छठ पूजा की एलजी द्वार अनुमत, कड़े नियमों का करना होगा पालन मनीष सीसोदिया की चेतावनी

मुस्लिम तुष्टिकरण और क्षेत्रवाद की राजनीति करने वाली केजरीवाल सरकार ईद – बकरीद पर खुद ही से फैसले दे देती है, वहीं जब हिन्दू जनता जब छट पूजा की अनुमति मांगती है तो हिन्दू विरोध के चलते पहले माना कर देती है ओर फिर टालने के लिए अनुमति मांगने का बहाना बना उपराज्यपाल के पास भेज देती है। उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की एक अहम बैठक के बाद उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली में छठ पूजा को सार्वजनिक रूप से मनाने की अनुमति मिलेगी। एलजी द्वारा अनुमति देने के पश्चात भी केजरीवाल सरकार इसे अपनी तरफ सेहिंदुओं पर एहसान जता रही है। यह सरकार द्वारा पहले से तय किए गए स्थानों पर बहुत सख्त प्रोटोकाल के साथ किया जाएगा। COVID प्रोटोकाल के पालन के साथ सार्वजनिक स्थानों पर बेहद सीमित संख्या में लोगों को अनुमति दी जाएगी। इसके साथ 1 नवंबर से दिल्ली में सभी स्कूलों को खोलने पर भी सहमति बनी है। कोई हैरानगी नहीं मुसलिम बहुल इलाके में प्राचीन शिव मंदिर को कर कोर्ट में हलफनामा दे कर उसकी हमेशा के लिए सीलिंग करवा देती है।

दिल्ली में घोर प्रदूषण से ग्रस्त यमुना जी के घाट पर छट पूजा को मजबूर दिल्ली वासी

नयी दिल्ली(ब्यूरो) :

भाजपा और हिंदुओं के लगातार विरोध प्रदर्शन और पूर्वांचल वासियों के प्रतिरोध के आगे आम आदमी पार्टी सरकार को झुकना पड़ा है। दिल्ली सरकार ने छठ महापर्व मनाने की अनुमति दे दी है। दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ‘दिल्ली आपदा की बैठक के बाद कहा कि त्योहारों का मौसम आ रहा है और खास कर छठ पूजा को लेकर लोगों की संवेदनाएँ थीं, इसीलिए निर्णय लिया गया है कि छठ पूजा कराने की अनुमति दिल्ली में दी जाएगी।

हालाँकि, उन्होंने इस दौरान ये भी कहा कि काफी कड़े दिशानिर्देशों के साथ दिल्ली सरकार द्वारा तय की गई पूर्व-निर्धारित जगहों पर सीमित संख्या में ही लोगों को शामिल होने की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस दौरान मास्क सहित कोरोना के सभी दिशानिर्देशों का पालन कराया जाएगा। उन्होंने दिल्ली वासियों से बहुत अच्छे से और सावधानी से छठ मनाने की अपील करते हुए कहा,”छठी मैया सबका कल्याण करें।” दिल्ली के डिप्टी सीएम ने इसे एक महत्वपूर्ण त्योहार बताया।

याद दिला दें कि हाल ही में भाजपा ने छठ के आयोजन पर लगे प्रतिबंधों को हटाने के लिए दिल्ली की AAP सरकार के विरुद्ध तगड़ा विरोध प्रदर्शन किया था, जिसमें पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी को गहरी चोटें आई थीं। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था। भाजपा ने छठ के आयोजन पर प्रतिबंधों का विरोध करते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी। दिल्ली सरकार ने इसका ठीकरा केंद्र के सिर फोड़ दिया था, जिसके बाद सवाल पूछे गए थे कि क्या ईद पर छूट देने के लिए केंद्र की सलाह ली गई?

भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने सिसोदिया के केंद्र को भेजे गए पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था, “मनीष सिसोदिया जी, ईद पर बाजार मनसुख भाई से पूछ के खोला था? नाटक मत करो, आपके चेहरे नंगे हो चुके है।” वहीं दिल्ली भाजपा के उपाध्यक्ष सुनील यादव ने कहा था, “बकरीद और ईद पर जब दिल्ली सरकार ने छूट दी थी तब केंद्र सरकार को क्यों नहीं लिखा केजरीवाल जी? केजरीवाल और सिसोदिया, दोनों ने हजारों बच्चों को स्टेडियम में बुलाकर मेंटोर प्रोग्राम लॉन्च किया, तब क्यों ना लिए दिशानिर्देश केंद्र से?”

बता दें कि 30 सितंबर, 2021 को जारी किए गए एक आदेश में DDMA ने कोरोना संक्रमण का हवाला देते हुए हुए नदी के किनारे, घाटों और मंदिरों सहित सभी सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा के आयोजनों पर रोक लगा दी थी। वहीं केंद्र सरकार द्वारा राजधानी दिल्ली में छठ पूजा में हिस्सा लेने वाले 10,000 लोगों के लिए मंगलवार से एक स्पेशल कोविड-19 टीकाकरण अभियान शुरू करने की घोषणा की गई है, जिसकी शुरुआत केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी बुराड़ी के पास स्थित कादीपुर में करेंगे।