ज्योतिष के महा सम्मेलन में देश भर से रविवार 5 दिसम्बर को प्रमुख ज्योतिषी पहुंचेंगे
- ज्योतिष शास्त्र के स्टूडेंट्स के लिए खास प्रशिक्षण होगा चुनावों
- भारत की आर्थिक स्थिति को लेकर होगी भविष्यवाणी
चंडीगढ़ 29
ज्योतिष महा सम्मेलन में ,राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त ज्योतिषाचार्य जी. डी. वशिष्ठ ,अनिल वात्स ,एच .एस रावत , पंडित लेखराज ,पी .पी. एस राणा ,मदन गुप्ता स्पाटू , रविंद्र भंडारी , अक्षय तथा इसके इलावा देश भर से प्रमुख ज्योतिषी इस सम्मेलन में भाग लेंगे ।इस सम्मेलन के आयोजक संगठन के सी ई ओ डॉ रजनीश सूद व् चेयर पर्सन डॉ बविता अग्रवाल है। इस सम्मेलन को करवाने का मुख्य उद्देश्य- ज्योतिष शास्त्र के विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करना है ।क्योंकि वही ज्योतिष का भविष्य है। ज्योतिष भारत की नस नस में है, भारत की संस्कृति है, भारत की धड़कन है ।*भारतीय ज्योतिष* ना केवल भारत में अपितु समूचे विश्व में एक मार्गदर्शक का कार्य करता है। जब भी विश्व में कोई घटना घटित होती है ,कोई महामारी आती है ,तो समूचा विश्व महामारी के भविष्य को लेकर चिंतित रहता है तथा उसके लिए भारत की तरफ देखता है। भारतीय ज्योतिषियों की तरफ से की गई भविष्यवाणियां बहुत सार्थक मानी जाती है। विद्यार्थियों को विशेष तौर पर इस मंच पर इन सभी मुख्य अतिथियों के द्वारा सम्मानित किया जाएगा। भारत के लगभग ढाई सौ से तीन सौ ज्योतिषी होटल सनबीम चंडीगढ़ में इकट्ठा होंगे ।सुबह से शाम तक ज्योतिष के विभिन्न विषयों पर चर्चा चलेगी। मुख्य रूप से ज्योतिष का रोगों से क्या लेना देना है ,बड़े-बड़े लोगों के ज्योतिषीय कारण व निवारण देश की अर्थव्यवस्था, राजनीतिक भविष्य सभी को लेकर चर्चा होगी। यह सभी विषय कहीं ना कहीं समाज से जुड़े हुए हैं। ना केवल जुड़े हुए हैं ,अपितु समूचे समाज इन्हीं विषयों के इर्द-गिर्द घूमता है और हर एक व्यक्ति जीवन में प्रतिदिन कहीं ना कहीं किसी न किसी कारण वश इनकी चर्चा में अवश्य आता है ।चाहे वह देश का आर्थिक रूप हो ,चाहे वह राजनीतिक हो, इन पर चर्चा की जाएगी। श्री पवन कुमार गोयल बताएंगे कि राजनीति में किसी भी चुनाव में जीतने के लिए वास्तु किस प्रकार से मदद कर सकती है या किसी भी चुनाव में हार का कारण वास्तु कैसे हो सकती है।