27 सितंबर के भारत बंद को लेकर किसानों ने किया दर्जनों गांवों में जनसंपर्क

सतीश बंसल सिरसा:

आगामी 27 सितंबर को किए जा रहे भारत बंद कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिले के किसान नेताओं ने रोड़ी क्षेत्र के दर्जनों गांवों का दौरा कर जनसंपर्क किया। जनसंपर्क कर रहे बाबा गुरदीप सिंह झीड़ी, लखवीर सिंह अलीकां, बूटा सिंह, नाजर सिंह, बलवंत सिंह, जरनैल सिंह, जसपाल सिंह, बलविंद्र सिंह ने बताया कि बुधवार को रोड़ी क्षेत्र के गांवों अलीकां, नागोकी, किराड़कोट, छतरियां, लकड़ांवाली, बुढाभाणा, मलेवाला, नेजाडेला, साहुवाला प्रथम, रघुआना, गदराना, सहारणी, भंगू, दौलतपुरखेड़ा में किसानों से भारत बंद को सफल बनाने के लिए बढ़ चढ़कर भाग लेने के लिए संपर्क किया गया है।

इस मौके पर किसान नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन कानूनों को लेकर किसान पिछले करीब एक साल से आंदोलनरत हैं, लेकिन सरकार के कानों पर जंू तक नहीं रेंग रही है। क्योंकि सरकार पंूजीपतियों की भाषा बोल रही है। उसे देशवासियों से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी विभागों को भाजपा सरकार ने अपने फायदे के लिए एक-एक कर बेच दिया, जिससे आगामी समय में आमजन को खासी दिक्कतें पेश आने वाली हैं। लोगों को मूलभूत सुविधाओं के लिए भी जूझना पड़ेगा। देश के प्रधानमंत्री के पास विदेशों में घूमने के लिए तो समय है, लेकिन देश के अन्नदाता के साथ बात करने के लिए समय तक नहीं है। जनता के खून पसीने की कमाई को सरकार व उसके मंत्री जमकर लूटा रहे हैं। महंगाई चरम सीमा पर पहुंच गई है, आम आदमी के लिए दो वक्त की रोटी जुटाना मुश्किल हो गया है। बेरोजगारों की लाइन लंबी होती जा रही है। लेकिन सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं है। उन्हें सिर्फ और सिर्फ पंूजीपति घराने ही नजर आ रहे हैं, जिनसे उनकी बड़ी डील हुई है। उन्होंने बताया कि सत्ता की दूसरी पारी में तो सरकार ने भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड ही ध्वस्त कर डाले।

आम आदमी के जायज कार्य भी अधिकारी बिना पैसे लिए नहीं कर रहे हैं, जिससे लोग दोहरी परेशानी में हैं। किसान नेताओं ने कहा कि भारत बंद में तमाम मजदूर, किसान, कर्मचारी व मेहनतकश वर्ग बढ़चढ़कर भाग लेगा, ताकि तानाशाह हो चुकी सरकार को आइना दिखाया जा सके।