पंचकूला सेक्टर 25 केन्द्रीय माल और सेवाकर, पंचकूला क्षेत्र “जीएसटी भवन” में हिन्दी पखवाड़ा के समापन समारोह के अवसर पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया और प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य आयुक्त राजेश सोढ़ी ने की। उन्होंने अपने अध्यक्षीय भाषण में अतिथि कवियों का अभिनंदन किया और हिन्दी पखवाड़ा का भव्य स्तर पर आयोजन करने के लिए संबंधित अधिकारियों की प्रशंसा की। मंच का संचालन राष्ट्रीय कवि संगम के प्रान्त प्रभारी सुरेंद्र सिंगला ने किया। कवि सम्मेलन में गीतकार प्रवीण सुधाकर, युवा कवि यश कंसल, कवयित्री सविता सावीं और प्रशिक्षक प्रभात गर्ग ने भाग लिया। कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। आयुक्त सुनील सिंह कटियार ने हिन्दी पखवाड़ा के सफल आयोजन पर सभी को बधाई दी और मुख्य आयुक्त, अतिथि कविगण एवं सभी अधिकारियों का कवि सम्मेलन में आने के लिए धन्यवाद किया। कार्यक्रम में पुरस्कार वितरण भी किया गया जिसमें मुख्य आयुक्त राजेश सोढ़ी, आयुक्त सुनील सिंह कटियार ने अतिथि कवियों को स्मृति चिह्न, पौधा और उपहार देकर सम्मानित किया। अपर आयुक्त अमनदीप सिंह और सुंदर लाल, संयुक्त आयुक्त अवनीश बंसल, सुखचैन सिंह और रचना सिंह ने प्रतिभागी अधिकारियों को स्मृति चिह्न और पौधा भेंट कर पुरस्कृत किया । वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी बरखा राम मित्तल को हिन्दी पखवाड़ा 2021 के आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए विशेष तौर पर सम्मानित किया गया ।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2021/09/WhatsApp-Image-2021-09-29-at-4.49.25-PM.jpeg424720Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2021-09-29 11:27:242021-09-29 11:27:48जीएसटी भवन” में हिन्दी पखवाड़े पर कवि सम्मेलन आयोजित
मुख्यमंत्री ने होम स्टे, फार्म पर्यटन और धार्मिक बस यात्रा के लिए जारी किया ब्रॉशर
इस लॉन्च के साथ ही आज से पर्यटकों के लिए हरियाणा के द्वार खुल गए हैं, ताकि वे सही मायने में हरियाणा का अनुभव कर सकें- मनोहर लाल
अब प्रकृति प्रेमियों के लिए सुखद होगा मोरनी का दौरा- मनोहर लाल
पर्यटक ले सकेंगे स्थानीय रीति-रिवाजों, व्यंजनों का अनुभव- मनोहर लाल
पंचकूला, 29 सितंबर
एक कृषि प्रधान राज्य से स्पोर्ट्स हब बनने के बाद अब हरियाणा पसंदीदा पर्यटन केंद्र के रूप में भी जाना जाएगा। राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने और पंचकूला को पर्यटन की दृष्टि से एक नया केंद्र बनाने की परिकल्पना के मद्देनजर तैयार की गई व्यापक योजना के तहत मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज मोरनी के टिक्कर ताल में विभिन्न साहसिक खेल गतिविधियों जैसे पैरासेलिंग, पैरामोटर और जेट स्कूटर का उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री द्वारा आज टिक्कर ताल में किए गए इस औपचारिक उद्घाटन के साथ ही अब मोरनी हिल्स के टिक्कर ताल में ये विभिन्न ऐयरो और वॉटर स्पोर्ट्स गतिविधियां व्यावसायिक रूप से संचालित हो गई हैं। इन गतिविधियों के सफलतापूर्वक संचालन के लिए विभाग द्वारा स्थानीय युवाओं को इन गतिविधियों से संबंधित कौशल को विकसित करने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इससे एक ओर जहां राज्य में पर्यटन के विकास के लिए हरियाणा सरकार के निरंतर प्रयासों को बढ़ावा मिलेगा, वहीं दूसरी ओर युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, सांसद रतन लाल कटारिया, हरियाणा पर्यटन निगम के अध्यक्ष, रणधीर सिंह गोलन, पूर्व विधायक श्रीमती लतिका शर्मा इस मौके पर मौजूद रहीं।
पर्यटन की दृष्टि से अपने हरे भरे वातावरण के लिए जाना जाने वाला पंचकूला उन आगंतुकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण के रूप में उभरा है, जो पंचकूला से गुजरने वाली खूबसूरत पर्वत श्रृंखलाओं का आनंद लेना चाहते हैं। इसलिए देश और दुनिया भर में हरियाणवी संस्कृति को बढ़ावा देने के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने होम स्टे और फार्म टूरिज्म नीतियों का भी शुभारंभ किया। इससे पर्यटकों को होम स्टे के रूप में होटलों का एक शानदार विकल्प मिल सकेगा, जिससे उन्हें स्थानीय परिवारों के साथ उनके घरों में रहने और स्थानीय संस्कृति व व्यंजनों का अनुभव मिल सकेगा।
यही नहीं, हरियाणा में फार्म टूरिज्म को भी एक नया स्वरूप दिया जा रहा है, जहां अधिक से अधिक शानदार फार्मों को सूची में जोड़ा गया है। अब पर्यटक छुट्टियों का आनंद लेने के लिए अपने पसंदीदा फार्म हाउस का चुनाव कर सकते हैं। इसके साथ ही, यह स्थानीय फार्म मालिकों और ग्रामीणों को आजीविका के अवसर प्रदान करने में मदद करेगा। इस अवसर पर उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए श्री मनोहर लाल ने टिक्कर ताल और मोरनी के साथ अपनी पुरानी यादों को स्मरण करते हुए कहा कि वर्ष 1990 में मैं यहां पार्टी के कामों के लिए आया करता था और एक बार मुझे मांधना गांव के स्कूल में बच्चों के साथ अपना जन्मदिन मनाने का अवसर भी मिला। उस समय महसूस हुआ कि यह क्षेत्र विकास के मामले में पिछड़ा रहा है। तब हमने इस क्षेत्र को सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और पर्यटन के मामले में विकसित करने की योजना बनाई थी। उन्होंने कहा कि मोरनी का विकास एकीकृत पंचकूला विकास योजना की एक प्रमुख विशेषता है। इसलिए 20 जून 2021 को आज शुरू की गई सभी वॉटर और एयरो स्पोर्ट्स गतिविधियों के निरीक्षण के लिए टिक्कर ताल का दौरा किया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे खुशी है कि इन खेलों के लिए यहां आई सभी कंपनियां अब हरियाणा पर्यटन विभाग का हिस्सा हैं और कंपनियों ने इन गतिविधियों के लिए विभिन्न समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज इन खेल गतिविधियों का शुभारंभ करने के साथ ही हरियाणा का पहला पर्यटन सुविधा केंद्र का शिलान्यास किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में पर्यटन को बढ़ावा देना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, क्योंकि यह न केवल रोजगार प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण साधन बन गया है बल्कि निश्चित रूप से राज्य के राजस्व और सकल घरेलू उत्पाद के ग्राफ में भी वृद्धि करेगा। उन्होंने कहा कि प्रकृति और एडवेंचर प्रेमियों को मोरनी की यात्रा के लिए आमंत्रित करते हुए श्री मनोहर लाल ने कहा कि आज इस लॉन्च के साथ हमने पर्यटकों के लिए हरियाणा को सही मायनों में जानने के लिए द्वार खोल दिए हैं।
हरियाणा में पर्यटन विकास की दिशा में एक नया अध्याय
आज के समय में जब पर्यटन उद्योग लगातार विकसित हो रहा है, हरियाणा पर्यटकों और आगंतुकों के लिए साहसिक खेलों के माध्यम से मौज-मस्ती व रोमांच के लिए एक नया अध्याय लिखने के लिए तैयार है। एडवेंचर स्पार्ट्स पर्यटन उद्योग में महत्वपूर्ण स्थान रखता है और इसे अक्सर पर्यटन स्थलों का एक बेंचमार्क माना जाता है। इसलिए आज मुख्यमंत्री द्वारा विभिन्न साहसिक गतिविधियों का शुभारंभ पर्यटन उद्योग को लगातार विकसित करने व बढ़ावा देने की दिशा में व्यापक कदम साबित होगा।
पर्यटक ले सकेंगे स्थानीय रीति-रिवाजों, व्यंजनों का अनुभव
होम स्टे पॉलिसी के शुभारंभ के साथ ही स्थानीय निवासी अब पर्यटकों और आगंतुकों को व्यावसायिक आधार पर उचित मूल्यों पर अपने घर को रहने के लिए दे सकते हैं। जिन गृह मालिकों के घरों में अतिरिक्त कमरे हैं, वे पर्यटकों को खाने-पीने की सुविधा के साथ निर्धारित दरों पर दे सकते हैं। इस प्रकार, पर्यटकों को होटलों के व्यावसायिक वातावरण के बजाय स्थानीय रीति-रिवाजों, व्यंजनों आदि के अनुभव के साथ रहने के लिए स्वच्छ और सस्ती जगह उपलब्ध होगी।
होम स्टे योजना का उद्देश्य पर्यटकों के लिए आवास के अधिक विकल्प बनाने के साथ-साथ इसके मूल्य को कम करके बाजार का विस्तार करना है। यह योजना बड़ी संख्या में ऐसे लोगों के लिए पर्यटन के लाभों के विकेंद्रीकरण को भी बढ़ावा देगी जिनके पास इस तरह के उपयोग के लिए संपत्ति उपलब्ध है। यह योजना विभिन्न स्थानों पर और प्रतिस्पर्धी मूल्य पर आवास विकल्पों की अधिकता प्रदान करेगी। जो पर्यटक लंबे समय तक यहां रुकने के इच्छुक हैं, उन्हें भी इस योजना का लाभ मिलेगा।
इस नीति के शुभारंभ के साथ ही पर्यटकों को निश्चित रूप से स्थानीय सामुदायिक जीवन का अनुभव मिलेगा जहां वे लोक गीतों का अनुभव व आसपास के ग्रामीण इलाकों में भ्रमण कर सकते हैं। इसके अलावा, ट्रेकिंग, मिट्टी के बर्तन बनाने, भोजन, नृत्य, कला और शिल्प आदि से परिचित हो सकते हैं। कौशल विकास मिशन के तहत पात्र चयनित होम-स्टे मालिकों को हरियाणा पर्यटन द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
हरियाणा में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए फार्म पर्यटन नीति में बदलाव
दैनिक जीवन की नीरसता को छोड़कर, फार्म टूरिज्म पर्यटकों व आगंतुकों को साधारण ग्रामीण जीवन से जुड़ने और उसका आनंद लेने की दिशा में पहला कदम है। संशोधित फार्म पर्यटन नीति में फार्म मालिकों और पर्यटकों दोनों के लिए अधिक विकल्पों और सुविधाओं को समाहित किया है। फार्म मालिक अब नीति के माध्यम से प्रदान की जाने वाली सुविधाओं के साथ अपने व्यवसाय को बड़े और लचीले वाणिज्यिक स्तर पर विस्तार कर सकते हैं। दूसरी ओर पर्यटक अब सुरक्षा के साथ वास्तविक ग्रामीण जीवन का आनंद ले सकते हैं। यह ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद करेगा और हरियाणा को पर्यटन मानचित्र पर महत्वपूर्ण गंतव्य के रूप में अलग पहचान स्थापित करने में लाभदायक सिद्ध होगा।
होम स्टे और फार्म स्टे के मालिकों को किया गया सम्मानित
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न गृह स्वामियों को, जिन्होंने होम स्टे पॉलिसी के तहत अपना नामांकन कराया है को सम्मानित किया। इसके अलावा, फार्म स्टे नीति के तहत पंजीकृत हुए 25 फार्मों में से आज कुछ फार्म मालिकों को प्रशंसा पत्र दिया गया।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने पर्यटन विभाग द्वारा आज औपचारिक रूप से शूरू की गई विभिन्न गतिविधियों के संबंध में आयोजित प्रदर्शनी का भी निरीक्षण किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल, पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव एम डी सिन्हा, उपायुक्त विनय प्रताप सिंह, पुलिस उपायुक्त मोहित हांडा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2021/09/F-2.jpg8621194Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2021-09-29 11:22:202021-09-29 11:23:03हरियाणा के मुख्यमंत्री ने मोरनी में एयरो और वॉटर स्पोर्ट्स का किया औपचारिक उद्घाटन
The Department of Gandhian and Peace Studies in collaboration with Dean, Alumni Association, PU, Interdisciplinary Centre for Swami Vivekananda Studies and Department of Art History and Visual Arts, Panjab University, organized a special lecture on “Understanding Sardar Patel and his contributions to India” by Dr. Sanjay Joshi, Additional Collector, Government of Gujarat and Former Chief Manager of the ‘Statue of Unity’ Presently posted at The Lal Bahadur Shastri National Academy of Administration (LBSNAA), Mussoorie to
celebrate the Jayanti of Mahatma Gandhi from 28th September, 2021 to 2nd October, 2021, today.
Dr. Sanjay Joshi in his address emphasised that the personality like Sardar Patel is difficult to find in the present times as he lived and died for the masses for their upliftment. He further added that in 1917, Patel found the course of his life changed after having been influenced by Mohandas K. Gandhi. Patel adhered to Gandhi’s satyagraha (policy of nonviolence) in so far as it furthered the Indian struggle against the British. But he did not identify himself with Gandhi’s moral convictions and ideals, and he regarded Gandhi’s emphasis on their universal application as irrelevant to India’s immediate political, economic, and social problems.
Nevertheless, having resolved to follow and support Gandhi, Patel changed his style and appearance. He quit the Gujarat Club, dressed in the white cloth of the Indian peasant, and ate in the Indian manner. His efficient leadership of the Bardoli campaign earned him the title sardar (“leader”), and henceforth he was acknowledged as a nationalist leader throughout India. He was considered practical, decisive, and even ruthless, and the British recognized him as a dangerous enemy. Sardar Vallabhbhai Patel, also worked extensively for the rights of minorities and women, and against untouchability and caste discrimination. Vallabhbhai Patel was instrumental in the creation of the All-India Services which he described as the country’s “Steel Frame”.
Once during his address to the probationers of these services, he asked them to be guided by the spirit of service in day-to-day administration. He reminded them that the ICS was no-longer neither Imperial, nor civil, nor imbued with any spirit of service after Independence. His exhortation to the probationers to maintain utmost impartiality and incorruptibility of administration is as relevant today as it was then. “A civil servant cannot afford to, and must not, take part in politics. Nor must he involve himself in communal wrangles. To depart from the path of rectitude in either of these respects is to debase public service and to lower its dignity,” he had cautioned them on 21 April 1947.He, more than anyone else in post-independence India, realised the crucial role that civil services play in administering a country, in not merely maintaining law and order, but running the institutions that provide the binding cement to a society. He, more than any other contemporary of his, was aware of the needs of a sound, stable administrative structure as the lynchpin of a functioning polity. The present-day all-India administrative services owe their origin to the man’s sagacity and thus he is regarded as Father of modern All India Services.
The online session was presided over by Professor Raj Kumar, Vice Chancellor, Panjab University.He mentioned that Sardar Patel took charge of the States department in July 1947. He sensed the urgent and imperative need of the integration of princely states. He followed an iron handed policy. He made it clear that he did not recognize the right of any state to remain independent and in isolation, within India. Patel also appealed to the patriotic and national sentiments of the Princes and invited them to join the forming of a democratic constitution in the national interest. He persuaded them to surrender defence, foreign affairs and communication to the government of India. Without a civil war, he secured the solidarity of the nation. For his immense contribution towards building of the Indian nation, Sardar Vallabhbhai Patel was posthumously awarded the Bharat Ratna in 1991.The Statue of Unity devoted to Sardar Patel’s act of unifying India stands on the banks of the Narmada river. It is 182m high, making it the tallest in the world. His birthday (October 31st) is celebrated as Rashtriya Ekta Divas (National Unity Day). The country is indebted to him for his selfless service.
Earlier, while welcoming the dignitaries in the webinar, Dr. Manish Sharma, Chairperson of the Department payed his tributes to the Martyrs and introduced the topic and speakers and other invited guests, faculty members and students and informed the gathering that it was because of hard work of Sardar Patel, the reservation for the women was initially started in 1926 with the tough task and fight of 10 years.
In his presidential remarks, Professor Devinder Singh congratulated the Department of Gandhian and Peace Studies and other departments for organizing this webinar and highlighting the untold stories of Sardar Patel .
The event was attended by the senior faculty members of the other departments and other parts of the country also and also by the research scholars and Master students of different departments.
Professor Anupama Sharma, Dean, Alumni Relations proposed the vote of thanks.In the series of events, the next programme will be tomorrow of the ‘Online Painting Competition of the School Students’ of age from 8 years to 12 years and the link for the same is https://meet.google.com/eei-cfxa-fyi
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2021/09/Press-note-2-Photo.jpeg796715Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2021-09-29 11:07:522021-09-29 11:07:54Special Online Lecture on Sardar Patel
The Department of Life Long Learning & Extension and Centre for Social Work in collaboration with Horticulture Wing of Panjab University organized a Tree Plantation Drive in the front and the surrounding of Emerging Area Building today. Shrubs and trees like Hibiscus, Almenda and Ficus were planted and some herbs like Tulsi and Shrubs like Kaner and Chinese Rose were planted. Besides this, landscaping in three vacant spaces was done.
All the faculty and staff members of the Emerging Area Building actively participated in this drive. On the occasion, Dr. P.S. Kang, Chairperson, DLLL&E and Dr. Gaurav Gaur, Chairperson, Centre for Social Work, PU also addressed the gathering and conveyed the importance of Trees for the healthy environment. All corona protocols were observed by wearing masks and maintaining social distancing.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2021/09/Press-note-1-Photo-5.jpg468624Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2021-09-29 11:04:082021-09-29 11:04:12Tree Plantation at PU
विश्व हृदय दिवस पर हाई कोर्ट परिसर में 156 रक्तदानियों ने किया रक्तदान
चंडीगढ़ 29 सितंबर 2021:
पंजाब एण्ड हरियाणा हाई कोर्ट बार एसोसिएशन व विश्वास फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से आज विश्व हृदय दिवस के उपलक्ष्य पर गेट नंबर 4 हाई कोर्ट परिसर में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस रक्तदान शिविर में इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी पंजाब स्टेट चंडीगढ़ ने एहम भूमिका निभाई। इस दौरान कोविड – 19 से बचाव के लिए जैसे की सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क व सैनिटीज़ेशन का ख़ास ध्यान रखा गया। शिविर सुबह 9:30 बजे शुरू हुआ और दोपहर बाद 4:00 बजे तक चला। ब्लड बैंक पीजीआई चंडीगढ़ की टीम ने डॉक्टर अपलक गर्ग व डॉक्टर वसंत की देखरेख में 156 रक्तदानियों ने रक्तदान किया।
विश्वास फाउंडेशन की महासचिव साध्वी नीलिमा विश्वास व पंजाब एण्ड हरियाणा हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जी.बी.एस ढीलों ने बताया कि शिविर का उद्घाटन पंजाब एण्ड हरियाणा हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस श्री रवि शंकर झा द्वारा दीप प्रज्वलित करके व रक्तदाताओं को बैज लगाकर किया गया। इस अवसर पर उनके साथ विशेष अतिथि जस्टिस श्री अरुण पल्ली, जस्टिस राजेश भारद्वाज, जस्टिस सुवीर सहगल व पंजाब एण्ड हरियाणा हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के पदाधिकारी विकास मलिक उपाध्यक्ष, चंचल के सिंगला आनरेरी सेक्रेटरी, मंजीत कौर जॉइन्ट सेक्रेटरी, परमप्रीत सिंह बाजवा कोषाध्यक्ष, संजीव शर्मा, मनोज कुमार, वीरेंद्र कालरा, संजीव बेरी रजिस्ट्रार जनरल व अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
विकास मलिक उपाध्यक्ष ने बताया कि लोगों में यह भ्रम है कि रक्तदान करने से शरीर में कमजोरी आती है। रक्तदान के कारण कोई कमजोरी नहीं आती, बल्कि सभी को 90 दिन में एक बार अवश्य ही रक्तदान करना चाहिए। इससे जरूरतमंदों को मदद मिलती है साथ ही शरीर स्वस्थ रहता है। रक्तदान महादान है और रक्त का कोई विकल्प नहीं है और न ही इसे कृत्रिम तरीके से बनाया जा सकता। रक्तदान जैसा पुनीत काम सबसे बड़ी सेवा में आता है।
चंचल के सिंगला आनरेरी सेक्रेटरी ने बताया कि पूर्व में रक्तदान से शरीर में कमजोरी आना व बीमारी लगने जैसी अनेक प्रकार की भ्रांतियां थी परंतु आज यह भ्रांतियां दूर हो चुकी है और हमारे युवा बड़ी संख्या में रक्तदान कर रहे है। यह प्रसन्नता का विषय है कि आज हमारी बेटियां भी रक्तदान के मामले में लड़कों से पीछे नहीं है और स्वयं आगे आकर रक्तदान कर रही है। समय पर रक्त की उपलब्धता होने से अमूल्य जीवन को बचाया जा सकता है। यदि हम रक्तदान के माध्यम से किसी का जीवन बचा सकते है तो इससे बड़ा उपकार नहीं हो सकता।
साध्वी नीलिमा विश्वास ने बताया की शिविर की समाप्ति पर सभी रक्तदाताओ को प्रशंसा पत्र, मास्क, साबुन व गिफ्ट देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विश्वास फाउंडेशन से राकेश कुमारी, साध्वी शक्ति विश्वास, साध्वी प्रीति विश्वास, मंजूला गुलाटी, विकास कालिया, वरिंद्र गांधी, अविनाश शर्मा, श्यामसुन्दर साहनी, सविता साहनी व ब्लड बैंक के डॉक्टर्स भी उपस्थित रहे।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2021/09/IMG_9094.jpg15712400Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2021-09-29 11:01:362021-09-29 11:02:08रक्तदान महादान है और रक्त का कोई विकल्प नहीं – चीफ जस्टिस रवि शंकर झा
-बदबू के कारण व पार्क की ठीक से साफ सफाई न होने के कारण लोगों ने पार्क में आना किया बंद –पार्क के पास से बदबू आने के कारण बच्चों व बड़े बुजुर्गों को अपने ही घरों में रहना पड़ता है कैद -पार्क के पास पूरे सेक्टर का कूड़ा इक्ट्ठा होने के कारण सेक्टरवासियों में बीमारी फैलने का बना हुआ है डर
;पंचकूला, 29 सितंबर:
सेक्टर-11 व 12 की लाईटों पर लगते पार्क के पास की जगह को डम्पिंग ग्राउंड बनाया जा रहा है। इसके लिये कई बार एमसी कार्यालय में भी सूचना दी जा चुकी है लेकिन अभी तक नगर निगम द्वारा इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया है।
पार्क लोगों के लिये वाॅक, योग व टहलने के लिये होते है लेकिन सेक्टर-11 व 12 की लाईटों पर लगते पार्क का सेक्टरवासी इस तरह से प्रयोग ही नहीं कर पा रहे है। इस पार्क के समीप लगती जगह को डंपिंग ग्राउंड बनाया जा रहा है। पूरे सेक्टर का कूड़ा इसी जगह पर इक्ट्ठा किया जा रहा है। नगर निगम द्वारा कूड़ा इक्ट्ठा करने के लिये लगाये गये कर्मचारी भी इसी पार्क के पास पूरे सेक्टर का कूड़ा इक्ट्ठा कर देते है, इस इक्ट्ठा किये गये कूड़े में आवारा पशु मुंह मारते रहते है, जिससे कूड़े की बंदबू दूर-दूर तक आती रहती है। सेक्टर-11 के इस पार्क में पहले काफी लोग वाॅक करते, बड़े बुजुर्ग बैठते थे और बच्चे खेलते थे लेकिन अब ना तो वहां कोई वाॅक करता है और न ही बच्चे खेलने के लिये आते है। बड़े बुजुर्ग भी अब इस पार्क में नहीं बैठते, पार्क के पास की बंदबू के कारण उन्हें घरों में ही कैद रहना पड़ता है।
इस पार्क के पास लगते इस कूड़ादान की बंदबू केवल पार्क तक ही सीमित नहीं बल्कि पार्क के आस पास लगते क्वाटरों में भी पंहुचती है। बारिश के मौसम में तो और भी बूरा हाल होता है, जिस दिन बारिश होती है, उस दिन चारों तरफ बदबू ही बदबू फैली रहती है। इस तरह बीमारी फैलने का भी डर सेक्टरवासियोें बना हुआ है। नगर निगम द्वारा फिर भी इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2021/09/WhatsApp-Image-2021-09-29-at-14.51.20.jpeg8641152Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2021-09-29 10:54:312021-09-29 10:57:43निगम की अनदेखी के चलते सेक्टर-11 व 12 की लाईटों पर लगते पार्क के पास की जगह को बनाया जा रहा है डंपिंग ग्राउंड
29 सितंबर, 2021: आशावादी बनें और उजले पक्ष को देखें। आपका विश्वास और उम्मीद आपकी इच्छाओं व आशाओं के लिए नए दरवाज़े खोलेंगी। धन की आवश्यकता कभी भी पड़ सकती है इसलिए आज जितना हो अपने पैसे की बचत करने का विचार बनाएं। नाती-पोतों से आज काफ़ी ख़ुशी मिल सकती है। आज किसी ऐसे इंसान से मिलने की संभावना है जो आपके दिल को गहराई से छूएगा। आने वाले समय में दफ़्तर में आपका आज का काम कई तरीक़े से असर दिखाएगा। अपनी कमियों पर आपको काम करने की जरुरत है इसके लिए आपको अपने लिए समय निकालना चाहिए। आप अपने जीवन की कुछ यादगार शामों में से एक आज अपने जीवनसाथी के साथ बिता सकते हैंं। व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327
29 सितंबर, 2021: अपनी शारीरिक सेहत सुधारने के लिए संतुलित आहर लें आज आप घर से बाहर तो बहुत सकारात्मकता के साथ निकलेंगे लेकिन किसी कीमती वस्तु के चोरी होने की वजह से आपका मूड खराब हो सकता है। पुराने परिचितों से मिलने-जुलने और पुराने रिश्तों को फिर से तरोताज़ा करने के लिए अच्छा दिन है। अपने साथी के साथ बाहर जाते वक़्त ठीक तरह से व्यवहार करें। आज आप दूसरे दिनों की तुलना में अपने लक्ष्यों को कुछ ज़्यादा ही ऊँचा तय कर सकते हैं। अगर परिणाम आपकी उम्मीद के मुताबिक़ न आए, तो निराश न हों। आप चाहें तो परेशानियों को मुस्कुराकर दरकिनार कर सकते हैं या उनमें फँसकर परेशान हो सकते हैं। चुनाव आपको करना है। अपने जीवनसाथी की नुक़्ताचीनी से आप आज परेशान हो सकते हैं, लेकिन वह आपके लिए कुछ बढ़िया भी करने वाला है। व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327
29 सितंबर, 2021: अपने वज़न पर नज़र रखें और ज़रूरत से ज़्यादा खाने से बचें। जो लोग शेयर बाजार में पैसा लगाते हैं आज उनका पैसा डूब सकता है। वक्त रहते सचेत हो जाएं तो आपके लिए बेहतर रहेगा। कुछ समय आप अपने शौक़ और अपने परिवार वालों की मदद में भी ख़र्च कर सकते हैं। आपको अपनी ओर से सबसे अच्छा बर्ताव करने की ज़रूरत है, क्योंकि आपके प्रिय का मूड बहुत अनिश्चित होगा। जो लोग विदेश व्यापार से जुड़े हैं उन्हें आज मनमाफिक फल मिलने की पूरी उम्मीद है। इसके साथ ही नौकरी पेशा से जुड़े इस राशि के जातक आज अपनी प्रतिभा का पूर्ण इस्तेमाल कार्यक्षेत्र में कर सकते हैं। वक्त से बढ़कर कुछ नहीं होता। इसलिए आप वक्त का सदुपयोग करते हैं लेकिन कई बार आपको जीवन को लचीला बनाने की जरुरत भी होती है और अपने घर परिवार के साथ समय बिताने की जरुरत होती है। जीवनसाथी का आत्मकेन्द्रित व्यवहार आपको नागवार गुज़रेगा। व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327
29 सितंबर,, 2021: आज आपकी सेहत पूरी तरह अच्छी रहेगी। आर्थिक जीवन में आज खुशहाली रहेगी। इसके साथ ही आप कर्जों से भी आज मुक्त हो सकते हैं। घर वालों के साथ समय बिताना ख़ुशनुमा अनुभव रहेगा। आपकी शोहरत बढ़ेगी और आप आसानी से दूसरे लिंग के लोगों को अपनी तरफ़ आकर्षित करेंगे। आप जीतोड़ मेहनत और धीरज के बल पर अपने उद्देश्य हासिल कर सकते हैं। टीवी, मोबाईल का इस्तेमाल गलत नहीं है लेकिन आवश्यकता से अधिक इनका उपयोग आपके जरुरी समय को खराब कर सकता है। आज आप अपने जीवनसाथी से काफ़ी आत्मीय बातचीत कर सकते हैं। व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327
29 सितंबर, 2021: शक्की स्वभाव के चलते आपको हार का मुँह देखना पड़ सकता है। चंद्र की स्थिति की वजह से आज आपका धन बेवजह की चीजों पर खर्च हो सकता है। अगर आपको धन संचय करके रखना है तो अपने जीवनसाथी या माता पिता से इस बारे में बात करें। एक बेहतरीन शाम के लिए रिश्तेदार/दोस्त घर आ सकते हैं। अपने प्रिय की नाराज़गी के बावजूद अपना प्यार ज़ाहिर करते रहें। व्यापारियों के लिए अच्छा दिन है। व्यवसाय के लिए अचानक की गयी कोई यात्रा सकारात्मक परिणाम देगी। आज ऐसी कई सारी चीज़ें होंगी – जिनकी तरफ़ तुरन्त ग़ौर करने की आवश्यकता है। जीवनसाथी के साथ वाद-विवाद होने की काफ़ी संभावना है। व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327
29 सितंबर, 2021: सेहत बढ़िया रहेगी। दिन की शुुरुआत भले ही अच्छी हो लेकिन शाम के वक्त किसी वजह से आपका धन खर्च हो सकता है जिससे आप परेशान होंगे। बच्चे आपको अपनी उपलब्धियों से गर्व का अनुभव कराएंगे। प्यार-मोहब्बत की नज़रिए से बेहतरीन दिन है। प्यार का मज़ा चखते रहें। काम में मन लगाएँ और जज़्बाती बातों से बचें। अगर आपके पास हालात से उबरने के लिए दृढ़ इच्छा-शक्ति है, तो कुछ भी असंभव नहीं है। आज आपका जीवनसाथी आपको प्यार और सुख के लोक की सैर करा सकता है। व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327
29 सितंबर, 2021: छोटी-छोटी चीज़ों को ख़ुद के लिए परेशानी का सबब न बनने दें। आज आपको पैसों से जुड़ी कोई समस्या आ सकती है जिसे सुलझाने के लिए आप अपने पिता या पितातुल्य किसी आदमी से सलाह ले सकते हैं। आपको अपना बाक़ी वक़्त बच्चों के संग गुज़ारना चाहिए, चाहे इसके लिए आपको कुछ ख़ास ही क्यों न करना पड़े। अपने प्रिय को नज़रअंदाज़ करना घर पर तनाव का कारण बन सकता है। अहम लोगों से बातचीत करते वक़्त अपने आँख-कान खुले रखिए, हो सकता है आपके हाथ कोई क़ीमती बात या विचार लग जाए। आपका व्यक्तित्व ऐसा है कि ज्यादा लोगों से मिलकर आप परेशान हो जाते हैं और फिर अपने लिए वक्त निकालने की कोशिश करने लग जाते हैं। इस लिहाज से आज का दिन आपके लिए बहुत उम्दा रहने वाला है। आज आपको अपने लिए पर्याप्त समय मिलेगा। जीवनसाथी का स्वास्थ्य कुछ गड़बड़ हो सकता है। व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327
29 सितंबर, 2021: जो धुंध आपके चारों तरफ़ छायी हुई है और आपकी प्रगति को बाधित कर रही है, उससे बाहर निकलने का समय है। जीवनसाथी की खराब तबीयत के कारण आज आपका धन खर्च हो सकता है लेकिन आपको इसको लेकर चिंता करने की जरुरत नहीं है क्योंकि धन इसीलिये बचाया जाता है कि बुरे समय में वो आपके काम आ सके। नाती-पोतों से आज काफ़ी ख़ुशी मिल सकती है। आपके प्रिय के कड़वे शब्दों के कारण आपका मूड ख़राब हो सकता है। किसी ऐसे नए उद्योग से जुड़ने से बचें जिसमें कई भगीदार हों- और अगर ज़रूर पड़े तो उन लोगों की राय लेने से न कतराएँ, जो आपके क़रीबी है। आपके हँसने-हँसाने का अन्दाज़ आपकी सबसे बड़ी पूंजी साबित होगा। जीवनसाथी के रिश्तेदारों का दख़ल वैवाहिक जीवन का सन्तुल बिगाड़ सकता है। व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष :8194959327
29 सितंबर,2021: ज़िन्दगी की बेहतरीन चीज़ों को शिद्दत से महसूस करने के लिए अपने दिल-दिमाग़ के दरवाज़े खोलें। चिंता को छोड़ना इसकी ओर पहला क़दम है। नए क़रार फ़ायदेमंद दिख सकते हैं, लेकिन वे उम्मीद के मुताबिक़ लाभ नहीं पहुँचाएंगे। निवेश करते समय जल्दबाज़ी में निर्णय न लें। आपको अपनी भावनाओं को नियन्त्रित करने में कठिनाई होगी, लेकिन आस-पास के लोगों से झगड़ा न करें नहीं तो आप अकेले रह जाएंगे। आज आपके दिल की धड़कनें अपने प्रिय के साथ ताल-से-ताल मिलाती मालूम होंगी। जी हाँ, यह प्यार का ही ख़ुमार है। करिअर के नज़रिए से शुरू किया सफ़र कारगर रहेगा। लेकिन ऐसा करने से पहले अपने माता-पिता से इजाज़ता ज़रूर ले लें, नहीं तो बाद में वे आपत्ति कर सकते हैं। चंंद्रमा की स्थिति को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि आज आपके पास काफी खाली वक्त होगा लेकिन बावजूद इसके भी आप वो काम नहीं कर पाएंगे जो आपको करना था। आज आप महसूस करेंगे कि शादी का बंधन वाक़ई स्वर्ग में बनाया जाता है। व्यक्तिगत स मस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327
29 सितंबर, 2021: आपमें से कुछ लोगों को आज महत्वपूर्ण फ़ैसला लेने के लिए बाध्य होना पड़ सकता है, जिससे आप तनावग्रस्त और चिंतित हो सकते हैं। आपका धन कहां खर्च हो रहा है इसपर आपको नजर बनाए रखने की जरुरत है नहीं तो आने वाले समय में आपको परेशानी हो सकती है। अपने परिवार के साथ रुखा व्यवहार न करें। यह पारिवारिक शान्ति को भंग कर सकता है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा। महत्वपूर्ण व्यापारिक सौदे करते समय दूसरों के दबाव में न आएँ। आज आप अपने जीवनसाथी के साथ आज समय गुजारेंगे लेकिन किसी पुरानी बात के फिर से सामने आने की वजह से आप दोनों के बीच कहासुनी होने की आशंका है। आपको और आपके जीवनसाथी को कोई बहुत सुखद ख़बर सुनने को मिल सकती है। व्यक्तिगत स मस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327
29 सितंबर, 2021: आपमें से कुछ लोगों को आज महत्वपूर्ण फ़ैसला लेने के लिए बाध्य होना पड़ सकता है, जिससे आप तनावग्रस्त और चिंतित हो सकते हैं। आपका धन कहां खर्च हो रहा है इसपर आपको नजर बनाए रखने की जरुरत है नहीं तो आने वाले समय में आपको परेशानी हो सकती है। अपने परिवार के साथ रुखा व्यवहार न करें। यह पारिवारिक शान्ति को भंग कर सकता है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा। महत्वपूर्ण व्यापारिक सौदे करते समय दूसरों के दबाव में न आएँ। आज आप अपने जीवनसाथी के साथ आज समय गुजारेंगे लेकिन किसी पुरानी बात के फिर से सामने आने की वजह से आप दोनों के बीच कहासुनी होने की आशंका है। आपको और आपके जीवनसाथी को कोई बहुत सुखद ख़बर सुनने को मिल सकती है। व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327
29 सितंबर, 2021: अपनी ऊर्जा को व्यक्तित्व-विकास के काम में लगाएँ, जिससे आप और भी बेहतर बन सकें। आज किसी पार्टी में आपकी मुलाकात किसी ऐसे शख्स से हो सकती है जो आर्थिक पक्ष को मजबूत करने के लिए आपको अहम सलाह दे सकता है। अपना क़ीमती वक़्त अपने बच्चों के साथ गुज़ारें। यह सबसे बेहतर मरहम है। वे कभी न ख़त्म होने वाली ख़ुशियों का स्रोत साबित होंगे। समय, कामकाज, पैसा, यार-दोस्त, नाते-रिश्ते सब एक ओर और आपका प्यार एक तरफ़, दोनों आपस में खोए हुए – कुछ ऐसा मिज़ाज रहेगा आपका आज। आप जीतोड़ मेहनत और धीरज के बल पर अपने उद्देश्य हासिल कर सकते हैं। छात्र-छात्राओं को आज अपने काम को कल पर नहीं टालना चाहिए, आपको जब भी खाली समय मिले अपने काम को पूरा कर लें। ऐसा करना आपके लिए हितकारी है। वैवाहिक जीवन के दृष्टिकोण से देखें तो चीज़ें आपके पक्ष में जाती हुई नज़र आ रही हैं। व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष :819495932
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2021/05/गुरूवार-.jpg500700Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2021-09-29 02:21:082021-09-29 02:22:04राशिफल, 29 सितंबर
नोटः आज जीवित्पुत्रिका व्रत, तथा अष्टमी का श्राद्ध है
विक्रमी संवत्ः 2078,
शक संवत्ः 1943,
मासः आश्विनी़,
पक्षः कृष्ण पक्ष,
तिथिः अष्टमी रात्रिः 08.30 तक है।
विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर बुधवार को राई का दान, लाल सरसों का दान देकर यात्रा करें।
वारः बुधवार,
नक्षत्रः आद्र्रा रात्रि 11.26 तक हैं,
योगः वरीयान सांय काल 06.34 तक,
करणः बालव,
सूर्य राशिः कन्या चंद्र राशिः मिथुन,
राहु कालः दोपहर 12.00 बजे से 1.30 बजे तक,
सूर्योदयः 06.17, सूर्यास्तः 06.05 बजे।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2021/09/panchang3.jpg550840Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2021-09-29 01:58:042021-09-29 01:59:02पंचांग, 29 सितंबर 2021
डॉ. प्रमोद उनियाल कहते हैं कि टिहरी बांध के कामकाज के लिए एक कंपनी आई थी। उस कंपनी के मजदूरों में कुछ लोग मुस्लिम समुदाय से भी जुड़े थे। ये लोग दोबाटा के पास नमाज पढ़ने लगे। कंपनी चली गई और 2006 में झील का पानी बढ़ गया तो दोबाटा का वह क्षेत्र भी लबालब हो गया। टिहरी बांध से संबंधित कामकाज के लिए दूसरी कंपनी आई। अब इस कंपनी के मुस्लिम श्रमिकों ने खांडखाला के नजदीक नमाज पढ़ने की जगह तलाश ली।
ट्विटर पर #RemoveTehriMosque हैशटैग हो रहा है ट्रेंड, लंबे समय से चल रहा विवाद
टिहरी बांध पर अतिक्रमण को लेकर चल रहा है विवाद, शासन-प्रशासन पर भी उठे सवाल
डॉ. प्रमोद उनियाल ने दी चेतावनी, बोले- नतीजा नहीं निकला तो हम जल्द उठाएंगे कदम
उत्तराखंड ब्यूरो :
उत्तराखंड में टिहरी बाँध के पास लैंड जिहाद का मामला सामने आया है। रिपोर्टों के अनुसार, 2000 के दशक की शुरुआत में खंड-खाला कोटि कॉलोनी में साइट पर एक अवैध मस्जिद बनाई गई थी, जो बाँध के करीब है और तब से हिंदू संगठनों ने इसे हटाने के लिए कई बार कोशिशें की है। हाल ही में, सितंबर 2021 के पहले सप्ताह में, स्थानीय हिंदुओं के एक समूह ने मस्जिद के खिलाफ नए सिरे से विरोध प्रदर्शन शुरू किया और 150 वर्ग मीटर से अधिक भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त करने के प्रयासों को तेज किया।
इतिहास देखें तो असम के दरांग जिले के धोलपुर में गत बृहस्पतिवार (23 सितंबर) को सरकारी जमीन पर से अवैध कब्जा हटाने की प्रक्रिया में जो हिंसा हुई वह पूरी तरह से अप्रत्याशित नहीं थी। इसलिए नहीं कि राज्य सरकार इसके लिए तैयार थी बल्कि इसलिए क्योंकि सरकारी संपत्ति पर से कब्ज़ा हटाने की प्रक्रिया ऐसी ही होती रही है जिसमें हिंसा का एक पूरा सिलसिलेवार इतिहास रहा है और यह किसी एक राज्य तक सीमित नहीं है। रेलवे की जमीन, राज्य सरकारों की जमीन, केंद्र सरकार के किसी विभाग की जमीन हो, ऐसी हिंसा समय-समय पर कई जगहों पर देखने को मिली है। इस बात के भी उदाहरण हैं जब सरकारों या उनके विभागों द्वारा चलाए गए ऐसे बेदखली अभियान असफल भी रहे हैं।
हिंसा अप्रत्याशित नहीं रही हो पर जो बात ध्यान देने योग्य है वह ये है कि बेदखली के इस अभियान के पहले राज्य सरकार और अवैध कब्ज़ा करने वालों के बीच एक न्यूनतम समझौता हुआ था जिसके अनुसार कब्ज़ा हटाने के परिणामस्वरूप विस्थापितों को राज्य सरकार के नियमों के तहत जमीन दी जानी थी। ऐसे में यह प्रश्न स्वाभाविक है कि पहले से तयशुदा प्रक्रिया के बावजूद असम पुलिस पर इस तरह का हमला क्यों हुआ और इसके पीछे अवैध कब्जाधारकों की क्या मंशा थी? साथ ही यह प्रश्न भी उठता है कि मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा हिंसा के पीछे जिस षड्यंत्र की बात कर रहे हैं, उसे क्या बिना छानबीन के नजरअंदाज किया जा सकता है? अवैध घुसपैठियों द्वारा इतनी बड़ी सरकारी जमीन और संसाधनों की ऐसी लूट क्या कोई देश चुपचाप सहन कर सकता है?
असम के बाद ही एक मामला उत्तराखंड में हुआ जिसमें टिहरी बाँध पर बनी एक मस्जिद को हटाने की माँग को लेकर प्रशासन और स्थानीय लोगों में एक झड़प हुई और उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। थोड़ा पीछे जाएँ तो इस महीने के शुरुआत में दिल्ली के फ्लाईओवर पर एक छोटी सी मस्जिद हटाने की माँग करने वाले स्थानीय लोगों और उस इलाके के पुलिस अफसर के बीच एक झड़प हुई थी और उसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। आज गुरुग्राम में सार्वजनिक जगह पर लगातार नमाज पढ़ने को लेकर स्थानीय लोगों ने यह कहते हुए आपत्ति जताई कि नमाज पढ़ने वालों के जुटने की वजह से इलाके में महिलाओं का आना-जाना दूभर हो गया है। इस तरह की तमाम घटनाएँ आये दिन सोशल मीडिया पर न केवल रिपोर्ट होती हैं बल्कि उन्हें लेकर लोगों की प्रतिक्रियाएँ भी देखने और पढ़ने को मिलती हैं।
ये घटनाएं हमारे समय का दस्तावेज हैं और हमें किसी तरह का संदेश दे रही हैं। उस संदेश को समझना हमारे लिए चुनौती है पर उससे भी बड़ी चुनौती यह है कि संदेश समझने के बाद हम क्या करते हैं। यदि हम असम की घटना को ही देखें तो यह हमसब के लिए आश्चर्य की बात होगी कि जब देश के छोटे किसानों (करीब 65 प्रतिशत) के पास औसत रूप से एक एकड़ से भी कम जमीन है तब असम के एक जिले में प्रति व्यक्ति करीब 200 बीघे जमीन पर घुसपैठियों ने न केवल अवैध कब्ज़ा कर रखा है बल्कि उसे छोड़ने के एवज में जमीन की माँग भी करते हैं।
इस अवैध कब्ज़े को हटाने के लिए लगभग दो महीने से सरकार और कब्ज़ाधारकों के बीच बातचीत हो रही थी। सबसे बड़ी बात यह है कि ऐसे तमाम अवैध कब्ज़े होंगे जिन्हें हटाने के लिए सरकारों को बड़ी मेहनत करने की आवश्यकता पड़ती है। इसलिए अधिकतर सरकारें इस मेहनत से बचती रहती हैं जिसका परिणाम यह होता है कि अवैध कब्ज़े की जमीन बढ़ती जाती है।
यही कारण है कि दशकों की यथास्थिति को बदलने की मंशा और वादे करके आई सरकारों के लिए ऐसे अवैध कब्ज़े बहुत बड़ी चुनौती है। यह आम भारतीय के लिए ख़ुशी की बात होनी चाहिए कि वर्तमान की असम और उत्तर प्रदेश सरकार ऐसे अवैध कब्ज़े हटाने का प्रयास तो करती हैं। ऐसा करने के लिए केवल संविधान और कानून लागू करना चुनौती है और इसके लिए जिस नैतिक बल की आवश्यकता है वह अधिकतर राज्य सरकारों और उसके नेतृत्व में नहीं मिलता। दशकों के अल्पसंख्यक तुष्टिकरण का परिणाम यह है कि देश के बहुत बड़े हिस्से पर अवैध कब्जा हो गया है और उसे हटाना केवल सरकारों के लिए कानून व्यवस्था की चुनौती नहीं बल्कि राष्ट्रीय सभ्यता के लिए भी चुनौती है।
भारतवर्ष पर अवैध कब्ज़े केवल देश के बंटवारे और विस्थापितों का परिणाम नहीं है। यह परिणाम है अवैध घुसपैठ, राजनीतिक तुष्टिकरण और योजनाबद्ध धार्मिक विस्तारवाद का। जब देश के प्रधानमंत्री देश को अपने संबोधन में बताते हैं कि; देश के संसाधनों पर अल्पसंख्यकों का पहला अधिकार है तो वह बात देश के पास बाद में पहुँचती है और कब्ज़ा ग्रुप के पास पहले पहुँचती है। जब अवैध घुसपैठियों को देश के संविधान और कानून के तहत अपराधी नहीं बल्कि वोटर समझा जाता है तो उसके दूरगामी परिणाम होते हैं। जब विपक्ष में रहने वाला नेता अवैध घुसपैठ पर सत्ता में आने के बाद यू-टर्न लेता है तब उससे अवैध कब्ज़ा ग्रुप को बल मिलता है। यथास्थिति को बदलने के लिए प्रयासरत सरकारें क्या कर पाती हैं, इस प्रश्न का उत्तर भविष्य के गर्भ में छिपा है।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2021/09/2ab91c94-fd55-4e79-8bc9-919b56fcbc04.jpg492972Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2021-09-28 16:48:022021-09-28 16:48:28टिहरी बांध पर अतिक्रमण को लेकर चल रहा है विवाद, शासन-प्रशासन की नियत पर भी उठे सवाल
बरनाला रोड स्थित योग शक्ति स्टूडियो-द स्कूल ऑफ योगा द्वारा नि:शुल्क योग शिविर का आयोजन किया गया। शिविर की अध्यक्षता अंतर्राष्ट्रीय योग शिक्षिका व योग शक्ति की संस्थापिका प्रियंका गोयल ने की। इस मौके पर प्रियंका गोयल ने बताया कि वर्तमान की व्यस्त दिनचर्या में सुकून मिलना बड़ा ही मुश्किल है और ऐसे में अपनी बॉडी को फिट रखने के लिए समय निकाल पाना भी आसान नहीं होता है। लेकिन फिर भी अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए हर रोज योग के लिए कुछ समय निकालना जरूरी है। गोयल ने बताया कि स्वस्थ जीवनशैली के लिए योग करने की आदत एक महत्वपूर्ण व प्रभावी आदत बन सकती है। कोरोना संक्रमण काल में महामारी से उपजी परेशानियों के निवारण के लिए विशेषज्ञ भी योग करने की सलाह दे रहे हैं। लोगों को बताया गया की किस प्रकार प्राणायाम के अभ्यास से वे अपनी इम्यूनिटी बढ़ा सकते हैं। प्रियंका गोयल द्वारा धारणा एवं ध्यान का भी अभ्यास कराया गया। दूर श्रवणम व ज्योति त्राटक का अभ्यास करवाकर उनकी महत्ता के बारे में बताया गया। उन्होंने शिविर में आए लोगों से मानसिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखने का आह्वान किया। डिप्रेशन, स्ट्रैस मनुष्य की शारीरिक अवस्था पर किस तरह प्रभाव डालता है व शारीरिक स्तर पर कई बीमारियों का कारण भी बनते हैं। इसी दौरान लोगों को योग निद्रा का अभ्यास भी कराया गया। उन्होंने शिविर में आए लोगों को योगिंग-जोगिंग, सूर्य नमस्कार, कपालभाति, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी के अभ्यास कराए। इस मौके पर महेश गोयल व गौतम कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2021/09/sirsa-28-sep-photo-01.jpeg7371600Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2021-09-28 16:23:452021-09-28 16:24:24स्वस्थ जीवन शैली के लिए दिनचर्या में योग को करें शामिल: प्रियंका गोयल
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