पंचांग, 24 जुलाई 2021
आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को आषाढ़ी एवं गुरु पूर्णिमा कहा जाता है। जीवन में गु औररु और शिक्षक के महत्व को आने वाली पीढ़ी को बताने के लिए गुरु पूर्णिमा का पर्व आदर्श है। गुरु पूर्णिमा, व्यास पूजा 23 जुलाई शुक्रवार को होगी पूर्णिमा 24 जुलाई प्रातः 08.07 तक है आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को आषाढ़ी एवं गुरु पूर्णिमा कहा जाता है।
विक्रमी संवत्ः 2078,
शक संवत्ः 1943,
मासः आषाढ़,
पक्षः शुक्ल पक्ष,
तिथिः पूर्णिमा प्रातः 08.07 तक है।
वारः शनिवार,
नक्षत्रः उत्तराषाढ़ा दोपहर 12.40 तक हैं,
योगः प्रीति रात्रि 03.15 तक,
करणः बव,
सूर्य राशिः कर्क,
चंद्र राशिः मकर,
राहु कालः प्रातः 9.00 बजे से प्रातः 10.30 तक,
सूर्योदयः05.42,
सूर्यास्तः07.13 बजे।
नोटः आज आषाढ़ी पूर्णिमा है।
विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। शनिवार को देशी घी, गुड़, सरसों का तेल का दानदेकर यात्रा करें।