं हैं व वे खुद भी कई सालों से पार्टी की सेवा में रत हैं परन्तु उनकी मजबूत दावेदारी को अनदेखा करके कमजोर उम्मीदवार को टिकट दे दिया गया। उन्होंने कहा कि हम सभी के जाने से उन्हें तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा परन्तु पार्टी ने जरूर कुछ योग्य लोगों को खो दिया।