पंचांग 23 अगस्त 2021

इस मंत्र जाप से दुख, पाप, भय, द्वेष आदि जैसे दुर्गुणों का नाश होता है। आज गायत्री जयंती के अवसर पर जानते हैं गायत्री मंत्र, उसकी जाप ​विधि और महत्व के बारे में। ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।

विक्रमी संवत्ः 2078, 

शक संवत्ः 1943, 

मासः भाद्रपद़, 

पक्षः कृष्ण पक्ष, 

तिथिः प्रतिपदा सांय 04.31 तक है। 

वारः सोमवार,

नक्षत्रः शतभिषा सांय 07.26 तक हैं, 

योगः अतिगण्ड प्रातः काल 08.33 तक, 

करणः कौलव, सूर्य राशिः सिंह  चंद्र राशिः कुम्भ, 

राहु कालः प्रातः 7.30 से प्रातः 9.00 बजे तक, 

सूर्योदयः05.59, सूर्यास्तः06.49 बजे।

नोटः आज गायत्री जप है।

विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही,शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।