Panchang

पंचांग, 12 नवम्बर 2021

नोटःः अक्षय कूष्माण्ड नवमी, कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी से पूर्णिमा तक आंवले में भगवान लक्ष्मीनारायण का वास होता है। इस दिन आंवले और पीपल का विवाह कराने से अधिक पुण्य फल की प्राप्ति होती है तथा इसका पुण्य फल करोड़ों जन्मों तक नष्ट नहीं होता।  पद्मपुराण के अनुसार कार्तिक शुक्ल नवमी के दिन द्वापर युग का प्रारंभ हुआ था। इसी दिन भगवान विष्णु ने कूष्माण्ड नाम के दैत्य का वध किया था। इसी वजह से इस दिन को कूष्माण्ड नवमी भी कहा जाता है।  कूष्माण्ड दैत्य के शरीर से ही कूष्माण्ड (कद्दू) की बेल उत्पन्न हुई थी इसलिए इस दिन कद्दू दान करने से अनंत कोटि फल की प्राप्ति होती है। कद्दू के अंदर स्वर्ण, चांदी आदि रखकर गुप्त दान करने से मनुष्यों को मन वांछित फल की प्राप्ति होती है।  अक्षय नवमी के दिन आंवले के वृक्ष से अमृत की बूंदें टपकती हैं अत: कार्तिक शुक्ल नवमी के दिन हर मनुष्य को आंवला वृक्ष का पूजन अवश्य करना चाहिए। व आरोग्य व्रत आमला नवमी

विक्रमी संवत्ः 2078, 

शक संवत्ः 1943, 

मासः कार्तिक़, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः नवमी प्रातः 05.32 तक है, 

वारः शुक्रवार।

विशेषः आज पश्चिम दिशा की यात्रा न करें। शुक्रवार को अति आवश्यक होने पर सफेद चंदन, शंख, देशी घी का दान देकर यात्रा करें।

नक्षत्रः धनिष्ठा दोपहर 02.53 तक है, 

योगः धु्रव रात्रि काल 03.15 तक, 

करणः बालव, 

सूर्य राशिः तुला,  चंद्र राशिः कुम्भ, 

राहु कालः प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 06.45,  सूर्यास्तः 05.25 बजे।