गांधी समरक भवन में गांधी की 152वीं जयंती मनाई गयी

चण्डीगढ़:

0 2  अक्टूबर:

गांधी स्मारक निधि पंजाब, हरियाणा एवं हिमाचल प्रदेश की ओर से  राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 152वीं जयन्ती तथा भारतरत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री की 117वीं जयन्ती स्थानीय सैक्टर 16 स्थित गांधी स्मारक भवन में बड़ी श्रृद्धा एवं उल्लास से मनाई गयी। पंजाब के राज्यपाल एवं प्रशासक चंडीगढ़ ने कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर दोनों महान हस्तिओं को अपने श्रृद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि आज गांधी जी को याद करने के पीछे उनके सत्य और अहिंसा के सिद्धांत है। सत्य और अहिंसा के माध्यम से विरोधियों का हृदय परिवर्तन करना उनका मुख्य लक्ष्य था। गांधी जी और उनके विचार तभी प्रासंगिक हो सकते है जब सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक न्याय और शान्ति की बात होगी तो हमें गांधी जी के विचारों को अपनाना चाहिए। महात्मा गांधी ने सत्स व अहिंसा के अस्त्र से उस साम्राज्य से देश को गुलामी से  मुक्ति दिलाई जिसका सूर्य कभी अस्त नहीं होता था। गांधी स्वयं अपने काम करते थे इसलिए हमें भी अपने काम स्वयं करने चाहिए। गांधी जी ने बताया था कि देश वे दुनिया को सात पापों से बचना चाहिए जैसेकि सिद्धांत विहीन राजनीति, श्रमहीन राजनीति, विवेकहीन सुख, चरित्रहीन ज्ञान, नीतिहीन व्यापार, दयाहीन विज्ञान तथा त्यागहीन पूजा।कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में एडिशनल साॅलिसिटर सत्यपाल जैन ने कहा कि महात्मा गांधी ने देश में कई आन्दोलन चलायें लेकिन उन सभी की विषेशता यह रही कि वे सभी शान्ति पूर्वक एवं अहिंसक रहे। समारोह की अध्यक्षता करते हुए श्रीमती निर्मल दत्त ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को राष्टपिता की आत्मकथा जरूर पढ़नी चाहिए क्योंकि बापू कहते थें उनका जीवन ही उनका संदेश है। श्रीमती निर्मल दत्त ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री जी की ईमानदारी की मिसाल आज के नेताओं में कहीं नहीं मिलती। नेताओं को अपनी कथनी और करनी एक रखनी चाहिये। डाॅ. देवराज त्यागी, निदेशक गांधी स्मारक भवन ने अपने सम्बोधन में कहा कि महात्मा गांधी के द्वारा दिखाये सत्य के रास्ते पर चलना चाहिए। गांधी जी को महात्मा की उपाधि रविन्द्रनाथ टैगोर ने तथा राष्ट्रपिता की उपाधि नेता जी सुभाष चन्द्र बोस ने दी थी। गांधी जी ने नमक आन्दोलन और दाण्डी यात्रा करके देश को शोषणमुक्त करने का संदेश दिया। भारत के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में इस आन्दोलन का नाम अमर हो गया। वरिष्ठ साहित्यकार प्रेम विज ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि महात्मा गांधी की विचार धारा, सत्य, अहिंसा, त्याग, परोपकार अगर हम इन चीजों को अपने जीवन में अपनायेगे तो ही मानवता का कल्याण होगा।   यह कार्यक्रम सांस्कृतिक विभाग चंडीगढ़ प्रशासन तथा प्राकृतिक चिकित्सा समिति एवं सेन्ट्रल बैंक आॅफ इंडिया के सहयोग से सम्भव हुआ। 
कार्यक्रम के प्रारम्भ सामूहिक स्वच्छता अभियान, सामूहिक चर्खा कताई, पुष्पांजलि एवं गांधी जी के प्रिय भजन वैष्णवजन से हुआ। ब्लू बर्ड पब्लिक स्कूल पंचकूला की म्यूजियम टीचर श्रीमती हंसा बोहरा एवं स्कूली छात्र-छात्रओं ने समधुर भजनों से दर्शको को ओत-प्रोत कर दिया।
गांधी संग्रहालय का मुख्य आर्कषण वरूण टण्डन द्वारा बनाई गई 15 फुट की गांधी जी की पोट्र्रेट का रहा। बहुत भारी संख्या में इसको पसन्द किया गया। कवियों में डा. विनोद शर्मा, प्रेम विज, डा. सरिता मेहता, डा. अनीश गर्ग, नीरू मित्तल नीर, अशोक नादिर, बलवंत तक्षक, संतोष गर्ग, दलजीत कौर, बलवीर बाहरी, संगीता शर्मा कुंदरा, राजेन्द्र बंसल ने कविताओं से अपनी श्रद्धांजलि दी। समारोह में विशेष रूप से डा. राजीव कपिला, डा. वीना, पुनीता बावा, संजीव शर्मा, मोनिका, डा. जसपाल चंद, ब्रिजमोहन त्यागी, परमजीत कौर, नीलम, नीरजा राव, निशा, शिखा एश्ना भटनागर, राजेश सुखीजा, योग गुरू नरेश शर्मा, रमन शर्मा, अशोक मायर, बी.डी.शर्मा, कमल त्यागी, डेजी बेदी, इत्यादि ने भाग लिया। कार्यक्रम का मंच संचालन उमा महाजन ने सफलतापुर्वक किया।

मोदी की नीतियां आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के अवसर पर भारत को गांधी व लाल बहादुर शास्त्री के सपनों का भारत बनाने में जुटा है : रतनलाल कटारिया

पंचकूला, 2 अक्तूबर:

पूर्व केंद्रीय जलशक्ति व सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री श्री रतनलाल कटारिया ने कहा कि मोदी की नीतियां आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के अवसर पर भारत को गांधी व लाल बहादुर शास्त्री के सपनों का भारत बनाने में जुटा है। सत्य और अहिंसा गांधी जी की ताकत थी।

गांधी जी तथा लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर रतन कटारिया ने महात्मा गांधी जी की 150वीं जयंती पर गांव खड़क मंगोली (पंचकूला) राजकीय प्राथमिक पाठशाला में सफाई अभियान चलाकर ’एक भारत स्वच्छ भारत’ का नारा दिया।

कटारिया ने कहा कि 2014 में केंद्र में मोदी की सरकार  आने के बाद लगभग 60 साल तक गांधी के नाम पर केंद्र की सत्ता की बागडोर संभालने वाली कांग्रेस और उसके संपर्क से बनी सरकारें जो काम नही कर सकी। उसकी शुरूआत माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की थी। रतन लाल कटारिया ने कहा की गरीबों के लिए शौचालय, गरीबों के लिए आवास, बिजली गैस कनेक्शन, देने से लेकर आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख रुपए  तक का इलाज कराने की सुविधा देने जैसी मूलभूत योजनाओं का लाभ आज गरीब आदमी को मिल रहा है।

उन्होंने बताया कि अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा भी गांधी जी की वैचारिक संपदा से इतने अभिभूत थे कि वे गाहे-बगाहे उनका जिक्र करते रहते थे।

कटारिया ने बताया कि लाल बहादुर शास्त्री संसार में शास्त्री के नाम से प्रसिद्ध थे लेकिन परिवार के सभी लोगों ने बाबूजी कहकर पुकारा करते थे। बाबूजी सामाजिक कुरीतियों के घोर विरोधी थे । उनका सारा जीवन गलत परंपरा के विरुद्ध संघर्ष को समर्पित था। उनका जीवन चार्य का हर दिन और क्षण का राष्ट्र के लिए था।

कटारिया ने बताया कि शास्त्री जी कहते थे कि अपना काम खुद कर लेना कोई छोटी बात नहीं है जीवन की राह अंधेरी हो तो अपने पद पर प्रकाश करने के लिए अपना दीपक स्वयं बनना पड़ता है।

Special Lecture on Role of Police in Protecting Children from Sexual Offences at PU

The Centre for Police Administration, Panjab University, Chandigarh organized a special lecture on “Role of Police in Protecting Children from Sexual Offences”, to celebrate and commemorate 75 years of Independence of India, by Dr.K.P. Singh, IPS (Retd.) former DGP, Haryana.

Dr. Singh in his address said that “the police is the first responder to an exploited child and plays the most crucial role in setting in motion the justice delivery system after a crime is reported or detected or when such a crime is likely to happen.” According to him, “the response and attitude of the police towards the child can encourage the child to participate without fear in the investigation process and later during trial, which also impacts the proper rehabilitation and reintegration of the child back into the family and/or society.” It will also encourage more child victims and/or their families to come forward with reports of crimes and significantly, ensure that the process does not become the punishment for victims. The speaker pointed out that legislation with stringent provisions was the need of the hour and the Government enacted POCSO Act, 2012 to fulfil this need. The POCSO Act, 2012 is a gender neutral act and makes provisions for both the genders. It also recognizes the fact that sexual offences can be perpetrated by the relatives and family members too and children may experience confusion and guilt along with trauma. In such cases, allegations of sexual abuse should not be dismissed as frivolous or false.While elaborating on the role of police in recording the information,Dr. Singh pointed out that police should be very careful while recording the statements of the child. They should make him comfortable by ensuring the presence of a parent, guardian, or person whom the child trusts. A lady police officer not below the rank of Sub-inspector should be present during this process. 

 Earlier,Prof. Anil Monga, Chairperson, Centre for Police Administration while welcoming the speaker and participants said that India leads the world as a country with maximum cases of child sexual exploitation. Several studies conducted on the subject reveal that the people sexually exploiting children are known to the children or are people whom the children trust. Many times family members, cousin brothers, uncles or neighbours indulge in this crime which has a serious impact on the growth of the child as a normal human being later. Government though has brought POCSO Act, 2012 with stringent provisions, but the situation is going from bad to worse.

The lecture was attended by the Faculty, Research Scholars and students of Centre for Police Administration and was highly appreciated. The session ended with a vote of thanks by Prof. Anil Monga, Chairperson of the Centre.

जयंत पूरी को हरियाणा पंजाबी महासभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पंजाबी एकता मचं के संस्थापक हेमंत किंगर व अन्य पंजाबी नेताओं ने किया सम्मानित

  • यूपीएससी मे 210 रैंक हासिल करने वाले पंजाबी बिरादरी से ताल्लुक़ रखने वाले सेक्टर 8 निवासी  जयंत पूरी को हरियाणा पंजाबी महासभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पंजाबी एकता मचं के संस्थापक हेमंत किंगर व अन्य पंजाबी नेताओं ने किया सम्मानित
  • पचकुलां के वरिष्ठ पंजाबी बिरादरी ने  सम्मानित करके परिवारजनो को दी बधाई पंजाबी बिरादरी ने कहा,हमारे लिए गर्व की बात कि पंचकूला के पंजाबी लड़के  ने  यूपीएससी में उत्तीर्ण किया स्थान

पचकुला:

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा में 210 रैंक हासिल करने वाले जयंत पूरी को उनके   स्थान पर जाकर बुके देकर सम्मानित किया।पचकुलां शहर के वरिष्ठ व सम्मान के योग पंजाबी बिरादरी के सदस्य आर के ककड, मनवीर कोर गिल,बि के खुराना,विजय धीर,सुषमा खन्ना ने बच्चो को सम्मानित करते हुए आशीर्वाद भी दिया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

हेमंत किंगर के साथ  पचकुलां शहर के जाने माने बहुत ही वरिष्ठ पंजाबी बिरादरी के सदस्य श्री आर के ककड जी, मेडम मनवीर कोर गिल,बि के खुराना जी, विजय धीर जी , आर बी पहुजा जी सुषमा खन्ना जी ,दिनेश साहनी जी,बबिता विनायक,अशोक नारंग,विनीत ठकुराल, धर्मवीर धीर,राजीव खन्ना,समेत अन्य लोग सम्मानित करने पहुंचे। पचकुलां के पंजाबी बिरादरी
के आने पर जयंत पूरी के परिवार ने स्वागत करते हुए आभार प्रकट किया।
इस मौके पर सेक्टर 8 जयंत पुरी जी के वार्ड से कांग्रेस टिकट पर पार्षद का चुनाव लड़ चुकी प्रियंका सिंह हुड्डा भी ख़ास तोर पर मौजूद थी उनके साथ पुर्व पार्षद दलबीर बालमिकी,रवीन्द्र शर्मा,अनवर हुसैन,भी उनके साथ आये हुए थे

अभी कुछ दिन पहले पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन जी भी जयंत पुरी जी को सम्मानित करके आये थे उनके घर पर चन्द्रमोहन जी भी सेक्टर 8 मे रहते हैं

हरियाणा पंजाबी महासभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष हेमंत किंगर
 ने बताया कि यूपीएससी में चयन के लिए कठिन परिश्रम व साहस की जरूरत के साथ दृढ़ निश्चय की जरूरत होती है।इस परीक्षा में उच्च स्थान लेने वाले बच्चे वर्षो से मेहनत करते है।