पंचांग, 13 सितंबर 2021
नोटः आज मुक्ताभरण/संतान सप्तमी व्रत है: यह व्रत पुत्र प्राप्ति, पुत्र रक्षा तथा पुत्र अभ्युदय के लिए भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को किया जाता है। इस व्रत का विधान दोपहर तक रहता है। इस दिन जाम्बवती के साथ श्यामसुंदर तथा उनके बच्चे साम्ब की पूजा भी की जाती है। माताएँ पार्वती का पूजन करके पुत्र प्राप्ति तथा उसके अभ्युदय का वरदान माँगती हैं। इस व्रत को ‘मुक्ताभरण’ भी कहते हैं।
विक्रमी संवत्ः 2078,
शक संवत्ः 1943,
मासः भाद्रपद़,
पक्षः शुक्ल पक्ष,
तिथिः सप्तमी अपराहन्ः 3.11 तक है।
नोटः आज मुक्ताभरण/संतान सप्तमी व्रत है। तथा श्री महालक्ष्मी व्रत है।
वारः सोमवार,
नक्षत्रः अनुराधा प्रातः 08.24 तक हैं,
योगः विष्कुम्भक प्रातः काल 08.49 तक,
करणः वणिज,
सूर्य राशिः सिंह चंद्र राशिः वृश्चिक,
राहु कालः प्रातः 7.30 से प्रातः 9.00 बजे तक,
सूर्योदयः 06.09, सूर्यास्तः 06.25 बजे।
विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही,शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।