ग्वार फसल में न करें अनावश्यक खरतपतवारनाशक दवाओं का प्रयोग : डॉ० बी.डी. यादव
सतीश बंसल सिरसा 6 जुलाई – कृषि विभाग ओढां के तत्वावधान में जिले के गांव मलिकपुरा में किसानों को जागरूक करने के लिए किसान विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें बतौर मुख्य वक्ता हिन्दुस्तान गम एण्ड केमिकल्ज भिवानी के ग्वार विशेषज्ञ डॉ० बी.डी. यादव जिन्होंने 28 वर्षों तक चौ० चरण सिंह ह.कृ.वि. हिसार में ग्वार फसल पर काम किया, ने शिरकत की जबकि कृषि विभाग ओढां के एटीएम पवन कुमार की अध्यक्षता में यह शिविर आयोजित किया गया। गोष्ठी का मुख्य उद्देश्य किसानों को बीजोपचार, ग्वार की उन्नत किस्मों की जानकारी व ग्वार की खड़ी फसल में अनावश्यक दवाई का प्रयोग न करने तथा इसके प्रयोग से होने वाले नुक्सान की किसानों को जानकारी देना था। किसानों को सम्बोधित करते हुए डॉ० यादव ने कहा कि ग्वार बरानी क्षेत्रों की एक महत्वपूर्ण फसल है। खरीफ मौसम की यह फसल न केवल कम लागत में अधिक मुनाफा देती है बल्कि इससे भूमि की उर्वरा शक्ति भी बढ़ती है। उन्होंने ग्वार की प्रमाणित व उन्नत किस्में एचजी 36, एचजी 583 व एचजी 2-20 बीजोपचार करके बीजने की सलाह दी। इस समय जो ग्वार की बिजाई बची हुई है, मानसून की बारिश होने पर 10 जुलाई तक पूरी कर लें। डॉ० यादव ने कहा कि ग्वार की खड़ी फसल में खरपतवारनाशक दवाओं का प्रयोग किसानों पर दोहरी मार कर सकती है। दवा के प्रयोग से खरपतवार बेशक खत्म हो जाएंगे परन्तु दवा का दुष्प्रभाव ग्वार की फसल के लिए बेहद नुक्सानदायक है। ऐसा करने से ग्वार के पत्ते पीले पडऩे शुरू हो जाते हैं तथा इसके साथ ग्वार की बढ़ौतरी 12 से 15 दिन के लिए रूक जाती है। इसके बाद इन दवाओं का असर आगामी फसल सरसों के जमाव पर 25 से 40 प्रतिशत तक पड़ता है तथा बाद में यह दवा सरसों फसल की बढ़वार व पैदावार को भी काफी हद तक प्रभावित कर देती है। उन्होंने किसानों को आगाह किया कि ग्वार की फसल में चौड़े पत्ते वाली खरपतवार नियंत्रण के लिए ऐसी दवाओं का प्रयोग कदापि न करें। इस किसानों को सलाह है कि खरपतवार से निजात पाने के लिए किसान ग्वार की बिजाई के 25 से 30 दिन पर निराई-गुड़ाई अवश्य करें। अगर इसके बाद जरूरत हो तो एक गुड़ाई 12-15 के बाद करें। तदुपरान्त कृषि विभाग के एटीम पवन कुमार ने किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, मेरी फसल मेरा ब्यौरा, मेरा पानी मेरी विरासत व जल शक्ति अभियान के बारे में जागरूक किया। शिविर में मौजूद 35 किसानों को एक-एक एकड़ बीजोपचार की दवा, एक-एक जोड़ी दस्ताने व मास्क आदि नि:शुल्क वितरित किए गए तथा सभी किसानों को उचित दूरी पर बैठाकर सेनिटाईज किया गया। इस अवसर पर गांव के प्रगतिशील किसान परविन्द्र सिंह, राजेन्द्र सिंह, बलविन्दर, राजा सिंह, गुरदेव सिंह, सोहन सिंह, संदीप, रणधीर सिंह व सुरजाराम सहित अन्य किसान मौजूद थे।