चंडीगढ़ प्रदेश कॉंग्रेस अंतर्कलह: छाबड़ा की चावला को चिट्ठी

चंडीगढ़ :

आदरणीय अध्य्क्ष चावला जी,

आज मैं निजी व्यवस्था के चलते आप द्वारा बुलाई मीटिंग में नही आ सकता।
आप को बहुत बहुत मुबारकबाद।
लेकिन एक बात याद रखना जो कीचड़ फेंकने की शुरुआत आप ने प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के नोकरो द्वारा शुरू करवाई है।
अगर जवाब देना हो तो सभी के पुलिंदे खोल सकता हूं।
लेकिन उस में पार्टी या नेता जी का ही नुकसान होगा।
चमचो का कुछ नहीं जाएगा।

मेरी किसी से न कोई निजी लड़ाई है। मैंने जिस पार्टी को 35 साल दिए। और जिन साथियों ने दिन रात एक कर के पार्टी को इस मुकाम पर ले जाने में अपना परिवार,व्यवसाय व सेहत सब कुछ दांव पर लगाया। यह उन को उन का हक दिलवाने की लड़ाई है।
मैं आज उन की आवाज़ बन कर बोल रहा हूं।
आप को आज आप को मेरी कही बातों का बहुत बुरा लग रहा होगा। सुना है न आप ने

सच परेशान हो सकता है, लेकिन जीतता जरूर है।

हम होंगे कामयाब एक दिन
मन में है विश्वास,पूरा है विश्वास

प्रदीप छाबड़ा न डरा न डरेगा।💪
हुकमरानों को भी मेरा मैसेज दे देना।

आज लड़ाई सच और झूठ की
पैसे वालो की और ईमानदारों की है।
मैं उंगली कटवा कर शहीद नही होने वालों में से हु।(यह आप ने zee tv पर मेरे बारे में बोला था)
मैं शहीदे आज़म भगत की विरासत का वारिस हु जिन्हों ने कहा था।
जिंदगी तो अपने ही दम पर जी जाती है
औरो के कंधों पर जनाजे उठा करते है
हम सिर भी कटवा सकते है अगर वक़्त चाहेगा तो….‼️

धन्यवाद
आप का शुभचिंतक
प्रदीप छाबड़ा