पंचांग, 05 अक्टूबर 2021
इस दिन सूर्य व चंद्र दोनों के हस्त नक्षत्र में होने से गजच्छाया नामक योग बन रहा है। शास्त्रों में इसकी बहुत बड़ी महिमा है। इस योग में स्नान, दान, जप एवं ब्राह्मणों को भोजन, अन्न, वस्त्रादि का दान व श्राद्ध करने का विशेष महात्म्य माना गया है।
नोटः आज चतुर्दशी का श्राद्ध है। तथा विष, दुर्घटनादि से (अपमृत्यु) से मृतो का श्राद्ध है, तथा गजच्छाया योग है।
विक्रमी संवत्ः 2078,
शक संवत्ः 1943,
मासः आश्विनी़,
पक्षः कृष्ण पक्ष,
तिथिः चतुर्दशी सांयः 07.05 तक है।
विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर मंगलवार को धनिया खाकर, लाल चंदन,मलयागिरि चंदन का दानकर यात्रा करें।
वारः मंगलवार,
नक्षत्रः उत्तरा फाल्गुनी
रात्रि कालः 01.10 तक हैं,
योगः शुक्ल प्रातः काल 11.34 तक,
करणः विष्टि,
सूर्य राशिः कन्या, चंद्र राशिः सिंह,
राहु कालः अपराहन् 3.00 से 4.30 बजे तक,
सूर्योदयः06.20, सूर्यास्तः05.58 बजे।