शहर की सफाई के लिए पहले ही पर्याप्त सफाई कर्मी नहीं हैं। 2018 में सफाई कर्मचारियों की भर्तियां तो हुई, लेकिन वह भी स्वीकृत पदों से आधी। शहर में फिर से स्वच्छता सर्वेक्षण होने वाला है। कर्मचारियों की कमी के चलते शहर की साफ-सफाई प्रभावित हो रही है । अधिकांश कर्मचारी अन्य शाखाओं में कार्यरत हैं। उन्हें वापस बुलाया जा रहा है। लम्बे समय से कर्मचारी अपने चहेते अधिकारियों की हाज़री बजा रहे है और अपने मूल काम से बचना चाह रहे हैं। इसकी भनक आयुक्त को लग गई। यही बड़ा कारण है इन कर्मचारियों को उनके मूल काम से वापस जोड़ा जा रहा है।
करणीदानसिंह राजपूत, सूरतगढ़ :
राजस्थान के स्वायत शासन विभाग के निदेशक ने 29 जुलाई 2021 को आदेश दिया है जिससे पूरे राजस्थान की नगरपालिकाओं, नगरपरिषदों व नगरनिगमों में हड़कंप मचा है।
स्वायत शासन विभाग के निदेशक ने आदेश दिया है कि नगर पालिका, नगर परिषद और नगर निगम में सफाई कर्मचारियों के पद पर लगे कर्मचारियों से अन्य स्थानों विभागों पर कार्य कराया जा रहा है,उन्हें मूल पद पर कार्य का आदेश दिया जाए।
यदि कोई मूल पद पर कार्य नहीं करता है तो उसकी हाजिरी नहीं लगाई जाए और वेतन नहीं दिया जाए।
विदित रहे कि नगर पालिका नगर परिषद नगर निगमों में सफाई कर्मचारियों के पदों पर लगे कर्मचारियों से अन्य स्थानों पर दफ्तरों में लिपिक पदों कंप्यूटर ऑपरेटरों आदि पर कार्य कराया जा रहा है। अनेक को विभिन्न दफ्तरों में प्रतिनियुक्ति पर लगाया हुआ है।
नियुक्ति के बाद कभी उठाया ही नहीं हाथ में झाड़ू
कई सफाई कर्मचारी ऐसे है जिनकी 2018 में नियुक्ति के बाद से अब तक कभी झाड़ू हाथ में ही नहीं लिया। दरअसल उस समय जब सफाई कर्मियों के पदों पर भर्ती निकली थी तब ग्रैजुएट, पोस्ट ग्रैजुएट लोगो ने आवेदन किया। इन लोगों की नियुक्ति तो हो गई लेकिन झाड़ू हाथ में लेकर वार्डों में सफाई करने से बचना चाह रहे है और मूल कार्य की जगह अन्य शाखाओं में सेवाएं दे रहे है।
इलेक्शन ड्युटी के नाम पर कलेक्ट्रेट गए एक वर्ष हो गया निगम नहीं लौटें
निगम उन कर्मचारियों को भी वापस निगम बुलाएगा जो इलेक्शन ड्युटी के नाम पर पिछले एक वर्ष से कलेक्ट्रेट में बैठे है। इसके अलावा सीएसआई के अधीन लगे सफाई कर्मचारी। पशु-वध गृह से करीब सात कर्मचारियों व अन्य विभागों में कार्यरत कर्मचारियों को को भी वार्ड में सफाई के लिए भेजा जाएगा।
उपायुक्त नगर निगम नॉर्थ कमलेश व्यास का कहना है कि वार्डों में सफाई कर्मचारियों के कमी को देखते हुए जिन कर्मचारियों को अन्य शाखाओं व विभागों में नियुक्त किया गया है उन्हें वापस मूल कार्य पर नियुक्त किया जाएगा। इससे शहर में सफाई व्यवस्था सुदृढ़ होगी।
इससे सफाई कार्य प्रभावित होता है।
इनकी शिकायतें होती रही है लेकिन आदेशों के बावजूद नगर निकायों में अधिशासी अधिकारी चुने हुए अध्यक्ष आदि ध्यान नहीं दे रहे।
स्वायत शासन विभाग ने 2018 और 2020 में भी इस प्रकार के आदेश दिए थे जिनका पालन नहीं होने पर शिकायतें होती रही। अब 29 जुलाई 2021 को यह सख्त आदेश जारी हुआ है। अब अन्यत्र काम करने वालों को वेतन का संकट रहेगा वहीं अधिशासी अधिकारी जैसे पद पर भी कार्रवाई होगी।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2021/07/pn1901_4726264_835x547-m.jpg547835Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2021-07-31 03:05:542021-07-31 03:06:51इलेक्शन ड्युटी के नाम पर कलेक्ट्रेट गए एक वर्ष हो गया निगम नहीं लौटे कर्मचारियों की मूल पद पर वापसी के आदेश
31 जुलाई, 2021: कामकाम में आपकी तेज़ी लम्बे समय से चली आ रही समस्या का समाधान कर देगी। आज आपको किसी अज्ञात स्रोत से पैसा प्राप्त हो सकता है जिससे आपकी कई आर्थिक परेशानियां दूर हो जाएंगी। आज आपमें धैर्य की कमी रहेगी। इसलिए संयम बरतें, क्योंकि आपकी तल्ख़ी आस-पास के लोगों को दुःखी कर सकती है। व्यक्तिगत संबंध संवेदनशील और नाज़ुक रहेंगे। कोई रोचक मैगजीन या उपन्यास पढ़ के आजके दिन को आप अच्छी तरह से व्यतीत कर सकते हैं। रोज़मर्रा की ज़रूरतें पूरी न होने से आपके वैवाहिक जीवन में तनाव संभव है। खाना, साफ़-सफ़ाई या कोई और घरेलू चीज़ इसका कारण हो सकती है। लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं इसकी फीक्र न करें, अगर आप सही हैं तो आपका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327
31 जुलाई, 2021: ध्यान और योग न केवल आध्यात्मिक तौर पर, बल्कि शारीरिक तौर पर भी आपके लिए फ़ायदेमन्द साबित होंगे। आपका कोई पड़ोसी आज आपसे धन उधार मांगने आ सकता है, आपको सलाह दी जाती है कि उधार देने से पहले उनकी विश्वसनीयता अवश्य जांच लें नहीं तो धन हानि हो सकती है। दोस्त शाम के लिए कोई बढ़िया योजना बनाकर आपका दिन ख़ुशनुमा कर देंगे। सैर-सपाटे पर जाने का कार्यक्रम बन सकता है, जो आपकी ऊर्जा और उत्साह को तरोताज़ा कर देगा। काम को समय पर निपटाकर जल्दी घर जाना आज आपके लिए अच्छा रहेगा इससे आपके परिवार वालों को भी खुशी मिलेगी और आप भी तरोताजा महसूस करेेंगे। आपको महसूस होगा कि शादी के वक़्त किए गए सारे वादे सच्चे हैं। आपका जीवनसाथी ही आपका हमदम है। घर का कोई सदस्य आज आपके खिलाफ बातें कर सकता है जिससे आपकी भावनाएं आहत होंगी। व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327
31 जुलाई,, 2021: आप ख़ुद को ऊर्जा से सराबोर महसूस करेंगे- लेकिन काम का बोझ आपमें खीज पैदा करेगा। वे निवेश-योजनाएँ जो आपको आकर्षित कर रहीं हैं, उनके बारे में गहराई से जानने की कोशिश करें- कोई भी क़दम उठाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह ज़रूर ले लें। अपनी महत्वाकांक्षाओं को माता-पिता को बतलाने का सही समय है। वे आपको सहयोग देंगे। आपको भी ध्यान केंद्रित कर कड़ी मेहनत करने की ज़रूरत है। आज आप कोई दिल टूटने से बचा सकते हैं। दिन के अंत में आज आप अपने घर के लोगों को वक्त देना चाहेंगे लेकिन इस दौरान घर के किसी करीबी के साथ आपकी कहासुनी हो सकती है और आपका मूड खराब हो सकता है. ऐसा लगता है कि आज आप अपने जीवनसाथी के साथ बहुत ख़र्चा कर सकते हैं। बावजूस इसके, आप इस वक़्त का पूरा लुत्फ़ उठा पाएंगे। आज के दिन कुछ न करें, सिर्फ़ अस्तित्व का आनन्द लें और अहोभाव से ख़ुद को सराबोर होने दें। स्वयं को भाग-दौड़ के लिए बाध्य न करें। व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327
31 जुलाई,2021: बहुत ज़्यादा चिंता और तनाव की आदत आपकी सेहत बर्बाद कर सकती है। मानसिक स्पष्टता बनाए रखने के लिए शंका और झुंझलाहट से निजात पाएँ। आज कोई लेनदार आपके दरवाजे पर आ सकता है और आपसे पैसे उधार मांग सकता है। उन्हें पैसे लौटाकर आप आर्थिक तंगी में आ सकते हैं। आपको सलाह दी जाती है कि उधार लेने से बचें। कोई चिट्ठी या ई-मेल पूरे परिवार के लिए अच्छी ख़बर लाएगी। आज प्यार की मदहोशी में हक़ीक़त और फ़साना मिलकर एक होते मालूम होंगे। इसे महसूस करें। लम्बे वक़्त से लटकी हुई दिक़्क़तों को जल्द ही हल करने की ज़रूरत है और आप जानते हैं कि आपको कहीं-न-कहीं से शुरुआत करनी होगी- इसलिए सकारात्मक सोचें और आज से ही प्रयास शुरू करें। आज के दिन आपका वैवाहिक जीवन एक विशिष्ट दौर से गुज़रेगा। आज आप सब चिंताओं को भुलाकर अपनी रचनात्मकता को बाहर निकाल सकते हैं। व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327
31 जुलाई, 2021: सेहत से जुड़ी परेशानियाँ असहजता का कारण बन सकती हैं। आज मुमकिन है कि आपको धन से जुड़ी कोई समस्या हो लेकिन अपनी सूझबूझ से आप हानि को भी मुनाफे में बदल सकते हैं। दूसरों की कमियाँ ढूंढने का ग़ैर-ज़रूरी काम रिश्तेदारों की आलोचना का रुख़ आपकी ओर मोड़ सकता है। आपको समझना चाहिए कि यह केवल समय की बर्बादी है और इससे कुछ हासिल नहीं होता है। बेहतर रहेगा कि आप अपनी यह आदत बदल दें। आज आप हर तरफ़ प्यार-ही-प्यार फैलाएंगे। बिना किसी को अवगत कराए ही आज आपके घर में किसी दूर के रिश्तेदार की एंट्री हो सकती है जिसके कारण आपका समय खराब हो सकता है। आपको ख़ुश करने के लिए आपका जीवनसाथी काफ़ी कोशिशें कर सकता है। किसी दोस्त की सहायता करके आज आप अच्छा महसूस कर सकते हैं। व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327
31 जुलाई, 2021: व्यस्त दिनचर्या के बावजूद स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। आर्थिक तौर पर सिर्फ़ और सिर्फ़ एक स्रोत से ही लाभ मिलेगा। मेहमानों के साथ का आनंद लेने के लिए बढ़िया दिन है। अपने रिश्तेदारों के साथ कुछ ख़ास करने की योजना बनाएँ। इसके लिए वे आपकी तारीफ़ करेंगे। प्रेम हमेशा आत्मीय होता है और यही बात आप आज अनुभव करेंगे। आज आप जीवनसाथी के साथ वक्त बिताने और उनको कहीं घुमाने ले जाने का प्लान करेंगे लेकिन उनकी खराब तबीयत की वजह से यह नहीं हो पाएगा। जीवनसाथी के साथ यह एक बढ़िया दिन गुज़रने वाला है। यह दिन हो सकता है बहुत ही बढ़िया – दोस्तों या परिजनों के साथ बाहर जाकर फ़िल्म देखने की योजना भी बन सकती है। व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327
31 जुलाई, 2021: आपका स्पष्ट और निडर नज़रिया आपके दोस्त के अहम्को ठेस पहुँचा सकता है। जिन लोगों ने किसी अनजान शख्स की सलाह पर कहीं निवेश किया था आज उन्हें उस निवेश से फायदा होने की पूरी संभावना है। बढ़िया दिन है जब आप सबके ध्यान को अपनी तरफ़ खींचेंगे- आपके सामने चुनने के लिए कई चीज़ें होंगी और आपके सामने समस्या यह होगी कि किसे पहले चुना जाए। आज का दिन प्रेम के रंगों में डूबा रहेगा लेकिन रात के वक्त किसी पुरानी बात को लेकर आप झगड़ सकते हैं। रात के समय आज आप घर के लोगों से दूर होकर अपने घर की छत या किसी पार्क में टहलना पसंद करेंगे। आप महसूस कर सकते हैं कि जीवनसाथी का प्यार सारे दुःख-दर्द भुला देता है। आज का दिन तनाव से मुक्त रहने की कोशिश करें, इसलिए आराम करने पर ज़ोर दें। व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327
31 जुलाई, 2021: शारीरिक बीमारी के सही होनी की काफ़ी संभावनाएँ हैं और इसके चलते आप शीघ्र ही खेल-कूद में हिस्सा ले सकते हैं। इस राशि के कुछ लोगों को आज जमीन से जुड़े किसी मुद्दे को लेकर धन खर्च करना पड़ सकता है। आपके प्रियजन ख़ुश हैं और आपको शाम के लिए उनके साथ कोई योजना बनानी चाहिए। आप साथ में कहीं घूमने-फिरने जाकर अपने प्रेम-जीवन में नयी ऊर्जा का संचार कर सकते हैं। इस राशि वालों को आज खुद के लिए काफी समय मिलेगा। इस समय का उपयोग आप अपने शोकों को पूरा करने में कर सकते हैं। आप कोई किताब पढ़ सकते हैं या अपना पसंदीदा म्यूजिक सुन सकते हैं। आप अपने जीवनसाथी के प्यार की मदद से ज़िन्दगी की मुश्किलों का आसानी से सामना कर सकते हैं। आपके दिन की शुरुआत शानदार रहेगी और इसलिए आज पूरे दिन आप ऊर्जावान महसूस करेंगे। व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष :
31जुलाई, 2021: बच्चे आपकी शाम को ख़ुशी की चमक लाएंगे। थकाऊ और उबाऊ दिन को अलविदा कहने के लिए एक बढ़िया डिनर की योजना बनाएँ। उनका साथ आपके शरीर में फिर से ऊर्जा भर देगा। भविष्य में अगर आपको आर्थिक रुप से मजबूत बनना है तो आज से ही धन की बचत करें। अपने सामाजिक जीवन को दरकिनार न करें। अपनी व्यस्त दिनचर्या में से थोड़ा-सा समय निकालकर अपने परिवार के साथ किसी आयोजन में शिरकत करें। यह न सिर्फ़ आपका दबाव कम करेगा, बल्कि आपकी झिझक भी मिटा देगा। संभव है आज आप अपने प्रिय को टॉफ़ी और कॉकलेट वग़ैरह दें। आप खाली समय में अपने पसंदीदा काम करना पसंद करते हैं, आज भी आप ऐसा ही कुछ करने का सोचेंगे लेकिन किसी शख्स के घर में आने की वजह से आपका यह प्लान चौपट हो सकता है। आज के दिन आपके और आपके जीवनसाथी के लिए गहरी आत्मीयतापूर्ण बातें का सही समय है। टीवी पर फ़िल्म देखना और अपने नज़दीकी लोगों के साथ गप्पें मारना – इससे बेहतर और क्या हो सकता है? अगर आप थोड़ी कोशिश करें तो आपका दिन कुछ इसी तरह गुज़रेगा। व्यक्तिगत स मस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327
31जुलाई, 2021: भाग्य पर निर्भर न रहें और अपनी सेहत को सुधारने की कोशिश करें, क्योंकि क़िस्मत ख़ुद बहुत आलसी होती है। आप ख़ुद को नए रोमांचक हालात में पाएंगे- जो आपको आर्थिक फ़ायदा पहुँचाएंगे। आपकी ज्ञान की प्यास आपको नए दोस्त बनाने में मददगार साबित होगी। आपको अपनी तरफ़ से सबसे बेहतर तरीक़े से बर्ताव करने की ज़रूरत है – क्योंकि आज आपका प्रिय जल्दी ही नाराज़ हो सकता है। यात्रा और भ्रमण वग़ैरह न सिर्फ़ आनन्ददायक सिद्ध होंगे, बल्कि काफ़ी शिक्षाप्रद भी रहेंगे। जीवनसाथी का स्वास्थ्य कुछ गड़बड़ हो सकता है। अकेलेपन को अपने ऊपर हावी न होने दें, इससे बेहतर होगा कि आप कहीं घूमने के लिए निकल सकते हैं। व्यक्तिगत स मस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327
31जुलाई,2021: आप जो शारीरिक बदलाव आज करेंगे, वे निश्चित तौर पर आपके रूप-रंग को आकर्षक बनाएगा। दीर्घावधि मुनाफ़े के नज़रिए से स्टॉक और म्यूचुअल फ़ंड में निवेश करना फ़ायदेमंद रहेगा। सामाजिक गतिविधियाँ मज़ेदार रहेंगी, लेकिन अपने रहस्य किसी के सामने उजागर न करें। फूल देकर अपने प्यार का इज़हार करें। यात्रा के दौरान आप नयी जगहों को जानेंगे और महत्वपूर्ण लोगों से मुलाक़ात होगी। जीवनसाथी के साथ आज की शाम वाक़ई कुछ ख़ास होने वाली है। रात को आज आप अपने किसी करीबी से कई देर तक फोन पर बात कर सकते हैं और अपने जीवन में चल रही बातों को बता सकते हैं। व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327
31 जुलाई, 2021: आपके पति/पत्नि की सेहत तनाव और फ़िक्र की वजह बन सकती है। आज के दिन आपको शराब जैसे मादक तरल का सेवन नहीं करना चाहिए, नशे की हालत में आप कोई कीमती सामान खो सकते हैं। परिवार के सदस्यों के साथ कुछ आराम के पल बिताएँ। आज आप कुछ अलग क़िस्म के रोमांस का अनुभव कर सकते हैं। व्यस्त दिनचर्या के बावजूद भी आज आप अपने लिए समय निकालपाने में सक्षम होंगे। खाली वक्त में आज कुछ रचनात्मक कर सकते हैं। जीवनसाथी के साथ हँसते-खिलखिलाते, हर पल के मज़े लेते हुए आप महसूस करेंगे कि आप किशोरावस्था में लौट गए हैं। बेवजह की बातों में आप अपना कीमती समय बर्बाद नाही करें तो आपके लिए अच्छा रहेगा। व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष :819495932
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2020/04/rashifal-3.jpg400700Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2021-07-31 02:13:402021-07-31 02:14:26राशिफल, 31 जुलाई
भारतीय ज्योतिष का सबसे महत्पूर्ण अंग पंचांग माना गया है। पंचांग पांच चीजों के मिश्रण से बना है। दिन, तिथि, नक्षत्र, करण और योग। इन सभी पांचो चीजों का अपना अलग-अलग महत्व है लेकिन सबसे अधिक महत्पूर्ण है तिथि। चूंकि हमारे सारे त्यौहार तिथियों के अनुसार ही मनाये जाते है। आपने अक्सर पण्डित जी के मुख से सुना होगा कि तिथि का क्षय होना और वृद्धि होना। जिस कारण से कई त्यौहार दो दिन मनाये जाते है। दरअसल एक मास में दो पक्ष होते है, कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष। इसमें शुक्ल व कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा से चतुर्दशी पर्यन्त 14-14 तिथियाँ तथा पूर्णिमा व अमावस्या सहित तीस तिथियों को मिलाकर एक चान्द्रमास का निर्माण होता है। शुक्ल पक्ष की 15वीं तिथि पूर्णिमा एवं कृष्ण पक्ष की 15वीं तिथि अमावस्या होती है।एक तिथि का भोग काल सामान्यतः 60 घटी का होता है। किसी तिथि का क्षय या वृद्धि होना सूर्योदय पर निर्भर करता है। कोई तिथि, सूर्योदय से पूर्व आरंभ हो जाती है और अगले सूर्योदय के बाद तक रहती है तो उस तिथि की वृद्धि हो जाती है अर्थात् वह वृद्धि तिथि कहलाती है लेकिन यदि कोई तिथि सूर्योदय के बाद आरंभ हो और अगले सूर्योदय से पूर्व ही समाप्त हो जाती है तो उस तिथि का क्षय हो जाता है अर्थात् वह क्षय तिथि कहलाती है।
धर्म/संस्कृति डेस्क, चंडीगढ़:
सचमुच ही बहुत से लोग यह समझ नहीं पाते हैं कि आज अष्टमी है या नवमी। एक बार ऐसा हुआ था कि आज भी होली का त्योहार है और कल भी। कुछ पंडित कहते हैं कि आज है और कुछ कहते हैं कि कल है। आखिर सच क्या है? आओ यही भ्रम मिटाते हैं। दरअसल, एक होता है दिन और एक होती है तिथि। दिन का निर्धारण सूर्य की गति पर आधारित है और तिथि का निर्धारण चंद्र की गति पर आधारित है। जब हम हिन्दू पंचांग की बात करते हैं तो उसमें दिन, तिथि, नक्षत्र, करण और योग का समावेश करके ही किसी व्रत, त्योहार या मंगल कार्य का निर्धारण करते हैं। दिन को आप यहां वार समझे।
भारत में हिन्दू त्योहार तिथियों के अनुसार ही मनाए जाते हैं। तिथियां घटती और बढ़ती रहती है जिसे तिथि क्षय और तिथि वृद्धि कहते हैं। हिन्दू माह या मास में दो पक्ष की तीस तिथियां होती है। दो पक्ष अर्थात कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष। एक पक्ष 15 तिथियों का होता है। इसमें पूर्णिमा और अमावस्या भी शामिल है। अर्थात अमावस्या से पूर्णिमा तक का काल शुक्ल पक्ष और पूर्णिमा से अमावस्या तक का काल कृष्ण पक्ष होता है।
इस तरह एक तिथि का भोग काल 60 घटी तक का होता है। 1 घटी = 24 मिनट की होती है। 48 मिनट की 2 घटी यानी एक घंटा लगभग 2:5 घटी का होगा। अर्थात ढाई घटी का। मतलब 24 घंटे = 60 घाटी। इस तरह हमने देखा कि तिथि का मान घड़ी के घंटे से नहीं घटी से चलता है। इस घटी के मान से ही सूर्योदय और सूर्यास्त के समय निकाला जाता है। खैर यहां तक याद रखें।
तो यह था कि तिथि क्या होती है। दरअसल, तिथि का संबंध वार या दिन से नहीं होता। तिथि का संबंध चंद्र की गति से होता है जो घटती और बढ़ती रहती है। दिन का संबंध सूर्य से होता है। ज्योतिषानुसार सूर्योदय से अगले दिन के सूर्योदय के बीच के काल को दिन कहते हैं जिसमें लगभग 12 घंटे का दिन और 12 घंटे की रात होती है।
किसी तिथि का क्षय या वृद्धि होना सूर्योदय पर निर्भर करता है। कोई तिथि, सूर्योदय से पूर्व आरंभ हो जाती है और अगले सूर्योदय के बाद तक रहती है तो उस तिथि की वृद्धि हो जाती है लेकिन यदि कोई तिथि सूर्योदय के बाद आरंभ हो और अगले सूर्योदय से पूर्व ही समाप्त हो जाती है तो उस तिथि का क्षय हो जाता है। मतलब यह कि कोई तिथि तब ही प्रारंभ हो जाती है जबकि सूर्योदय हुआ ही नहीं और फिर वह अगले सूर्योदय के बाद तक भी रहती है। मतलब यह कि वह 24 घंटे से ज्यादा की रहती है। निश्चि ही है कि कोई तिथि यदि सूर्योदय के बाद तक रहती है तो फिर दूसरी तिथि सूर्योदय के बाद ही प्रारंभ होगी। लेकिन जब यह तिथि सूर्योदय के बाद प्रारंभ हो और सूर्योदय के पहले ही समाप्त हो जाए तो उसे तिथि क्षय कहते हैं। आपने देखा होगा कि कभी कभी चांद सूर्योदय के बाद भी बहुत देर तक दिखाई देता है और वह कभी कभी सूर्यास्त के बाद रात्रि लगभग 9 या 10 बजे तक नहीं दिखाई देता है।
आपने देखा होगा कि दूज का चांद जब तक नहीं दिखाई दे दूज शुरू नहीं होती। बस इसी गणित को समझना होगा। वह यह कि तिथि चंद्र की गति पर आधारित है।
तिथियों का निर्धारण सूर्य और चन्द्रमा की परस्पर गतियों के आधार पर होता है। जब सूर्य और चन्द्रमा एक स्थान (एक ही अंश) पर होते हैं तब अमावस्या तिथि होती है। मतलब उस काल में न सूर्य दिखाई देता है और न चंद्र। उस काल में चन्द्रमा, सूर्य के निकट होने के या फिर अस्त होने के कारण दिखाई नहीं देते हैं तथा सूर्य और चंद्रमा का अंतर शून्य होता है।
चन्द्रमा की दैनिक गति सूर्य की दैनिक गति से अधिक होती है। चन्द्रमा एक राशि को लगभग सवा दो दिन में पूरा कर लेता हैं जबकि सूर्य 30 दिन में एक राशि का भ्रमण करता है। सूर्य, चन्द्रमा का अन्तर जब शून्य से अधिक बढ़ने लगता है तो प्रतिपदा प्रारम्भ हो जाती है और जब यह अंतर 12 अंश होता है तो प्रतिपदा समाप्त हो जाती है और चंद्रमा उदय हो जाता हैं।
तिथि वृद्धि और तिथि क्षय होने का मुख्य कारण यह होता है कि एक तिथि 12 अंश की होती है जिसे चन्द्रमा 60 घटी में पूर्ण करते हैं परन्तु चन्द्रमा की यह गति घटती-बढ़ती रहती है। कभी चन्द्रमा तेजी से चलते हुए (एक तिथि) 12 अंश की दूरी को 60 घटी से कम समय में पार करते हैं तो कभी धीरे चलते हुए 60 घटी से अधिक समय में पूर्ण करते हैं। जब एक तिथि (12 अंश) को पार करने में 60 घटी से अधिक समय लगता है तो वह तिथि बढ़ जाती है और जब 60 घटी से कम समय लगता है तो वह तिथि क्षय हो जाती है अर्थात् जिस तिथि में दो बार सूर्योदय हो जाए तो उस तिथि की वृद्धि और जिस तिथि में एक बार भी सूर्योदय नहीं हो उसका क्षय हो जाता है।
अब यदि मान लो कि आज अष्टमी तिथि है जो कि सूर्योदय के बाद तक चलती रही। जबकि सूर्योदन से तो दूसरा दिन शुरू हो गया। ऐसे में माना यह जाएगा कि आज नवमी है जबकि अभी अष्टमी का काल खत्म नहीं हुआ है। नवमी तिथि दोपहर बाद लगेगी। ऐसे में लोग समझते हैं कि आज अष्टमी और नवमी साथ साथ है।
जब किसी तिथि में दो बार सूर्योदय हो जाता है तो उस तिथि की वृद्धि हो जाती है। अब दो बार सूर्योदय हो गया तो लोग कहेंगे कि आज भी नवमी है।
जैसे- किसी सोमवार को सूर्योदय प्रातः 5:48 मिनट पर हुआ और इस दिन सप्तमी तिथि सूर्योदय के पूर्व प्रातः 5:32 बजे प्रारंभ हुई और अगले दिन मंगलवार को सूर्योदय (प्रातः 5:47 मि.) के बाद प्रातः 7:08 तक रही तथा उसके बाद अष्टमी तिथि प्रारंभ हो गई। इस तरह सोमवार और मंगलवार दोनों दिन सूर्योदय के समय सप्तमी तिथि होने से तिथि की वृद्धि मानी जाती है। सप्तमी तिथि का कुल मान 25 घंटे 36 मि. आया जो कि औसत मान 60 घटी या 24 घंटे से अधिक है। ऐसी परिस्थिति में किसी भी तिथि की वृद्धि हो जाती है। अर्थात जब किसी तिथि की वृद्धि में दो सूर्योदय काल समावेश हो जाते हैं तो उस काल में लोग दो दो दिन कोई सा त्योहार मानते हैं।
इस तरह क्षय तिथि जब किसी तिथि में एक बार भी सूर्योदय नहीं हो तो उस तिथि का क्षय हो जाता है। जैसे-किसी गुरुवार को सूर्योदय प्रातः 5:44 पर हुआ और इस दिन एकादशी तिथि सूर्योदय के बाद प्रातः 6:08 पर समाप्त हो गई एवं द्वादश तिथि प्रारंभ हो गई और द्वादश तिथि आधी रात के बाद 27 बजकर 52 मिनट (अर्थात् अर्धरात्रि के बाद 3:52) तक रही, तत्पश्चात् त्रयोदशी तिथि प्रारंभ हो गई। द्वादश तिथि में एक भी बार सूर्योदय नहीं हुआ। गुरुवार को सूर्योदय के समय एकादशी और शुक्रवार को सूर्योदय (प्रातः 5:43) के समय त्रयोदशी तिथि रही, जिस कारण द्वादश तिथि का क्षय हो गया।
मतलब यह कि कोई तिथि समयानुसार छोटी और कोई बड़ी होती है। कोई 24 घंटे से ज्यादा की और कोई 19 घंटे तक की ही होती है। तो यह था कि चंद्र और सूर्य के उदय और अस्त का गणित। यह भी समझना जरूरी है कि हर क्षेत्र में सूर्योदय का समय अलग अलग होता है।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2021/07/planet-601-1539489810.jpg450600Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2021-07-31 01:45:252024-04-30 01:12:56तिथि की वृद्धि अथवा क्षय क्यों होती है?
शुक्ल पक्ष की 15वीं तिथि पूर्णिमा एवं कृष्ण पक्ष की 15वीं तिथि अमावस्या होती है।एक तिथि का भोग काल सामान्यतः 60 घटी का होता है। किसी तिथि का क्षय या वृद्धि होना सूर्योदय पर निर्भर करता है। कोई तिथि, सूर्योदय से पूर्व आरंभ हो जाती है और अगले सूर्योदय के बाद तक रहती है तो उस तिथि की वृद्धि हो जाती है अर्थात् वह वृद्धि तिथि कहलाती है लेकिन यदि कोई तिथि सूर्योदय के बाद आरंभ हो और अगले सूर्योदय से पूर्व ही समाप्त हो जाती है तो उस तिथि का क्षय हो जाता है अर्थात् वह क्षय तिथि कहलाती है।
विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। शनिवार को देशी घी, गुड़, सरसों का तेल का दानदेकर यात्रा करें।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2021/05/Untitled.png8001200Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2021-07-31 01:42:522021-07-31 01:57:34पंचांग, 31 जुलाई 2021
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