पंचांग, 09 अक्टूबर 2021
नाोटः चतुर्थी तिथि का क्षय है। नवरात्र के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा होती है। मां का यह रूप बेहद ही सुंदर, मोहक और अलौकिक है। चंद्र के समान सुंदर मां के इस रूप से दिव्य सुगंधियों और दिव्य ध्वनियों का आभास होता है। मां का यह स्वरूप परम शांतिदायक और कल्याणकारी है। इनके मस्तक में घंटे का आकार का अर्धचंद्र है इसलिए इन्हें चंद्रघंटा देवी कहा जाता है।
विक्रमी संवत्ः 2078,
शक संवत्ः 1943,
मासः आश्विनी़,
पक्षः शुक्ल पक्ष,
तिथिः तृतीया प्रातः 07.49 तक है।
विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। शनिवार को देशी घी, गुड़, सरसों का तेल का दानदेकर यात्रा करें।
वारः शनिवार,
नक्षत्रः विशाखा सांय कालः 04.47 तक हैं,
योगः प्रीति
सांय काल 06.29 तक,
करणः गर,
सूर्य राशिः कन्या, चंद्र राशिः तुला,
राहु कालः प्रातः 9.00 बजे से प्रातः 10.30 तक,
सूर्योदयः06.22, सूर्यास्तः05.54 बजे।