पंचांग 28 अक्टूबर 2021
नोटः आज अहोई अष्टमी व्रत है। इस दिन महिलाएं अपनी संतन की लंबी उम्र, सुख-समृद्धि और सुखी जीवन के लिए प्रार्थना करती हैं। करवा चौथ की तरह ही इस दिन भी महिलाएं अपनी संतान की लंबी आयु के लिए पूरे दिन निर्जला उपवास करती हैं। नि:संतान महिलाएं संतान प्राप्ति की कामना में व्रत करती हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं शाम को तारों के दर्शन के बाद अर्घ्य देकर व्रत खोलती हैं। इस दिन विधि-विधान के साथ अहोई माता की पूजा-अर्चना कर संतान के सुख की प्रार्थना की जाती है। मान्यता है कि अहोई अष्टमी का व्रत रखने से संतान से कभी संकट दूर हो जाते हैं।
विक्रमी संवत्ः 2078,
शक संवत्ः 1943,
मासः कार्तिक़,
पक्षः कृष्ण पक्ष,
तिथिः सप्तमी दोपहर
वारः गुरूवार,
विशेषः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।
नक्षत्रः पुनर्वसु प्रातः 09.41 तक है,
योगः साध्य रात्रि काल 02.20 तक,
करणः बव,
सूर्य राशिः तुला, चंद्र राशिः कर्क,
राहु कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक,
सूर्योदयः06.34, सूर्यास्तः05.35 बजे।