सेक्टर 49 गुरुद्वारे में 40 किलो का केक काटकर मनाई दोहरी खुशी

पहली पातशाही के गुरु पर्व के पावन अवसर पर पर 40 किलो का केक काटकर मनाई गई दोहरी खुशियां।  सेक्टर 49 के गुरुद्वारा में आज कॉलोनी वासी बच्चों के लिए कुछ खास  जश्न का माहौल था गुरुद्वारे में लंगर का प्रसाद तो  हर महीने ही मिलता है लेकिन आज के गुरु पर्व पर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी व इलाका के समाजसेवी व कांग्रेस के नेता  विपनजीत  अमन के प्रयासों से 40 किलो का केक बांट कर गुरुपूरब पर  दोहरी खुशी  जाहिर की , उनका कहना था  कि किसान भाई भी अब चैन की नींद से सोएंगे क्योंकि आज काले कानून वापस लिए गए हैं , इस जश्न को मनाते हुए अमन ने विस्तार से बताया  कि हमारे किसान भाई लगभग 1 साल से  दिन का चैन और रात की नींद गवा कर सड़कों पर बैठे थे वह कईयों ने शहादत भी दे दी थी तो इन सब की कुर्बानियां आज रंग लाई है आज भारत का किसान एक बार फिर खुशहाली के सपने देख सकेगा ,उन्होंने कहा कि किसान  भाइ हम सब के अन्नदाता है व उनकी खुशहाली का ख्याल रखना हम सब की नैतिक जिम्मेदारी है।

कृषि बिल वापिस लेने की घोषणा पर भाजपा किसान मोर्चे ने लड्डू बांटे

चण्डीगढ़

: भाजपा किसान मोर्चा, चण्डीगढ़ के महासचिव सरदार धर्मेंद्र सिंह सैनी के अगुआई में भाजपा कार्यकर्ताओं ने आज प्रधानमंत्री द्वारा 3 कृषि बिल वापिस लेने की घोषणा के बाद सारे ग्राम दरिया में लड्डू वितरण समारोह किया। इस अवसर पर गुरुपर्व के उपलक्ष्य में सभी को बधाई दी गई। लड्डू वितरण समारोह में स्थानीय भाजपाकार्यकर्ता शिव राम, लीलाधर स्वामी, प्रेम ठाकुर, रामकुमार लल्ला, गुरुदेव, ओम प्रकाश, सुमित, अरुण, नितेश, आनंद पांडे आदि भी उपस्थित रहे।

शांतिपूर्ण आंदोलन की सफलता के लिये किसानों को बधाई – दीपेंद्र हुड्डा

o   टीकरी बॉर्डर किसान धरने पर पहुंचे सांसद दीपेन्द्र हुड्डा को किसानों ने आगे बढ़कर गले लगाया

o   आज खुशी का भाव भी और आंख में पानी भी है – दीपेन्द्र हुड्डा

o   सरकार समय रहते अगर किसानों की मांगों को स्वीकारती तो 700 से अधिक किसानों की जान नहीं जातीउनके घरों में अंधेरा नहीं होता – दीपेंद्र हुड्डा

o   आंदोलन में अपनी जान की कुर्बानी देने वाले किसानों के परिवारों को मिले आर्थिक सहायता व सरकारी नौकरी – दीपेंद्र हुड्डा

o   किसानों पर दर्ज मुक़दमे तुरंत वापस ले सरकार – दीपेंद्र हुड्डा

चंडीगढ़, 19 नवम्बर। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा आज टिकरी बॉर्डर पर जब किसानों के बीच पहुंचे तो वहां मौजूद किसानों ने आगे बढ़कर उन्हें गले से लगा लिया। दीपेन्द्र हुड्डा ने भी किसानों को गले लगाकर बधाई दी और कहा कि आज खुशी का भाव भी है और आंख में पानी भी है। किसानों के संघर्ष में हमेशा साथ रहा हूँ। बड़े बुजुर्गों की मेहनत और तपस्या की जीत हुई है। उन्होंने आंदोलन में अपनी जान की कुर्बानी देने वाले किसानों को श्रद्धांजलि दी। दीपेंद्र हुड्डा ने मांग करी कि सरकार दिवंगत किसानों के परिजनों को सरकारी नौकरी तथा आर्थिक सहयोग दे, साथ ही किसानों पर दर्ज मुकदमें तुरंत वापस ले।

दीपेंद्र हुड्डा ने आजादी के बाद सबसे लम्बे और शांतिपूर्ण आंदोलन की सफलता के लिये देश भर के किसानों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने संबंधी प्रधानमंत्री की घोषणा से स्पष्ट हो गया है कि किसानों की मांगे जायज थीं। उन्होंने आंदोलन में अपनी जान की कुर्बानी देने वाले 700 से अधिक किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि सरकार समय रहते अगर किसानों की मांगों को स्वीकारती तो इतनी जानें न जाती और इन घरों में अंधेरा न होता।

उन्होंने कहा कि देश के किसानों ने पिछले एक साल से हर प्रकार का दुःख, दर्द, अपमान, अत्याचार, सरकारी प्रताड़ना झेली। किसानों को और उनकी आवाज़ को कुचलने, रौंदने के हर प्रयास हुए। संसद में सरकार किसान शब्द तक सुनना पसंद नहीं करती थी। आंदोलनरत किसानों पर लाठी-डंडे, आंसू गैस के गोले, ठंड में ठंडे पानी की बौछारें बरसायी गयीं। इस दौरान 700 से ज्यादा किसानों के शव विभिन्न धरनों से अपने-अपने गांव लौटे, फिर भी किसानों ने अपना संयम नहीं खोया और वे संविधान के दायरे में शांति के साथ अपनी मांगों को लेकर डटे रहे।

दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि दुःख इस बात का है कि सरकार पूरी असंवेदनशीलता और हठधर्मिता से किसानों को नकारती रही और किसानों को किसान मानने तक से इनकार करती रही। संसद में जब उन्होंने दिवंगत किसानों को श्रद्धांजलि देने, किसानों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करने और उन्हें मदद देने की मांग उठायी तो सरकार का कोई सांसद, कोई मंत्री खड़ा तक नहीं हुआ, उल्टा वे किसानों की कुर्बानी की खिल्ली उड़ाते रहे। जब-जब उन्होंने किसानों के मुद्दों को संसद में उठाने का प्रयास किया उनका माइक बंद कर दिया गया। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि उन्हें इस बात का संतोष है कि अंततः सरकार को किसानों के संघर्ष के आगे झुकना ही पड़ा। सरकार को MSP के सवाल का भी समाधान करना चाहिए।

सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सरकार को अविलम्ब किसानों की समस्याओं का समाधान करना चाहिए। हरियाणा में बड़े पैमाने पर किसान की खरीफ की फसल बेमौसमी बारिश व जलभराव से खेतों में ही गल गयी है। खेतों से पानी की निकासी न होने और खाद की भयंकर किल्लत के चलते रबी की बिजाई तक नहीं हो पा रही है। किसानों को अपने परिवार, बच्चों के साथ रात-रात भर खाद के लिये लाईनों में लगना पड़ रहा है। फिर भी उसे जरुरत भर की खाद नहीं मिल रही है। महंगे डीजल-पेट्रोल से किसान की लागत बढ़ती जा रही है, जबकि उसकी आमदनी घटती जा रही है। मंडियों में खरीद बंद करने से किसान को एमएसपी से कम भाव पर अपनी फसल बेचनी पड़ रही है। ऐसे में सरकार को किसानों से जुड़ी सभी समस्याओं के समाधान के लिये ठोस कदम उठाने चाहिए।

गुरुपर्व के मौके पर भाजपा नेताओं ने गुरुद्वारे में माथा टेका संगतों को दी बधाई व लंगर बांटा

चंडीगढ़।

गुरुपर्व के पावन अवसर पर भारतीय जनता पार्टी चंडीगढ़ के पदाधिकारियों ने सेक्टर-44 के ऐतिहासिक बाग शहीदां गुरुद्वारे में माथा टेका। इस मौके पर भाजपा के नगर निगम चुनाव प्रभारी विनोद तावड़े, सह-प्रभारी व राज्यसभा सदस्य इंदू गोस्वामी, भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महामंत्री दीप्ति रावत, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण सूद व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य व हिमाचल प्रदेश के सह-प्रभारी संजय टंडन , महामंत्री चन्द्रशेखर, सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी भी उपस्थित थे। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कैलाश जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि गुरुद्वारा प्रबंधन ने सभी नेताओं को सिरोपा डालकर सम्मानित किया व नेताओं ने भी आर्शीवाद लिया और लंगर छका। सभी नेताओं ने संगत को लंगर भी बांटा। सूद ने कहा कि श्री गुरुनानक देव जी ने हजारों साल पहले जो शिक्षा व आदर्श हमें दिए थे वो आज भी सार्थक हैं और हमें उनके दिखाए मार्ग पर चलना चाहिए। हमें श्री गुरु नानक देव जी की शिक्षा का ज्यादा से ज्यादा प्रचार करना चाहिए।नेताओं सरबत के भले के लिए अरदास भी की।

PU DIC, UIET, Awarded STARTUP Grant

Chandigarh November 19, 2021

A 7 member student team from Design Innovation Centre(DIC), Panjab University has been funded Rs.5,50,000/- by MHRD, Institution’s Innovation Council(IIC) for developing a Filament Extruder Machine START-UP.

UIET is the only team from North India to have been funded, out of a total 131 teams across the country. IIC-Panjab University inspired a multi-disciplinary B.E. student team-Ishank Bansal(Team Lead), Shubham Rattra, Tanya Aggarwal, Sachin Singh, Navudhay Pratap Singh, Vivek Mishra and Sakshi Gandhi under the able mentorship of faculty members -Dr Prashant Jindal,  Dr Mamta Juneja and Dr Rakesh Tuli to develop this innovative product. This machine has been going through various design upgradations over the past 1 year in the Medical Devices & Restorative Technologies lab at DIC, UIET, Panjab University, Chandigarh 

This team competed in the 2nd edition of IIC-National Innovation Contest (2020) where the students from IIC-Institutes took part in this competition that was designed in a way where each team will traverse a path from problem identification and ideation to building business model and finally entering the phase of Enterprise development in a time period of one year process through multiple elimination rounds that were conducted in an online  mode due to pandemic to identify the most innovative and useful Proof of Concepts(PoCs) developed by engineering students. 

A total of 9000 plus teams were  scouted from more than 900  IIC institutions across India and got 1400 odd best prototype nominations from Institutes for further evaluation and support. After multiple rounds of evaluation and mentoring rounds and training, finally 410 reached a level of development of a business plan for their innovations. Students cleared competitive rounds of evaluation which involved extensive knowledge of business plan, clinical trials and commercialization aspects. 

Then finally 131 teams from the program NIC 2020 and YUKTI2l.0 were selected for finals and after going through rounds of assessment and pitching, finally, 45 teams were selected for funding and incubation linkage support.

Out of these,  team  UIET was finally selected for Grant Support of Rs.5,50,000/- and Incubation Linkage by MHRD. 

The startup Simply 3D is a 3D sector-based venture that develops and constructs wire extruder machines that produce low-cost filaments used for FDM-based 3D printing by utilizing waste/virgin plastic shredded pellets. This machine was developed with the funding and technical support from DIC (Medical Devices & Restorative Technologies lab) and aspire to contribute towards the Made-in-India policy by setting up India-based wire extruder machine manufacturing venture and by allowing customers to shop and invest in a sustained environment for 3D printing by reducing plastic waste consumption.

संसद में कानून रोल बैक होगा तभी मोदी की बात पर भरोसा होगा

‘पुरनूर’ कोरल, चंडीगढ़/उत्तराखंड :

काशीपुर ,उत्तराखंड के महानगर अध्यक्ष संदीप सहगल ने कृषि कानून की एक ओर जहां सराहना की और किसानों को शुभकामनाएं दें वहीं यह भी कहा कि एक साल पहले भी इस कानून को रोल बैक किया जा सकता था । साल भर प्रतिकूल और विषम परिस्थितियों में किसान आंदोलन पर बैठे रहे और कई किसानों की शहादत भी हुई उसकी भरपाई कौन करेगा ।

एमएसपी पर प्रधानमंत्री द्वारा एम एस पी पर कोई बात ना करने की संदीप सहगल ने निंदा करते हुए कहा घोषणा तब तक सार्थक नहीं होती जब तक संसद में इसे अमलीजामा नहीं बनाया जाता।

एमएचसी, सेक्टर 13 में चार नए ओपन एयर जिम का काम शुरू

चण्डीगढ़ :

मॉडर्न हाउसिंग काम्प्लेक्स (एमएचसी), से.13 में एरिया कॉउंसलर फण्ड से चार नए ओपन एयर जिम हेतु आज काम शुरू हो गया है। स्थानीय पार्षद जगतार सिंह जग्गा ने एसडीइ, हॉर्टिकल्चर अंग्रेज सिंह व रेसिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों सचिव एसए कुरैशी व संयुक्त सचिव ललित बजाज आदि की मौजूदगी में कस्सी चला कर जिम स्थापित करने के कार्य का शुभारम्भ किया। जग्गा ने बताया कि क्षेत्र के पार्कों में छह-छह स्टेशनों वाले चार ओपन एयर जिम स्थापित किये जाएंगे। 

नगर निगम चुनाव में हिमाचल महासभा प्रत्येक हिमाचली उम्मीदवारों का पूर्ण समर्थन करेगी बैडमिन्टन टूर्नामैंट का आयोजन भी करवाया जाएगा

चण्डीगढ़ :

मुनि जी मन्दिर, सैक्टर 23 में हिमाचल महासभा की एक बैठक सभा के अध्यक्ष पृथ्वी सिंह चन्दरानी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। संस्था के महासचिव रमेश सहोड़ ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया कि हिमाचल महासभा चण्डीगढ़ में बड़ी संख्या में रह रहे हिमाचली समुदाय के हितों को देखते हुए आने वाले नगर निगम चुनावों में प्रत्येक राष्ट्रीय और क्षेत्रीय पार्टियों द्वारा हिमाचली पृष्ठभूमि से जुड़े उम्मीदवारों का पूर्ण समर्थन देगी। पृथ्वी सिंह चन्दरानी के कहा कि हालांकि सभा एक गैर राजनीतिक संस्था है, परन्तु दलगत राजनीति से ऊपर उठकर संस्था हिमाचली भाईचारे के लिए चुनावों में कार्य करेगी।उन्होंने ये भी बताया कि महासभा के बैनर तले चण्डीगढ़ में एक बैडमिन्टन टूर्नामैंट का आयोजन भी किया जाएगा जिससे समाज में खासकर युवा वर्ग जो नशे के गर्त में गिरकर अपना भविष्य बिगाड़ रहा है वह व्यक्तिगत स्वास्थ्य और खेलों के प्रति जागरूक हो। उन्होंने कहा कि टूर्नामेंट में भाग लेने के इच्छुक 9988250455, 9872989284 पर संपर्क कर सकते हैं। टूर्नामेंट की तिथियां जल्द घोषित की जाएंगी।

सरकार MSP के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करें – राकेश टिकैत

आज गुरु पर्व पर प्रधानमंत्री मोदी ने तीनों कृषि क़ानूनों को वापिस करने का वायदा किया जिस पर देश भर के विपक्षी नेताओं ने प्रधान मंत्री के हार जाने और अब हारने वाले चुनावों को ध्यान में रखते हुए किया जाने वाले कार्य पर मज़ाक भी उड़ाया जा रहा है। गुरूपर्व पर प्रधानमंत्री ने जी प्रकार की हार मानी है उस पर आंदोलन कारी नेता राकेश टिकैत अधिक दम और अपने पर विहवास पर और भी आगे बढ़ गया है। आज प्रधानमंत्री के हारने के बाद टिकैत ने दावा किया कि सरकार को अब सरकार MSP के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करें। सच्चाई आने वाले समय में साबित होगी कि टिकैत उत्तरप्रदेश के चुनावों तक आंदोलन को समाप्त नहीं करेगा यही ए सच कि सभी आंदोलनारियों को ऊम्मीद भी है।

‘पुरनूर’कोरल, चंडीगढ़ / दिल्ली :

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश को संबोधित करते हुए तीनों कृषि कानून की वापसी का ऐलान किया। इसके बाद अलग-अलग तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही है। आंदोलनरत किसान संगठनों ने इस फैसले का स्वागत किया है। हालाँकि भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने तत्काल आंदोलन वापस लेने से इनकार किया है।

टिकैत ने एक ट्वीट के जरिए यह बात करते हुए केंद्र सरकार के सामने एक शर्त भी रख दी है। उन्होंने लिखा, “आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा। हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा। सरकार न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य (MSP) के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करें।”

वहीं भारतीय किसान यूनियन (भानू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानू प्रताप सिंह ने कहा, “मैं इस कदम का स्वागत करता हूँ। 75 साल से किसान विरोधी नीतियों के चलते कर्ज के कारण किसानों की मौत हो गई। मैं पीएम मोदी से एक कृषि समिति बनाने और फसल की दरें तय करने का आग्रह करता हूँ। आज की घोषणा की तरह ही किसानों का कर्ज एक दिन में माफ हो।”

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने आंदोलनरत किसानों से अपने-अपने घर लौटने का आग्रह किया था। साथ ही किसानों के एक वर्ग को इन कानूनों के बारे में नहीं समझा पाने के लिए देश से माफी भी माँगी थी। उन्होंने कहा था, “मैं देश वासियों से क्षमा माँगते हुए, सच्चे मन से कहना चाहता हूँ कि हमारे प्रयास में कमी रही होगी कि हम उन्हें समझा नहीं पाए। आज गुरु नानक जी का पवित्र प्रकाश पर्व है। आज मैं आपको यह बताने आया हूँ कि हमने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया है। इस महीने के अंत में शुरू होने जा रहे संसद सत्र में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर देंगे। मेरी किसानों से अपील है कि अपने घर लौटें, खेतों में लौटें।”

कृषि कानून वापिस लेना मोदी की उपलब्धि: रंधावा

‘पुरनूर’ कोरल, चंडीगढ़:

जम्मू कश्मीर के तेज़ तर्राख एवम पूर्व एम.एल.सी भाजपा नेता चौधरी विक्रम रंधावा ने किसान कानून को वापिस लेना देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की एक उपलब्धि बताया है। विक्रम रंधावा ने प्रधानमंत्री के प्रति अपनी कृतज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि जो बिल किसान भाइयों को असमंजस में डाला हुआ था। आज उस बिल को वापिस लेने की घोषणा करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने किसानों को श्री गुरु नानक जी के प्रकाश उत्सव के पावन पर्व पर बहुत बड़ा तोहफ़ा दिया है।