अपनेपन का एहसास वारप्पा फॉउंडेशन

इन दिनों हम कई ऐसी गैरसरकारी संस्थाओं के बारे में सुन रहें हैं जिन्होंने कोरोना माहमारी में समाज सेवा को सर्वोपरि रखा और हर प्रकार से समाज के उत्थान हेतु कार्य किये।
लेकिन हम यह बात नही भूल सकते कि समाजवादी होने का कोई सीमित समय नही है जैसे कि यह माहमारी का समय समाज के किसी भी तथ्य को कभी भी कहीं भी और कैसी भी सेवा की ज़रूरत पड़ सकती है इसलिए, कुछ संस्थायें ऐसी भी है जो किसी माहमारी या disaster का इंतज़ार नही करती इन्ही संस्थाओं में एक नाम है वारप्पारा फाउंडेशन का

यह फॉउंडेशन दिल्ली में कार्यरत है और इसके अध्यक्ष राजेंद्र द्वारा संचालित संस्था के द्वारा दिल्ली की झुग्गी झोपड़ी और वृद्धाश्रम में जाकर उनकी सेवा करना तथा उनके दुःख सुख में शामिल होकर उनको अपनेपन का एहसास दिलाया जाता है। दिल्ली की झुग्गी झोपड़ी तथा अस्पतालों के बाहर जाकर भोजन वितरित करना और उनके रहने का मुकमल इंतजाम करना। इस संस्था की कोशिश रहती हैं कि दिल्ली में कोई भूखा न रहे एवं बुजुर्ग लोगो की सेवा हो।

कोरोना महामारी में Warapara Foundation दिल्ली की गरीब जनता के लिए मसीहा साबित हुई।