चुनावी समर की थाह लेने संजय,सीसोदिया पहुंचे अयोध्या जी, लोगों ने किया जाम कर ट्रोल
राजनीति में आप की जितनी मोटी खाल और बेशर्मी से अपनी बात से मुकरने या पलटने की खूबी आप को बहुत ख़ालिस नेता बना देती है। मुस्लिम तुष्टीकरण से लबरेज आम आदमी पार्टी के दो शीर्ष नेताओं को यूपी चुनावों से पहले अब राम अच्छे लगाने लगे है। राम जन्मभूमि के पक्ष में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के पश्चात भी उस भूमि पर स्कूल या हस्पताल बनवाने की मांग रखने वाली आम आदमी पार्टी के नेता अब अयोध्या जी के घाट पर भगवा धारण किए हुए दिखाई पड़ रहे हैं। दिल्ली में चार हज़ार गोवंश के लिए बनी हुई चलती (गोवंश की सेवा में सेवारत) गो शाला को तुष्टीकरण या फिर किसी दूसरे हीं मकसद से बंद करवा गोशाला के आबंटित धन से महज़ मुस्लिम प्रेम (तुष्टीकरण) हज हाउस बनवाने वाली, रोहिङ्ग्यान मुस्लिमों के पालन पोषण पर खर्च करने वाली उलेमाओं को प्रति माह करोड़ों रुपयों का अंदान देने वाली आआपा ने अयोध्या में राम तीर्थ को दिये गए चंदे पर सवाल उठाए हैं(हिसाब मांगा है)। मज़ेदार बात यह है की इनहोने शायद चंदे में सवा रुपया (बंद हो चुकी चवन्नी के साथ) भी न दिया हो, दिया था क्या?
अयोध्या जी/चंडीगढ़:
मनीष सीसोदिया ने एक बार ट्वीट कर कहा था “यदि चुनावी समर का आरंभ स्कूलों से किया जाये तो सभी बच्चे पढ़ लिख जाएँ।” आज वही आ आपा के मनीष सीसोदिया ततार प्रदेश की राजनीति में आआपा का बिगुल फूंकने निकाल पड़े, उनके साथ न्के ही दल के संजय सिंह भी हैं। हमेशा से मुस्लिम तुष्टीकरण में लीन आआपा के यह दोनों नेता अयोध्या जी के घाट पर भगवा धरण किए हुए दिखाई पड़े। सोशल मीडिया पर इनहोने जाम कर अपनी तस्वीरें सांझा की ओर सोशल मीडिया के निशाने पर आ गए।
सबसे पहले अमित खरखरी ने आआपा की सनातन धर्म विरोधी एवं मुस्लिम तुष्टीकरण को दर्शाती एक वीडियो सांझा की
हिन्दू देवांशु ने अरविंद केजरीवाल के दल की सनातन धर्म पर डाली गयी एक पोस्ट पर सनातन धर्मावलम्बियों को चेताते हुए कहा
प्रदीप अग्रवाल नामक एक सोशल मिडया यूसर ने इन दोनों की एक पुरानी तस्वीर सांझा कराते हुए कहा “चुनाव में सामने योगीजी को देखते हुए 2 मौलानाओं ने धर्म परिवर्तन कर लिया अब शायद पब्लिक बेवकूफ बन जाये!”
एक दूसरे नेट यूसर अंकित सोलंकी ने “हड़प्पा की खुदाई में मिले 2 अति प्राचीन ‘रामभक्त” कह आर इन पर तंज़ कसा।
सर्वेश शुक्ला नामक यूसर ने इन दोनों के बारे में लिखा “एक बार फिर से रावण और मारीच एक्टिव हो चुके हैं”
रवि जंघेला एक टिवीटर मेम्बर इन्हे राहु केतू बताते हैं :
अपनि हिन्दू विरोधी नीतियों, मुस्लिम तुष्टीकरण और आरज़क कार्यशैली के कारण इस राजनाइटिक दल के नेताओं की दाल यूपी में गलेगी यह तो समय ही बताएगा, लेकिन दिल्ली में इनको हिलना/डिगाना किसी के बस का नहीं। दिल्ली के साथ इनका चरित्र मेल खा चुका है। मानों एह दोनों एक दूसरे ही के लिए बने हों।