पंचांग 10 नवम्बर 2021
नोटःः सप्तमी तिथ का क्षय है तथा आज श्री सूर्य षष्ठी महापर्व बिहार है। बिहार के लोक जीवन में कार्तिक मास में दीपावली के बाद आने वाली षष्ठी को छठ व्रत मनाया जाता है। छठ पर्व में सूर्य की पूजा दो बार की जाती है। एक डूबते सूर्य की और उसके बाद उगते सूर्य की। यह पर्व उस कहावत को भी झूठलाता है कि उगते हुए सूर्य की सभी पूजा करते हैं और डूबते सूर्य की कोई पूजा नहीं करता। अर्थात मनुष्य में भी जिसके भाग्य बुलंदी पर होते हैं उसका सम्मान सभी करते हैं लेकिन जिसके भाग्य गर्दिश में होते हैं उसकी ओर कोई आँख उठाकर भी नहीं देखता
विक्रमी संवत्ः 2078,
शक संवत्ः 1943,
मासः कार्तिक़,
पक्षः शुक्ल पक्ष,
तिथिः षष्ठी प्रातः 08.26 तक है,
वारः बुधवार।
विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर बुधवार को राई का दान, लाल सरसों का दान देकर यात्रा करें।
नक्षत्रः उत्तराषाढ़ा अपराहन् 03.42 तक है,
योगः शूल प्रातः काल 09.10 तक,
करणः तैतिल,
सूर्य राशिः तुला, चंद्र राशिः मकर,
राहु कालः दोपहर 12.00 बजे से 1.30 बजे तक,
सूर्योदयः 06.44, सूर्यास्तः 05.26 बजे।