एसोचैम के एक्सीलेरेट नॉर्थ 2021 में हुई औद्योगिक मुद्दों पर चर्चा

 
चंडीगढ़, 24 सितंबर, 2021
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भारत के प्रमुख उद्योग निकाय- एसोचैम द्वारा एक्सीलेरेट नॉर्थ 2021 नामक एक-दिवसीय वर्चुअल शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया। उत्तरी राज्यों में विकास की गति को तेज करने में एसोचैम के प्रयासों की सराहना करते हुए, हिमाचल प्रदेश के उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ने कहा कि उत्तर भारत की अर्थव्यवस्था को अगले स्तर पर ले जाने के लिए एक बहु-आयामी रणनीति अपनाने की आवश्यकता है।

‘अपने पहले से ही असरदार औषधि उद्योग को और विकसित करने के लिए, हिमाचल प्रदेश सरकार ने हाल ही में केंद्र सरकार से राज्य को बल्क ड्रग फार्मा पार्क की मंजूरी देने का अनुरोध किया है, जिससे प्रदेश के लोगों के लिए नये रोजगार पैदा हो सकेेंगे। राज्य का लक्ष्य है कि 2025 तक यह एक हर्बल राज्य बन जाये । सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) सामाजिक-आर्थिक विकास को चलाने की क्षमता रखती है।’  बिक्रम सिंह ने एक्सीलेरेट नॉर्थ 2021 के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए कहा।
एसोचैम के अध्यक्ष और ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक, विनीत अग्रवाल ने कहा कि विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा, अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली जैसे कारक महत्वपूर्ण हैं। हालांकि, विभिन्न क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने के लिए एक राज्य यह देश की अनुकूल नीतियों को सबसे आवश्यक फैक्टर के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।

एसोचैम के महासचिव, दीपक सूद ने कहा, ‘पीपीपी मोड के तहत राजमार्गों और उद्योगों जैसी विभिन्न परियोजनाओं को लागू किया जा रहा है। उभरती प्रवृत्तियों के साथ नये विचारों का समावेश सर्वोपरि है, जिसके लिए सरकारी नीतियों को सक्षम बनाने की आवश्यकता है।’

उत्तर क्षेत्र विकास परिषद के अध्यक्ष और इंटरनेशनल ट्रैक्टर्स लिमिटेड के उपाध्यक्ष, अमृत सागर मित्तल ने कृषि अर्थव्यवस्था से आगे बढऩे के लिए क्षेत्र में एक विनिर्माण और सेवा पारिस्थितिकी तंत्र बनाने हेतु पीपीपी व्यवस्था की आवश्यकता पर जोर दिया।

सभी क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने के लिए एक अनुकूल नीतिगत माहौल तैयार करने के विषय पर सांसदों के साथ एक सत्र भी आयोजित किया गया।

लद्दाख के सांसद, जामयांग सेरिंग नामग्याल ने लद्दाख को एक सतत पर्यटन स्थल बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘महामारी के प्रकोप के साथ लद्दाख को पर्यटन क्षेत्र की व्यावसायिक गतिविधियों में बड़ी गिरावट का सामना करना पड़ा। इसके अलावा, हर साल हम यह भी देखते हैं कि कड़ाके की ठंड के मौसम में यह क्षेत्र ज्यादातर देश के बाकी हिस्सों से कट जाता है। इसलिए ऐसी चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए हम लद्दाख को सस्टेनेबल टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने पर विचार कर रहे हैं, ताकि पूरे साल इस क्षेत्र को कारोबार मिल सके। ‘

सुनीता दुग्गल, सांसद, सिरसा, हरियाणा, ने कहा, ‘हरियाणा में कृषि आधारित उद्योगों में बहुत सारे अवसर हैं, क्योंकि सरकार इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न लाभकारी योजनाओं और सब्सिडी की पेशकश कर रही है। पहल में तेजी लाने के लिए, हमें अधिक जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है, क्योंकि किसान या निवेशक नये उद्यमों का पता लगाने में थोड़ा संकोच करते हैं।’

धर्मबीर सिंह, सांसद, भिवानी-महेंद्रगढ़, हरियाणा, ने कहा, ‘हमारे निर्वाचन क्षेत्र में फल और सब्जी की खेती की बहुत गुंजाइश है। निवेशक कोई भी खाद्य संबंधित उद्योग स्थापित कर सकते हैं और उसका लाभ उठा सकते हैं। ‘

एक्सेलरेट नॉर्थ-2021 में उत्तर भारत केंद्रित विषयों पर विशेष विचार-विमर्श का सत्र भी रखा गया था। इनमें फार्मास्यूटिकल्स और आयुर्वेद के लिए भारत का केंद्र; जम्मू और कश्मीर, लद्दाख: वास्तविक आर्थिक क्षमता का लाभ उठाने की ओर; चंडीगढ़: स्मार्ट सिटी का निर्माण – जीवन की गुणवत्ता में सुधार और आर्थिक विकास को गति; पंजाब: एक पसंदीदा निवेश गंतव्य; हरियाणा: भाारत में आधुनिक निवेश और व्यापार का केंद्र जैसे मुद्दे प्रमुख रहे।