भाजपा के सरकार ने देश के लोगों का जीना दुश्वार बना दिया है : चंद्रमोहन
पंचकूला 18 अगस्त:
हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के सरकार ने देश के लोगों का जीना दुश्वार बना दिया है। देश के लोगों के साथ धोखा करके केन्द्र में सरकार बनाई गई, जिसका खामियाजा आज देश के लोगों को पट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती हुई कीमतों के रूप में भुगतना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि कल 17 अगस्त को गैस सिलेंडर के दाम में 25 रुपए की बढ़ोतरी करके यह दिखला दिया है कि भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में नियमों और कानूनों का कोई मतलब ही नहीं रह गया है । पहले हर महीने की पहली तारीख को गैस के दाम बढ़ाने का ड्रामा किया जाता था , अब उस नियम को धता बताकर 17 अगस्त को 25 रुपए प्रति गैस सिलेंडर बढ़ाए गए हैं, जबकि पिछले महीने 1 जुलाई को भी 25 रुपए प्रति गैस सिलेंडर बढ़ाए गए थे। श्री चन्द्र मोहन ने कहा कि पिछले 47 दिन में गैस सिलेंडर के 50 रुपए बढाए गए हैं और पिछले एक साल में अब तक 165 रुपए 50 पैसे की बढ़ोतरी की जा चुकी है। इस सरकार ने गृहनियों का बजट बिगाड़ कर रख दिया है । इसके साथ ही पट्रोल और डीजल के दाम भी सुरसा की तरह निरन्तर बढ़ रहे हैं। यह देश के गरीब और मध्यम श्रेणी के लोगों का दुर्भाग्य है कि उन्हें महंगाई और बेरोजगारी की दोहरी मार झेलनी पड़ रही है।
श्री चन्द्र मोहन ने कहा कि भाजपा सरकार की अकर्मण्यता और असंवेदनहीनता तथा असफलताओं का ठीकरा गरीब लोगों पर ही फोड़ा जा रहा है। केन्द्र सरकार की गलत नीतियों के कारण ही रसोई गैस, पट्रोल और डीजल के दामों में निरन्तर अप्रत्याशित बढ़ोतरी हो रही है, जिसके परिणामस्वरूप गरीब और गरीब तथा अमीर और अमीर होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि कल भी रसोई गैस सिलेंडर के दामों में 25 रुपए की बढ़ोतरी होने से 14.2 किलो ग्राम सिलैंडर की कीमत बढ़कर 859 रुपए 50 पैसे प्रति सिलेंडर हो गई है । इससे गृहणियों के सपनों को धराशाही हो गए हैं ।
श्री चन्द्र मोहन ने कहा कि आज मंहगाई का भूत आम आदमी का पीछा नहीं छोड़ रहा है। जो रसोई गैस सिलेंडर कांग्रेस के शासनकाल में सन् 2014 में 430 रुपए में मिलता था आज उसकी कीमत बढ़कर 859 रुपए 50 पैसे प्रति रसोई गैस सिलेंडर तक पहुंच गई है। जबकि जनवरी 2021 में एक रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 694 रुपए थी। उन्होंने कहा कि देश में कोरोना महामारी के बावजूद अमीरों की संख्या में 5.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है , जबकि गरीब और गरीब हुआ है ।