पार्टीविरोधी गतिविधियों के चलते अनिल जोशी पार्टी से निष्कासित

अनिल जोशी किसानों के मुद्देे पर पंजाब के भाजपा नेताओं को लगातार घेर रहे थे। उनका कहना है कि पार्टी की पंजाब लीडरशिप केंद्रीय नेतृत्व को किसान आंदोलन के बारे में जमीनी सच्चाई नहीं बता रहा है। इसके कारण फील्ड में पार्टी नेताओं को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इसको लेकर अनिल जोशी को पार्टी द्वारा कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था। अनिल जोशी ने इस नोटिस का जवाब भी दिया। लेकिन पार्टी नेतृत्व जोशी के जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ। जोशी ने आज भी सुजानपुर में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पार्टी के पंजाब नेतृत्व को घेरा और पंजाब भाजपा अध्यक्ष के इस्तीफे की मांग की थी। 

नरेश शर्मा भारद्वाज:

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। किसान आंदोलन को लेकर पार्टी लाइन से अलग चलने व मीडिया में बार-बार बयान देने को अनुशासनहीनता मानते हुए पंजाब भाजपा ने पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री अनिल जोशी को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा के दिशा-निर्देश पर प्रदेश भाजपा महासचिव डॉ. सुभाष शर्मा ने पूर्व मंत्री अनिल जोशी को पार्टी से निष्कासित करने का फैसला किया है। 

डॉ. सुभाष शर्मा ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व मंत्री अनिल जोशी द्वारा केंद्र सरकार, पार्टी की केंद्रीय लीडरशिप तथा पार्टी की नीतियों के विरुद्ध बयानबाजी की जा रही थी, जो कि पार्टी विरोधी गतिविधियां हैं, इसलिए प्रदेश भाजपा द्वारा अनिल जोशी को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, जिस पर जोशी को दो दिन के अंदर अपना जवाब देने का समय दिया गया था।

अनिल जोशी ने पार्टी के विरुद्ध चलने का अपना अड़ियल रवैया नहीं छोड़ा, जिस पर उनके अनुशासन कमेटी की सिफारिश पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा द्वारा उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कारवाई करते हुए अनिल जोशी को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया गया है।

बता दें, अनिल जोशी किसानों के मुद्देे पर पंजाब के भाजपा नेताओं को लगातार घेर रहे थे। उनका कहना है कि पार्टी की पंजाब लीडरशिप केंद्रीय नेतृत्व को किसान आंदोलन के बारे में जमीनी सच्चाई नहीं बता रहा है। इसके कारण फील्ड में पार्टी नेताओं को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इसको लेकर अनिल जोशी को पार्टी द्वारा कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था। अनिल जोशी ने इस नोटिस का जवाब भी दिया। लेकिन पार्टी नेतृत्व जोशी के जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ। जोशी ने आज भी सुजानपुर में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पार्टी के पंजाब नेतृत्व को घेरा और पंजाब भाजपा अध्यक्ष के इस्तीफे की मांग की थी।