पंचांग 13 नवम्बर 2021
नोट: आज ब्रह्म प्राप्ति व्रत ह। अपने यहां की सनातन परम्परा में तीर्थाटन, व्रत और पर्वों की संख्या इतनी ज्यादा है कि हर दिन जैसे कोई न कोई व्रत, कोई न कोई पर्व और समय-समय पर तीर्थाटन करने का विधान है। महाभारत में आया है, ‘सभी नदियां सरस्वती हैं। सभी पहाड़ पुण्य हैं।’
विक्रमी संवत्ः 2078,
शक संवत्ः 1943,
मासः कार्तिक़,
पक्षः शुक्ल पक्ष,
तिथिः दशमी प्रातः 05.49 तक है,
वारः शनिवार।
विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। शनिवार को देशी घी, गुड़, सरसों का तेल का दानदेकर यात्रा करें।
नक्षत्रः शतभिषा अपराहन् 03.25 तक है,
योगः व्यातिपात रात्रि काल 02.16 तक,
करणः तैतिल,
सूर्य राशिः तुला, चंद्र राशिः कुम्भ,
राहु कालः प्रातः 9.00 बजे से प्रातः 10.30 तक,
सूर्योदयः 06.46, सूर्यास्तः 05.24 बजे।