पंचांग, 24 अगस्त 2021
भाद्रपद कृष्ण पक्ष की तृतीया को कज्जली तीज का व्रत करने का विधान है. कज्जली तीज को कजरी तीज, बूढ़ी तीज व सातूड़ी तीज के नाम से भी जाना जाता है . सौभाग्य और सुख की प्राप्ति में एक और व्रत है जिसे कजली तृतीया के रुप में मनाया जाता है. भाद्रपद माह में आने वाला यह व्रत सुख एवं सौभाग्य को देने वाला होता है. कज्जली तृतीया का त्यौहार भारत के अनेक क्षेत्रों में मनाया जाता है. देश के कई भागों में कज्जली तीज के दिन व्रत धारण किया जाता है इस दिन माता पार्वती का पूजन भी होता है.
विक्रमी संवत्ः 2078,
शक संवत्ः 1943,
मासः भाद्रपद़,
पक्षः कृष्ण पक्ष,
तिथिः द्वितीया सांय 04.05 तक है।
वारः मंगलवार,
नक्षत्रः पूर्वाभाद्रपद सांय 07.47 तक हैं,
योगः सुकृत प्रातः काल 06.59 तक,
करणः गर,
सूर्य राशिः सिंह चंद्र राशिः कुम्भ,
राहु कालः अपराहन् 3.00 से 4.30 बजे तक,
सूर्योदयः05.59, सूर्यास्तः06.47 बजे।
नोटः आज कज्जली तृतीया व्रत है।
विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर मंगलवार को धनिया खाकर, लाल चंदन,मलयागिरि चंदन का दानकर यात्रा करें।