The Future of Legal Education discussed by PU Laws

The Department of Laws, Panjab University, Chandigarh  organised an online panel discussion on “Future of Legal Education in India:  Issues and Challenges”, today.The event was conducted in the auspicious presence of Prof. (Dr.) Ranbir Singh , Former Vice Chancellor National Law University, Delhi and Distinguished Prof. Rajiv Gandhi National University of Law, Patiala and HNLU Raipur ; Dr. G.S. Bajpai, V.C Rajiv Gandhi National University of Law, Patiala ; Prof. (Dr.) Balram K. Gupta , Prof. Emeritus and Senior Advocate, Director (Academics) of Chandigarh Judicial Academy. Prof. (Dr.) Devinder Singh, Chaiperson of Dept. of Laws, coordinator of the event introduced the dignitaries and initiated the discussion with most prominent issue of present time i.e. fate of legal education in India especially Three years LLB programmes. The structure of legal institutes in India was explained by distinguished Prof. Ranbir Singh. He  reflected upon the intricacies of existing State Universities Institutes such as Panjab University, Kurukshetra University etc. and need to introduce changes in present curriculum to make it more suitable to fast changing competitive world. He further mentioned that internships play an important role in skill development and thus opportunities for the same must be provided to students from the 1st year itself. Prof. G.S Vajpayee explained the importance of research in legal field and urged faculty members to help students in developing the same by organising workshops focussing on methods and tools of research. He stressed on preparing students for empirical research and that they should be motivated and supported financially to conduct the same. On the issue of placements at State Universities, Prof. Balram K Gupta  stated that proper arrangements must be made at the Institute and private companies or solicitor firms must be invited. He emphasised on preparing students for the placement sessions by organising orientation programmes, personality development programmes etc. No doubt he mentioned about the greatness of  Department of Laws, Panjab University and said that its legacy is enough to motivate students to do better in life and to provide favourable job opportunities. The discussion was then followed by  Q/A session in which students participated with great enthusiasm.

मनोहर लाल खट्टर और जजपा सरकार भ्रष्टाचार के दलदल में आकंठ डूबी हुई है – चन्द्र मोहन

पंचकूला 23 नवंबर:

   हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री चन्द्र मोहन ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और जजपा सरकार भ्रष्टाचार के दलदल में आकंठ डूबी हुई है और बिन पर्ची-बिन खर्ची वाली सरकार का असली चेहरा लोगों के सामने बेनकाब हो गया है।
       उन्होंने मांग कि है कि हरियाणा लोक सेवा आयोग और हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग में फैले भ्रष्टाचार की जांच उच्च न्यायालय के किसी सेवारत  न्यायाधीश से जांच करवाई जाए ताकि इस सरकार की उन कारगुज़ारियों को उजागर किया जा सके कि किस प्रकार से प्रदेश के लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ करते हुए उन्हें धोखा देकर यह सरकार इमानदारी की ब्रॉन्डिंग का लेबल लगा कर बनाई गई थी।
      चन्द्र मोहन ने कहा कि हरियाणा सरकार ने अपने आकाओं के इशारों पर अपने चहेतों को नौकरियां दिलवाने के नाम पर किस प्रकार से फर्जीवाड़ा किया गया है। यह सब धीरे-धीरे उजागर हो रहा है। आज भी अनेक विभागो में अधिकारियो की नियुक्ति   आर एस एस के मुख्यालय के इशारे पर होती हो रही हैं और आर एस एस के आदेशों के अनुसार ही भर्ती के नियमों में बार बार संशोधन करके  हरियाणा के युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है।
       उन्होंने तंज कसते हुए  कहा कि हरियाणा लोक सेवा आयोग के उप सचिव अनिल नागर के रंगे हाथों पकड़े जाने पर सरकार का पारदर्शिता का आवरण फट गया है। इसीलिए इस मामले में मुख्यमंत्री  मनोहर लाल खट्टर की चुप्पी इशारों-इशारों में बहुत कुछ कहने के लिए विवश और लाचार है। उन्होंने कहा कि हर रोज हरियाणा लोक सेवा आयोग और हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के कारनामों से भृष्टाचार की नई नई परते खुल रही है और प्रदेश के नेतृत्व पर ऊंगली उठनी शुरू हो गई हैं। इस लिए मुख्यमंत्री को प्रदेश की जनता के सामने आ कर अपने चहेतों के लिए माफी मांगनी चाहिए और इसके साथ ही उन  युवाओं से भी माफी मांगनी चाहिए जिनका भविष्य पारदर्शिता और पर्ची और खर्ची के नाम पर अंधकारमय हो गया है अब उनके नुकसान की भरपाई कौन करेगा।
      चन्द्र मोहन ने कहा कि नौकरियों में हुई  बंदरबांट का ही परिणाम है कि हरियाणा प्रदेश, बेरोजगारी के मामले देश में पहले स्थान पर पहुंच गया है , इसने तो बिहार जैसे राज्यों  को भी पीछे छोड़ दिया है और यह मनोहर लाल खट्टर सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है। इस भयावह स्थिति के लिए खट्टर सरकार जिम्मेदार है । उन्होंने मांग कि है कि अगर मुख्यमंत्री में जरा सी भी  नैतिकता बची है तो हरियाणा लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष समेत सभी का त्याग पत्र लेकर अनिल नागर के कार्यकाल सहित पिछले 7 सालों में हुईं सब नियुक्तियों की जांच करवाई जाए ताकि इस षड्यंत्र का पर्दाफाश हो सके ‌।
      उन्होंने कहा कि चौकसी विभाग द्वारा  अभी तक अनिल नागर और उसकी टीम के सदस्य अश्विनी शर्मा और नवीन से लगभग 3.25 करोड़ रुपये से अधिक नगद राशि बरामद की जा चुकी है और अभी अनेकों चेहरे बेनकाब होने बाकी हैं और यह खुलासा पारदर्शी तरीके से उच्च न्यायालय के किसी न्यायाधीश से जांच कराने के बाद ही हो सकता है अन्यथा सरकार इस घोटाले को दबाने का हर सम्भव प्रयास करेगी और  सच्चाई पर पर्दा डालने का हर संभव प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस मामले की न्यायिक जांच कराने के लिए राज्यपाल को एक ज्ञापन भी सौंपा जायेगा ताकि युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ होने से बचाया जा सके।

महिला कांग्रेस ने फिल्म अभिनेत्री के खिलाफ दर्ज करवाई शिकायत

कंगना रानौत से पद्मश्री वापस लें राष्ट्रपति

पंचकूला:

हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुधा भारद्वाज ने भारत के राष्ट्रपति से मांग की है कि वह फिल्म अभिनेत्री कंगना रानौत से पदमश्री वापस लें। महिला कांग्रेस अध्यक्ष आज महिला कार्यकर्ताओं के साथ पंचकूला के सैक्टर-पांच स्थित पुलिस थाने में पहुंची और स्वतंत्रता सेनानियों के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी के विरोध में शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस को दी शिकायत में प्रदेशाध्यक्ष सुधा भारद्वाज, महासचिव पवन कुमार, कमलेश शर्मा,गीता कांगड़ा संतोष व बेबी ने कहा कि पद्मश्री लेने वाली कंगना रानौत ने आजादी आंदोलन का मजाक उड़ाते हुए महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, मौलाना अबुल कलाम, शहीद भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद व नेता जी सुभाष चंद्र बोस जैसे महान क्रांतिकारियों का अपमान किया है। जिनकी कुर्बानी के सदका आज देश आजाद है।
शिकायत में कहा गया है कि कंगना रानौत को इतिहास के बारे में कोई जानकारी नहीं है। इस तरह की आपत्तिजनक टिप्पणियां करने वालों को पद्मश्री दिए जाने से इस सम्मान की गरिमा भंग होती है।
उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में गृहमंत्री व प्रधानमंत्री की चुप्पी से साफ होता है कि कंगना रानौत के बयान को केंद्र सरकार संरक्षण दे रही है। इस बारे में अभी तक केंद्र सरकार द्वारा कोई कार्रवाई करना तो दूर कंगना के बारे में कोई टिप्पणी तक नहीं की गई है। सुधा भारद्वाज ने राष्ट्रपति से आहवान किया कि पद्म पुरस्कारों के साथ सीधे तौर पर राष्ट्रपति कार्यालय जुड़ा होता है। कंगना जैसे लोगों को यह पुरस्कतार दिए जाने से राष्ट्रपति भवन की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगती है। इसलिए कंगना के खिलाफ कार्रवाई करते हुए सम्मान वापस लेना चाहिए। इस बीच सैक्टर-पांच की पुलिस ने हरियाणा महिला कांग्रेस द्वारा दी गई शिकायत को दर्ज कर लिया है।

श्री दुर्गा मंदिर, सेक्टर 41-ए में साधनहीन कन्या का विवाह सम्पन करवाया

चण्डीगढ़ :

श्री दुर्गा मंदिर सेक्टर 41-ए की मंदिर कमेटी और श्री दुर्गा मंदिर महिला मंडल के संयुक्त सहयोग से एक साधनहीन कन्या का शुभ विवाह का आयोजन मंदिर परिसर में किया गया। विशेष रूप से मंदिर प्रधान एच एल छाबड़ा, महासचिव मनोहर लाल एंव महिला मंडल प्रधान श्रीमती अनीता एवं महिला सचिव श्रीमती अनु हांडा एंव मंदिर समिति के समस्त कार्यकारिणी और स्थानीय निवासियों के सहयोग से हिंदू रीतिरिवाज से कानपुर (यूपी) से आई बारात का भव्य स्वागत करके कन्या को आशीर्वाद प्रदान किया।

Book of PU Faculty released byHon’ble Governor of Punjab

Chandigarh November 23, 2021

            Sh. Banwari Lal Purohit Ji, Hon’ble Governor of Punjab and Administrator of Chandigarh today released a book at Raj Bhawan entitled ‘India at 75’edited by Dr. Amneet Gill, Department of Evening Studies – Multi Disciplinary Research Centre Panjab University Chandigarh. The Hon’ble Governor congratulated her and encouraged her to continue with such research work in future  also.

            As we gear up to celebrate 75 years of independence, this book forms a part of the Azadi ka Amrut Mahotsav celebrations and presents 8 themes offering relevant insights on significant aspects related to India. The diversity of themes examined include chronicling the various facets of the Indian national movement analyzing the post independence achievements of the Indian nation significance of India’s internal security concerns, role of literature in the development of nationalistic ideas,  journey of IT advancement in India after independence and the innumerable efforts made by India to achieve the strature of being the global vaccine hub.

            Dr. Amneet has written two books and has to her credit 15 research papers published in various National and International Journals of repute.

PU Professor Honored

Chandigarh November 23, 2021

            Prof. Rajat Sandhir, Department of Bio-Chemistry, Panjab University, Chandigarh has been conferred with KT Shetty Memorial Oration of Indian  Academy of Neuro Sciences for the year 2021. Recently, he was among World Top 2% Scientists in the data released by Stanford University, Stanford, USA.

            Dr. Rajat Sandhir has received his M.Sc and Ph.D. degree in Biochemistry from the Postgraduate Institute of Medical Education and Research, Chandigarh. He has been at the Department of Biochemistry, Panjab University for more than 20 years. His research interests are to understand the biochemical and molecular mechanisms involved in development of neurodegenerative conditions like metabolic encephalopathies, dementia’s and brain injury with a particular interest to investigate the role of oxidative stress, mitochondrial dysfunctions and alterations in permeability of Blood-Brain-Barrier. In addition, his interest is also to identify neuroprotective strategies that could ameliorate neurodegenerative conditions. He has over 200 papers to his credit and has mentored over two-dozen students for Ph.D. He has an h-index of 46 and i10 index of 130. He has been on the editorial board of many international journals.

Prof. Deepti takes charge of DIS

Chandigarh November 23, 2021

            Prof. Deepti Gupta, Department of English and Cultural Studies, Panjab University has taken over as Dean of International Students from Dr. Anju Suri until further orders.

कोंग्रेसी विधायक मिलें उससे पहले हमें कूड़ा छानना होगा – केजरीवाल

केजरीवाल ने कहा- कांग्रेस के कई नेता AAP में आने के लिए उत्सुक हैं, पर हम कांग्रेस का कचरा नहीं लेना चाहते। केजरीवाल ने कहा कि अगर हम कांग्रेस का कचरा लेना चालू कर दें तो मैं आपसे यह दावे के साथ कह सकता हूं कि कांग्रेस के 25 विधायक शाम तक हमारे साथ आ जाएंगे। उनके 25 विधायक ही नहीं, 2-3 सांसद भी संपर्क में हैं और वह भी जुड़ जायेंगे। इसी बीच जब केजरीवाल से पूछा गया कि क्या 25 विधायकों में उसमें सिद्धू का नाम भी है तो केजरीवाल जोर-जोर से हॅसने लग गए…..  बरहाल, केजरीवाल के इस तरह के बयान से कांग्रेस और पंजाब कांग्रेस में बेचैनी बढ़ सकती है।

‘पुरनूर’ कोरल, चंडीगढ़. 

दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है. अमृतसर में एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस करते हुए अरविंद केजरीवालने कांग्रेस के सांसद और विधायकोंको कचरा तक कह दिया है. केजरीवाल ने कहा, हम कांग्रेस के कचरे को लेना नहीं चाहते वर्ना शाम तक कांग्रेस के 25 विधायक और 2-3 सांसद आम आदमी पार्टी में शामिल हो चुके होंगे. उन्‍होंने कहा कि हर पार्टी में टिकट के बंटवारे के दौरान कुछ लोग नाराज हो जाते हैं. उनको मनाने की कोशिश की जाती है. ऐसे में कुछ लोग मान जाते हैं और कुछ नाराज होकर दूसरी पार्टी में चले जाते हैं.

कांग्रेस पर हमला करते हुए दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री ने कहा, कांग्रेस के बहुत सारे लोग हमारे संपर्क में हैं लेकिन हम उनका कचरा लेना नहीं चाहते हैं. अगर हम उनका कचरा लेना शुरू कर दें तो मैं चैलेंज कर रहा हूं आज शाम तक कांग्रेस के 25 विधायक हमारी पार्टी में शामिल हो जाएंगे.

उन्‍होंने कहा कि अगर यही कंपटीशन करना है कि हमारे कितने विधायक और सांसदों ने पार्टी छोड़ी है तो मैं बता दूं कि हमारे तो 2 ही गए हैं. उनके 25 विधायक और 2-3 सांसद हमारे संपर्क में हैं जो आना चाहते हैं. ये गंदी राजनीति है. हम इस पर नहीं पड़ना चाहते.

बता दें कि पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के नेताओं को एक पार्टी से दूसरी पार्टी में जाने का सिलसिला शुरू हो गया है. आम आदमी पार्टी के तीन में से दो विधायक पार्टी छोड़कर कांग्रेस में जा चुके हैं. बठिंडा ग्रामीण से विधायक रूबी और रायकोट से विधायक जगतार सिंह ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है.

गाँव धनास के युवा नेताओं ने थामा भाजपा का दामन

चंडीगढ़ 23 नवंबर

 चंडीगढ़ के गाँव धनास के युवा नेताओं राहुल लाड्डी, गोलू संधु,नवाब अली व अन्य ने आज भाजपा का दामन थाम लिया। गाँव धनास के पूर्व सरपंच कुलजीत सिंह संधू की अगुवाई में सभी युवा नेता भाजपा की लोकप्रिय नीतियों और भावी योजनाओं से प्रेरित होकर पार्टी में शामिल हो गए। इस सभी का भाजपा ज़िला अध्यक्ष सतिंदर सिंह सिद्धू, युवा मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष व जिला प्रभारी अरुणदीप सिंह, ज़िला अध्यक्ष मनोज चौधरी, ज़िला महामंत्री दीपक रॉय, गिरीश बिंजोला व अन्य ने पूरी गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष व जिला प्रभारी अरुणदीप सिंह ने बताया कि आज भाजपा में शामिल हुए यह सभी युवा नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से कृषि कानून वापिस लेने के फैंसले से बहुत ही ज्यादा उत्साहित थे और इन सभी ने भाजपा का दामन थाम लिए है।

राहुल के करीबी किर्ति आज़ाद और आशोक तंवर ममता की पार्टी में होंगे शामिल

पश्चिम बंगाल में लगातार तीसरी बार सत्ता हासिल करने वाली तृणमूल कांग्रेस ने देश भर में अपने विस्तार के लिए आक्रामक रणनीति तैयार कर ली है। इसका सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस को ही उठाना पड़ रहा है, जिसने गोवा से बिहार, असम और त्रिपुरा तक में अपने नेताओं को खोया है। कांग्रेस के कई नामी चेहरे टीएमसी में शामिल हो गए हैं। अब तृणमूल कांग्रेस हरियाणा में भी कांग्रेस को बड़ा नुकसान पहुंचा सकती है। कांग्रेस के पूर्व सांसद और राहुल गांधी के करीबी अशोक तंवर आज यानी मंगलवार को दिल्ली में तृणमूल कांग्रेस में शामिल होंगे। समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से इसकी जानकारी दी है। बता दें कि इससे पहले सूत्रों के हवाले से एक और जानकारी सामने आई कि कांग्रेस नेता व पूर्व सांसद कीर्ति आजाद भी आज कांग्रेस का दामन छोड़कर तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता ले सकते हैं। संभव है कि ममता बनर्जी की ही मौजूदगी में वह टीएमसी में शामिल होंगे।

सारिका तिवारी, नयी दिल्ली:

हाल ही में तंवर ने अपना भारत मोर्चा के नाम से अलग पार्टी का गठन किया था। अशोक तंवर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बेहद करीबी माने जाते थे और अजय माकन के बहनोई भी हैं। लेकिन बीते दिनों भूपिंदर सिंह हुड्डा और कुमारी शैलजा जैसे नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोलने पर उनकी हाईकमान से बिगड़ गई थी और अंत में उन्होंने अनसुनी का आरोप लगाते हुए पार्टी ही छोड़ दी थी। अशोक तंवर हरियाणा के सिरसा से सांसद भी रहे हैं और इंडियन यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे थे। लेकिन 2019 के आम चुनाव से ठीक पहले वह कांग्रेस से अलग हो गए थे। 

अशोक तंवर दिल्ली में ममता बनर्जी की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हो सकते हैं। पश्चिम बंगाल की सीएम दो दिनों के दिल्ली दौरे पर आई हैं और इस दौरान वह पीएम नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं से मुलाकात करने वाली हैं। ममता बनर्जी के इस दिल्ली दौरे ने उनके और कांग्रेस के बीच बढ़ रही दूरी को स्पष्ट किया है। आमतौर पर दिल्ली आने पर वह कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करती थीं, लेकिन इस बार उनका ऐसा कोई प्रोग्राम नहीं है। दूसरी तरफ वह कांग्रेस के ही कई नेताओं को पार्टी में शामिल करने वाली हैं। 

गोवा के चुनाव में टीएमसी के उतरने के फैसले और कांग्रेस लीडरशिप के खिलाफ टिप्पणियों ने दोनों दलों के बीच दूरी बढ़ा दी है। प्रशांत किशोर भी राहुल और प्रियंका गांधी को लेकर टिप्पणी कर चुके हैं। अब अशोक तंवर और कीर्ति आजाद की तृणमूल कांग्रेस में एंट्री से यह दूरी और बढ़ने की संभावना है। हरियाणा में अशोक तंवर की मजबूत पकड़ रही है। हालांकि राष्ट्रीय स्तर पर उनकी ज्यादा पहचान अब तक नहीं दिखी है। 

हालांकि बंगाल से बाहर देश के अन्य हिस्सों में विस्तार की कोशिशों में जुटी टीएमसी के लिए अशोक तंवर फायदेमंद साबित हो सकते हैं। बंगाल में बीजेपी को हराने के बाद से टीएमसी की महत्वाकांक्षाएं बढ़ गई हैं और अब वह त्रिपुरा, गोवा, बिहार, यूपी समेत कई राज्यों में विस्तार में जुटी है। हाल ही में उसने पूर्व रेल मंत्री और दिग्गज कांग्रेसी रहे कमलापति त्रिपाठी के बेटे और पोते को भी शामिल किया था।