चण्डीगढ़ में बिखरे हिमाचल की प्रतिभा और संस्कृति के रंग, कई हस्तियां भी हुई सम्मानित राजेंद्र राणा के प्रयासों से एकजुट हुई हिमाचली संस्थाएं
चण्डीगढ़ : ट्राइसिटी आज हिमाचल की प्रतिभा और संस्कृति के रंगों का संगम बनी नजर आई और लोक गीतों व लोक नृत्य की धड़कन में चण्डीगढ़वासी भी शामिल हो गए। सर्व कल्याणकारी संस्था (पंजीकृत) द्वारा ट्राई सिटी स्थित हिमाचल की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से शनिवार को सेक्टर 41 बी स्थित रामलीला ग्राउंड में अपने 17वें वार्षिक समारोह का आयोजन किया गया। यह पहला अवसर था जब संस्था के चेयरमैन व सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा की पहल पर चंडीगढ़ में हिमाचल की विभिन्न सामाजिक संस्थाएं एक साथ एक मंच पर एकजुट होकर आई और यह कार्यक्रम हिमाचली भाईचारे व गौरवपूर्ण संस्कृति का प्रतिबिंब बन गया।
इस कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश से ताल्लुक रखने वाली विभिन्न क्षेत्रों की विशिष्ट प्रतिभाओं को शान-ए -हिमाचल और शान-ए-हिंद अवार्ड से भी अलंकृत किया गया। हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध लोक व पार्श्व गायक धीरज शर्मा सहित अनेक कलाकारों ने अपनी जीवंत प्रस्तुतियों के माध्यम से हिमाचली संस्कृति के रंग बिखेरे।
इस अवसर पर अपने संबोधन में चंडीगढ़ के पूर्व सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल ने कहा कि चण्डीगढ़ के नवनिर्माण में हिमाचल प्रदेश के लोगों का योगदान भी छिपा हुआ नहीं है और चण्डीगढ़ में रह रहे हिमाचलियों की मेहनत, ईमानदारी, प्रतिभा और ऊर्जा की महक यहां की फिजाओं में भी घुली हुई है। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि चण्डीगढ़ में रह रहे हिमाचल के लोगों ने अपनी गौरवपूर्ण परंपराओं को सहेज कर रखा है और हिमाचल के संस्थाएं हमेशा जरूरतमंदों की सेवा में बढ़-चढ़कर अग्रणी भूमिका निभाती आई हैं। उन्होंने चण्डीगढ़ में हिमाचल प्रदेश के विभिन्न सामाजिक संस्थाओं को एक साथ एक मंच पर लाने के लिए सुजानपुर के विधायक व सर्व कल्याणकारी संस्था के चेयरमैन राजेंद्र राणा को साधुवाद दिया ।
इस अवसर पर अपने संबोधन में सर्व कल्याणकारी संस्था के चेयरमैन व सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लोग दुनिया में जहां जहां गए हैं वहां अपनी ईमानदारी, मेहनत और दृढ़ इच्छाशक्ति का लोहा मनवाया है । उन्होंने कहा हिमाचल प्रदेश के मेहनती लोगों की बदौलत ही आज हिमाचल देश के पहाड़ी राज्यों में विकास के मामले में अपनी एक विशिष्ट पहचान बना चुका है । उन्होंने कहा इसी साल हिमाचल प्रदेश अपने पूर्ण राजयत्व के 50 वर्ष पूरे कर चुका है और वर्ष 2021 के साल को “स्वर्ण जयंती समारोह” के रूप में मनाया जा रहा है।
राजेंद्र राणा ने कहा कि अगर हम इतिहास के पन्ने पलट कर देखें तो 15 अगस्त 1947 को हमारा देश गुलामी की बेड़ियों से आजाद हुआ था और स्वाधीनता के 8 महीने के बाद 30 पहाड़ी रियासतों को मिलाकर 15 अप्रैल, 1948 को हिमाचल प्रदेश एक केंद्र शासित “चीफ कमिश्नर प्रोविंस” के रूप में अस्तित्व में आया था। 25 जनवरी 1971 को तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने शिमला के रिज मैदान में आकर बर्फबारी के बीच हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा प्रदान करने की घोषणा की। और तब से हिमाचल प्रदेश के लोगों ने कतई पीछे मुड़कर नहीं देखा है।
राजेंद्र राणा ने कहा कि चण्डीगढ़ में रह रहे हिमाचल प्रदेश के शांतिप्रिय , ईमानदार, बहादुर, मेहनती और उत्सव प्रेमी लोग राष्ट्र के नवनिर्माण के साथ-साथ चण्डीगढ़ के विकास में भी हमेशा अग्रणी रहकर अपना योगदान देते आए हैं। राजेंद्र राणा ने कहा कि चण्डीगढ़ के निर्माण व विकास में क्योंकि हिमाचलियों का भी पूरा योगदान रहा है इसलिए पंजाब व हरियाणा की तर्ज पर इस केंद्र शासित राज्य में हिमाचल प्रदेश को भी वाजिब हिस्सा मिलना चाहिए।
इस समारोह में साथ ही चंडीगढ़ में रहकर विभिन्न क्षेत्रों में अपनी उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान करने वाली 8 शख्सियतों को “शान-ए-हिमाचल” और 3 शख्सियतों को शान-ए-हिंद अवार्ड से अलंकृत किया गया .
शान-ए-हिंद अवार्ड प्राप्त करने वाली हस्तियों में पीजीआईएमईआर, चण्डीगढ़ में न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर बलजिंदर सिंह, एडवांस्ड आई सेंटर, पीजीआईएमईआर, चण्डीगढ़ के प्रमुख डॉ. सुरेंद्र सिंह पांडव और आईटी क्षेत्र के लिए श्री छोटू शर्मा शामिल रहे।
इसी तरह शान-ए-हिमाचल अवार्ड गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल चण्डीगढ़ में कार्डियोलॉजी के प्रोफेसर डॉक्टर जीत राम, पीजीआई चंडीगढ़ में वर्ष 2017 से एनेस्थीसिया विभाग में सहायक प्रोफेसर डॉ. राजीव चौहान, श्री लाल बहादुर शास्त्री शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय नेरचौक मण्डी में सहायक प्राध्यापक के पद पर कार्यरत डॉक्टर अक्षय मिन्हास, डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज टांडा में प्रोफेसर और कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. मुकुल कुमार, भारतीय योग संस्थान के प्रांतीय प्रधान गोपाल दास, सामाजिक कार्यों के लिए श्री होशियार सिंह व पंडित ओम प्रकाश शर्मा तथा शिक्षा क्षेत्र के लिए डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल आलमपुर जिला कांगड़ा के प्रिंसिपल श्री विक्रम सिंह को दिया गया।
कार्यक्रम का संचालन जाने-माने साहित्यकार व हिमाचल प्रदेश सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर गुरमीत बेदी ने किया।
इस अवसर पर ट्राई सिटी स्थित हिमाचल प्रदेश की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारी व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। हजारों लोगों ने इस कार्यक्रम का लुत्फ उठाया । हिमाचल के जाने-माने लोक गायक धीरज शर्मा ने अपने स्वर लहरियों से उपस्थित जनसमूह को झूमने पर मजबूर कर दिया।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस सोशल मीडिया के चेयरमैन अभिषेक राणा, चण्डीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष सुभाष चावला, परवाणू नगर परिषद अध्यक्ष निशा शर्मा, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के सचिव देवेंद्र भुट्टो सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।