खेल विभाग द्वारा अंतर्राष्टï्रीय ओलंपिक दिवस के अवसर पर साइलिक रैली व पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन
– अंतर्राष्टï्रीय हॉकी खिलाड़ी सविता पूनिया के पिता महेंद्र सिंह पूनिया व माता लीलावती ने साइलिक रैली को दिखाई हरी झंडी
सतीश बंसल सिरसा, 23 जून।
जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग द्वारा अंतर्राष्टï्रीय ओलंपिक दिवस के अवसर पर साइकिल रैली व पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अंतर्राष्टï्रीय हॉकी खिलाड़ी सविता पूनिया के पिता महेंद्र सिंह पूनिया ने साइलिक रैली हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर सविता पूनिया की माता लीलावती भी मौजूद थी। जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी लाजवंती ने अंतर्राष्टï्रीय हॉकी खिलाड़ी सविता पूनिया के पिता महेंद्र सिंह पूनिया व उनकी माता लीलावती को पौधा भी भेंट किया।
अंतर्राष्टï्रीय हॉकी खिलाड़ी सविता पूनिया के पिता महेंद्र सिंह पूनिया ने कार्यक्रम में उपस्थित खिलाडिय़ों को सविता पूनिया के संघर्ष व मेहनत के बारे में जानकारी दी। उन्होंने जिला स्तर से लेकर टोक्यों ओलंपिक तक के सफर के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि लग्न व मेहनत के बल पर कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। खेल सभी के लिए जरूरी है, स्वस्थ शरीर और दिमाग को विकसित करने के लिए खेल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी लाजवंती ने बताया कि वर्तमान समय में खेल क्षेत्र में अपार संभावनाएं है। बड़े गौरव की बात है कि जिला सिरसा के खिलाडिय़ों ने अंतर्राष्टï्रीय स्तर पर देश, प्रदेश व जिला का नाम चमकाया है। उन्होंने खिलाडिय़ों से आह्वान किया कि वे शिक्षा के साथ-साथ खेलों में अपनी भागीदारी बढ़ाते हुए अपने भविष्य को उज्ज्वल बना सकते हैं। उन्होंने बताया कि अंतर्राष्टï्रीय ओलंपिक दिवस के अवसर पर जिला के पांच स्टेडियमों व आठ राजीव गांधी खेल परिसरों में लगभग 550 पौधे रोपित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि पेड़ पर्यावरण को शुद्ध बनाते हैं, स्वच्छ ऑक्सीजन से प्रदूषण स्तर में कमी आती है। खेल परिसरों में पौधारोपण से खिलाडिय़ों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा और खेल अभ्यास में और अधिक मन लगेगा। उन्होंने बताया कि शहीद भगत सिंह स्टेडियम में चियर फॉर इंडिया टोक्यो 2020 नाम से सेल्फी प्वाइंट भी स्थापित किया गया है।
इस अवसर पर उपाधीक्षक हरि राम, लॉग टेनिस कोच रेशम सिंह, जुडो कोच सीमा व अर्चना, क्रिकेट कोच शंकर, वॉलीबॉल कोच रणजीत सिंह, कुश्ती कोच लखविंद्र सिंह, तीरंदाजी कोच कर्ण सहित अन्य मौजूद थे।