Tuesday, July 1

सतीश बंसल, सिरसा:

शक्ति नगर में चल रही भागवत कथा में चौथे दिन भगवान कृष्ण के जन्म का प्रसंग सुनाया गया। कथावाचक स्वामी कृष्णानंद महाराज ने कृष्ण जन्म के बारे में कहा कि जब-जब विश्व में दुराचारियों के पाप और अत्याचार का बोझ बढ़ने लगता है तो भगवान अपने भक्तों की रक्षा करने के लिए किसी न किसी रूप में अवतार लेकर पृथ्वी को पापियों से मुक्त कर साधुजनों की रक्षा करते हैं। शिष्य सुमन मित्तल ने बताया कि स्वामी कृष्णानंद ने कंस द्वारा अपने पिता, बहन, बहनोई और जनता पर किए जा रहे जुल्मों के बारे में चर्चा करते हुए कंस को मारने के लिए भगवान विष्णु द्वारा कृष्ण के रूप में अवतार लेने की कथा का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने कहा कि भागवत कथा को अहंकार से मुक्त हो कर सुनने और सुनी हुई बातों का पालन करने पर ही मनुष्य का कल्याण संभव है। आज की कथा में श्याम मुरारी निस्वार्थ सेवा संस्थान के संरक्षक सुभाष वर्मा ने बतौर मुख्यातिथि ज्योत प्रज्वलित की। उनके साथ अध्यक्ष सुमन मित्तल, सहकोषाध्यक्ष राजन ग्रोवर, कुसुम वर्मा, दिव्या मित्तल, चारु ग्रोवर भी उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त गिरधारी गिरधर, हवा सिंह पूनिया, हरमिंदर मराड़, जवाहर बिश्नोई, त्रिलोक गिरधर, सचिन मनहर ने कथा का श्रवण किया। ढोल नगाड़ों के बीच कृष्ण जन्म पर सभी ने नाच गाकर अपनी खुशी प्रकट की। अंत में वृंदावन से पहुंचे मनोज शास्त्री ने मंत्रोच्चारण के पश्चात आरती करवाई।