Thursday, January 16

पंचकुला – 16 सितंबर :

प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने कहा की प्रदेश सरकार की गलत और किसान विरोधी नीतियों के कारण आज गन्ना किसान खेत में तैयार खड़ी गन्ने की फसल को लेकर चिंतित है उन्होंने बताया कि किसान गन्ने की फसल को पूरे एक वर्ष में अपने मेहनत करके तैयार करता है। लेकिन फिर भी एक वर्ष तक पेमेंट किसान के खाते में नही आती है प्रतिवर्ष किसान संगठनों को शहजादपुर शुगर मिल के सामने विरोध प्रदर्शन करने पड़ते है लेकिन अबकी बार तो सरकार ने किसानों को इसी चिंता में डाल दिया है की मिल गन्ना लेगा भी या नही क्योंकि जिस प्रकार से मिल द्वारा प्रदेश के अन्य तीन शुगर मिलों को चिट्ठी लिखकर अपने क्षेत्र के किसानों का गन्ना लेने का अनुरोध किया है उससे ये संदेश जाता है की सरकार शहजादपुर शुगर मिल को बंद करना चाहती है पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने कहा की यदि ऐसा हुआ तो हमारे क्षेत्र का हजारों एकड़ गन्ना उत्पादक किसान बर्बाद हो जाएगा क्योंकि इस मिल की प्रबंधक कमेटी ने करोड़ों रुपए हमारे किसानों के देने है और करोड़ों रुपए का किसानों के नाम से क्रॉप लोन लिया हुआ है हैरानी की बात ये है की अगर मिल मालिक मिल बंद करके चला जाता है तो वो किसानों की बकाया राशि कौन देगा और कौन क्रॉप लोन चुकता करेगा। चंद्रमोहन ने बताया कि जो किसान पिछले लगभग एक वर्ष से नए कृषि कानूनों के विरोध में बैठे है उन्हे पता है की अगर कृषि कॉरपोरेट हाथो में चली गई तो वो लोग ऐसे ही शुगर मिलों की तरह किसानों को परेशान करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर मिल बंद करने बारे सरकार की गलत सोच है तो वो किसानों के साथ विरोध प्रदर्शन में हर तरह से साथ देंगे।