ठोको ताली दोनो कप्तान बाहर
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे इस्तीफे में सिद्धू ने लिखा, ‘मैं समझौता नहीं कर सकता हूं। समझौता करने से शख्सियत खत्म हो जाती है। मैं पंजाब के भविष्य के साथ समझौता नहीं कर सकता हूं।’ प्रदेश अध्यक्ष पद की कमान संभालने के करीब ढाई महीने के बाद सिद्धू ने इस्तीफा दिया है।सूत्रों की मानें तो अभी तक शक्ति प्रदर्शन नहीं हुआ है जिसकी मांग कभी भी उठ सकती है। आज भी कैप्टन के पाले में 28 विधायक हैं और बाजवा के साथ 12 विधायक हैं। यदि फ्लोर टेस्ट होता है तो सरकार वहीं गिर जाती है। अब पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगने की पूरी पूरी संभावना है। माना जा रहा है की एक व्यक्ति 2 पद नहीं, के चलते उन्होने आने वाले चुनावों में मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाए जाने के लिए यह कदम उठाया है।
- मेरी नहीं चलेगी तो किसी की नहीं चलेगी।
- 1996 के इंग्लैंड दौरे से भागने का दौर अब तक चला जा रहा है।
- जेटली को हरवा कर भाजपा छोड़ी।
- कैप्टन को हटवाया अब पंजाब प्रदेश कॉंग्रेस पार्टी अध्यक्ष का पद भी छोड़ा।
सारिका तिवारी राजनैतिक (चंडीगढ़):
पंजाब में कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है। पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि उन्होंने पार्टी में बने रहने की बात कही है। सिद्धू नो सोनिया गांधी को पत्र के मध्यम से इस्तीफे की जानकारी दी है।
क्यों नाराज हैं नवजोत सिंह सिद्धू?
सिद्धू का इस्तीफा ऐसे वक्त में हुआ है जब कैप्टन अमरिंदर सिंह दिल्ली कूच कर रहे हैं और ऐसा माना जा रहा है कि यहां अमित शाह के साथ उनकी मुलाकात हो सकती है। सिद्धू और कैप्टन के विवाद के बाद ही अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद छोड़ा था जिसके बाद चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब की कमान सौंपी गई है। हालांकि पहले कयास लगाए जा रहे थे कि सिद्धू को पंजाब का सीएम बनाया जा सकता है लेकिन कांग्रेस नेतृत्व ने आखिरी वक्त पर चौंकाने वाला फैसला लेते हुए दलित चेहरे चरणजीत चन्नी को पंजाब का सीएम बना दिया।
माना जा रहा है सिद्धू चरणजीत सरकार में विभागों के बंटवारों से नाराज चल रहे हैं, मंत्रियों के विभाग बंटवारे में उनकी सलाह नहीं ली गई। इसके अलावा सुखविंदर रंधावा को गृह विभाग दिया गया है, सिद्धू और उनके समर्थक पहले से इसकी खिलाफत करते आए हैं। पंजाब में कुछ अफसरों के तबादलों से भी सिद्धू नाराज बताए जा रहे हैं।
सोनिया गांधी को लिखी चिट्ठी
पंजाब में चन्नी सरकार के गठन के बाद सिद्धू को लगातार किनारे किया गया है। कैप्टन अमरिंदर उनके खिलाफ पहले से बयानबाजी कर रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि सिद्धू ने इस्तीफा देकर अपनी नाराजगी जाहिर की है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखी चिट्ठी में सिद्धू ने कहा है कि वह कभी भी समझौते के लिए तैयार नहीं हैं क्योंकि इससे इंसान के चरित्र का पतन होता है। उन्होंने आगे लिखा कि पंजाब के भविष्य के साथ किसी भी कीमत पर समझौता करने के लिए तैयार नहीं हूं। इसके अलावा सिद्धू ने कहा कि पंजाब की सेवा करता रहूंगा।
इस्तीफे पर कैप्टन ने साधा निशाना
अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद सिद्धू को पंजाब और देश विरोधी करार देते हुए कहा था वह पंजाब के लिए खतरा है। कैप्टन ने आरोप लगाया कि सिद्धू के संबंध पाकिस्तान और इमरान खान से हैं जिससे देश की सुरक्षा को खतरा हो सकता है। इसके अलावा उन्होंने सिद्धू को सीएम बनने से रोकने के लिए अपना उम्मीदवार उतारने तक की बात कही थी. उनके इस्तीफे पर कैप्टन ने सिद्धू करते हुए लिखा, ‘मैं पहले ही कह चुका हूं यह स्थिर व्यक्ति नहीं है, पंजाब जैसे बॉर्डर स्टेट के लिए सिद्धू फिट नहीं है।’